शक्तिपीठ झण्डेवाला देवी मंदिर में आज वासंतिक नवरात्र के छठे दिवस माँ के छठे स्वरूप “कात्यायनी‘’ देवी का श्रृंगार व पूजा-अर्चना की गई l इनका वाहन सिंह है l विश्व प्रसिद्ध महर्षि कात्या ने भगवती जगदम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षो तक कठोर तपस्या की l उनकी इच्छा थी की माँ भगवती उनके घर पुत्री रूप के जन्म ले l उनकी प्रार्थना स्वीकार हुई और माँ कात्यायनी स्वरूप में उनके घर उत्पन्न हुई ।
पेयजल की पर्याप्त मात्रा मे वयवस्था की गई है l पंक्तियो मे खड़े भक्तों को अंतिम छोर तक पेयजल की आपूर्ति की वयवस्था की गई है l पंक्तियों मे खड़े भक्तों के लिए मधुर भक्ति गीत – संगीत की स्वर लहरियाँ गूँजती हैं जिससे भक्तों का उत्साह बना रहे l
प्रात: 4:00 बजे से रात्रि 12.00 बजे तक के सारे कार्यकर्मों का सीधा प्रसारण झण्डेवाला देवी मंदिर यूट्यूब चैनल व फेसबुक पर किया l आज मंदिर प्रांगण में विभिन्न भजन गायको ने अपने साथियों द्वारा महामाई का गुणगान किया ।
हजारों भक्त प्रतिदिन online दर्शन व्यवस्था का लाभ उठा रहे है। इससे उन्हे लाइनो में लगने की आवश्यकता नही होती।
कल नवरात्र महोत्सव के सातवें दिन माँ के सप्तम स्वरूप माँ “कालरात्रि” देवी की पूजा की जायेगी l