पीडब्ल्यूडी मंत्री का अधिकारीयों को निर्देश- दोगुनी की जाए श्रमिकों और मशीनों की संख्या, दिन-रात काम करते हुए तेज़ी से किया जाए निर्माण कार्य, हर सप्ताह सौंपी जाये प्रोग्रेस रिपोर्ट
पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने गुरुवार सुबह पंजाबी बाग और मोती नगर के निर्माणधीन फ्लाईओवर का निरीक्षण किया| यहाँ निर्माण कार्य में चल रही देरी पर उन्होंने अधिकारीयों को फटकार लगाई और अल्टीमेटम देते हुए कहा कि बचा हुआ जनवरी तक पूरा किया जाए वर्ना संबंधित अधिकारी अपने ख़िलाफ़ एक्शन के लिए तैयार रहे| उन्होंने कहा कि ये फ्लाईओवर रिंग रोड को जाम-मुक्त बनाने की दिशा में एक अहम प्रोजेक्ट है| ऐसे में इसके निर्माण में आगे कोई भी देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी| साथ ही उन्होंने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि बचे हुए काम को तेजी के साथ पूरा किया जाये, यहाँ श्रमिकों और मशीनों की संख्या दोगुनी की जाए और दिन-रात काम किया जाए साथ ही उन्हें हर सप्ताह इसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट सौंपी जाए|
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पीडब्ल्यूडी मंत्री से साझा किया करते हुए बताया कि मोती नगर फ़्लाइओवर का ज़्यादातर काम पूरा हो चुका है यहाँ केवल एक हिस्से में भारत दर्शन पार्क के नज़दीक मौजूद चौराहे के ऊपर 50 मीटर का स्टील गर्डर इंस्टॉल करना है। चौराहे पर भारी ट्रैफिक होने के कारण यहाँ काम में देरी हो रही है। साथ हूँ पंजाबी बाग फ़्लाइओवर का भी अधिकतर काम हो चुका है और यहाँ गर्डर इनस्टॉल किए जा रहे है लेकिन यहाँ बिजली की एक लाइन के शिफ्टिंग के कारण काम की गति धीमी हुई है।
निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि, अरविन्द केजरीवाल सरकार में इतने अहम् प्रोजेक्ट्स को लेकर देरी बर्दाश्त नहीं है| फ़्लाइओवर का निर्माण तय समय से पीछे चल रहा है जिसके कारण हर दिन हज़ारों वाहनों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है और लोगों को परेशानी होती है।
उन्होंने अधिकारीयों को निर्देश देते हुए कहा कि आगे फ्लाईओवर निर्माण में कोई भी देरी ये कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी| इसलिए नए निर्धारित टाइमलाइन पर काम पूरा करने के लिए हर जरुरी कदम उठाये जाये और समय रहते काम को पूरा किया जाये| ज़रूरत पड़े तो यहाँ श्रमिकों और मशीनों की संख्या दोगुनी की जाए, दिन रात काम किया जाये पर किसी भी हालत में जनवरी तक इस फ्लाईओवर को जनता को समर्पित किया जाए|
पीडब्ल्यूडी मंत्री ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि, जनवरी तक यदि फ़्लाइओवर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो अफ़सर अपने ख़िलाफ़ एक्शन के लिए तैयार रहे।
उल्लेखनीय है कि पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच का ये कॉरिडोर रिंग रोड का हिस्सा है और यहां ट्रैफिक का लोड काफी ज्यादा है क्योंकि यहां रोहतक रोड (एनएच -10) का उपयोग करके हरियाणा का ट्रैफिक आता है| साथ ही ये उत्तरी दिल्ली को दक्षिणी दिल्ली, गुडगाँव व एनसीआर के अन्य हिस्से से जोड़ने का भी काम करता है| यहां मौजूद वन- वे फ्लाईओवर और कम क्षमता वाले चौराहों वर्तमान के ट्रैफिक लोड के लिए पर्याप्त नहीं था जिससे यहां ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा होती थी। इस कोरिडोर के निर्माण से मौजूदा रोड का ट्रैफिक एलिवेटेड रोड पर शिफ्ट हो जाएगा और इससे रोजाना दिल्ली एनसीआर के लाखों लोगों को फायदा होगा|
*पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच कॉरिडोर डेवलपमेंट व स्ट्रीट नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के मुख्य बिंदु*
– ईएसआई हॉस्पिटल से पंजाबी बाग क्लब रोड तक 6 लेन के एलिवेटेड कोरिडोर का निर्माण
– पंजाबी बाग स्थित फ्लाईओवर का दोहरीकरण
-ईएसआई हॉस्पिटल के पास मौजूदा सबवे रैंप को कैरिजवे के दोनों ओर सर्विस रोड की ओर स्थानांतरित करना
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इनके अतिरिक्त आरसीसी ड्रेन, फूटपाथ, मौजूदा रोड का सुदृढ़ीकरण व आर्ट-वर्क आदि का कार्य
*नए फ्लाईओवरों से जनता को होने वाले लाभ*
-इस दोनों फ्लाईओवर से प्रतिदिन 1.25 लाख वाहन गुजरेंगे
-प्रतिवर्ष 18 लाख लीटर ईधन की होगी बचत
-जाम न लगने से 27,000 मैन-ऑवर की होगी बचत
-हर साल 1.60 लाख टन कार्बन गैस का उत्सर्जन कम होगा
-हर साल जनता के 200 करोड़ रूपये की बचत होगी