नाबालिग लड़कियों के जिस्मफरोशी के धंधे में धकेले जाने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दिल्ली के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया जीबी रोड (GB Road) के चार कोठों को सील किया है।
सील किए गए कोठों में कोठा नंबर 42, 59, 40 और एक अन्य शामिल हैं।
इन कोठों पर नाबालिग लड़कियों को जबरन देह व्यापार में धकेला जा रहा था, जिन्हें पुलिस ने अभियान चलाते हुए कोठों से छुड़ाया था और कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में कोठा मालिक किरन देवी, अंजली और मीना शामिल हैं। तीनों नाबालिग लड़कियों को खरीद कर उनसे देह व्यापार कराने में शामिल पाई गई थीं।
पुलिस के अनुसार, जीबी रोड पर नाबालिग लड़कियों को जिस्मफरोशी के धंधे से मुक्त कराने के लिए दिल्ली पुलिस की ऑल वुमेंस पुलिस पोस्ट ने विशेष अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के तहत गुप्त सूचना के आधार पर नाबालिग लड़कियों को देह व्यापार के दलदल से निकालते हुए पुलिस कोठा संचालक पर कार्रवाई कर रही है।
एसआई किरन सेठी के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने पिछले तीन महीने में छह नाबालिग लड़कियों को देह व्यापार से मुक्त कराया है, जिनका मेडिकल कराकर आश्रय ग्रह भेजा गया है।
एसडीएम द्वारा ऐसे कोठा संचालकों को जो नियमों को ताक पर रख नाबालिग लड़कियों से देह व्यापार करा रहे थे, उन कोठों के बाहर नोटिस चस्पा किए गए थे। इन कोठा संचालकों ने कानून को तोड़ते हुए उन नोटिसों को फाड़ कर फेंक दिया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इन कोठों को सील कर दिया है।
जीबी रोड के कोठों से जिस्मफरोशी के धंधे से मुक्त कराई गईं अधिकतर नाबालिग लड़कियों का कहना है कि उन्हें नौकरी दिलाने का लालच देकर कोठा संचालकों को बेचा गया और उनके आधार कार्ड से छेड़छाड़ कर उनकी उम्र बढ़ा दी गई, ताकि दस्तावेज में उनको बालिग दिखाया जा सके।
वही मध्य जिला एम हर्षवर्धन, डीसीपी का कहना है की जीबी रोड पर देह व्यापार में जबरन शामिल की गई नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराने के लिए पुलिस टीम प्रयासरत है। टीम द्वारा छापामार कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।