देश की राजधानी दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है. कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की कथित तौर पर रेप के बाद हत्या के सदमे से डॉक्टर कम्यूनिटी अभी तक उबरा भी नहीं था कि एक और चौंकाने वाली घटना सामने आ गई है.
दिल्ली AIIMS के एक न्यूरोसर्जन ने ड्रग का ओवरडोज लेकर जान दे दी. उनका शव AIIMS से लगते गौतम नगर मोहल्ले में स्थित उनके घर से बरामद किया गया था. इस घटना से साथी डॉक्टर्स के साथ ही पुलिस भी हैरत में है. फिलहाल मामले की छानबीन की जा रही है और जान देने की वजहों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, दिल्ली AIIMS में बतौर न्यूरोसर्जन तैनात एक डॉक्टर ने ड्रग का ओवरडोज लेकर जान दे दी. युवा न्यूरोसर्जन की उम्र 34 साल बताई जा रही है. उनकी पहचान डॉक्टर राज घोनिया के तौर पर की गई है. दिल्ली AIIMS का डॉक्टर अस्पताल के समीप साउथ दिल्ली में स्थित गौतम नगर मोहल्ले में रहते थे. एम्स के डॉक्टर ने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया फिलहाल इसकी पूरी जानकारी सामने नहीं आ सकी है, पर बताया जा रहा है कि वह पारिवारिक कलह से परेशान थे.
दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दिल्ली एम्स के युवा डॉक्टर पारिवारिक कलह के दौर से गुजर रहे थे. पत्नी के साथ उनका विवाद चल रहा था. जानकारी के मुताबिक, जान देने वाले डॉक्टर की पत्नी घटना के वक्त फ्लैट में मौजूद नहीं थीं. रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के लिए वह घर गई हुई हैं. मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम ने मौका मुआयना कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है. मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है.
दिल्ली एम्स के डॉक्टर द्वारा ड्रग का ओवरडोज लेने की सूचना मिलने के बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया. डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है. उधर, दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जांच में फैमली डिसप्यूट सुसाइड की वजह हो सकती है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि एम्स डॉक्टर के गौतम नगर स्थित फ्लैट से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है. इसमें उन्होंने लिखा – मैंन अपनी इच्छा से ऐसा किया है. इसमें किसी का फॉल्ट नहीं है. कृपया किसी को परेशान न करें.
दिल्ली एम्स के जिस डॉक्टर ने ड्रग ओवरडोज लेकर जान दी है, उनका नाम डॉक्टर राज घोनिया है. उनकी पत्नी सर गंगाराम में माइक्रोबायोलोजिकल डिपार्टमेंट में सीनियर डॉक्टर हैं. वह 16 जुलाई को राजपुर गुजरात गई थीं. उन्होंने पति डॉक्टर घोनिया को फोन किया था, लेकिन कॉल पिक नहीं हुई थी. इस पर उन्होंने सेकेंड फ्लोर पर रहने वाली डॉक्टर आकांक्षा को फोन कर बताया कि उनके पति फोन नहीं उठा रहे हैं. तब जाकर हादसे की सूचना मिली. डॉक्टर राज घोनिया 15 दिन पहले ही यूएस से ट्रेनिंग करके लौटे थे.