प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) परिसर ‘भारत मंडपम’ का उद्घाटन किया. यह परिसर इस साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व नेताओं की मेजबानी करेगा.
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘तीसरे टर्म में भारत की इकोनॉमी 3rd नंबर पर होगी और ये मोदी की गारंटी है.’
पीएम मोदी ने यहां कहा, ‘भारत वर्ल्ड इकोनॉमी में 10वें नंबर पर था. जब आपने मुझे काम दिया था, तब हम 10 नंबरी थे अब दूसरे टर्म में हम 5वें नंबर की इकोनॉमी में है. तीसरे टर्म में 3rd नंबर पर होगी भारत की इकोनॉमी और ये मोदी की गारंटी है.’ पीएम मोदी ने इसके साथ ही कहा, ‘मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि तीसरे टर्म में भारत और विकसित बनेगा और आप अपने सपने मेरे तीसरे कार्यकाल में पूरे होते देखेंगे.’
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि नए एयरपोर्ट, नए एक्सप्रेसवे, नए रेल मार्गों, नए पुलों और नए अस्पतालों के क्षेत्र में भारत के काम का पैमाना ‘वास्तव में अभूतपूर्व’ है. पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हम सपनों को साकार कर रहे हैं… इस भारत मंडपम से हर भारतीय खुश है. भारत मंडपम भारत की क्षमता और नई ऊर्जा का प्रतीक है.’ उन्होंने इसके साथ ही कहा, ‘कोविड के कठिन समय में, हमारे श्रमजीवियों ने काम पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया. मैं आज उनसे मिला और मुझे उन्हें सम्मानित करने का अवसर मिला.’
पीएम मोदी ने कहा कि भारत मंडपम नाम के पीछे भगवान बसवेश्वर का ‘अनुभव मंडपम’ प्रेरणा है. उन्होंने कहा, ‘अनुभव मंडपम का अर्थ है चर्चा और बहस की लोकतांत्रिक पद्धति. आज दुनिया स्वीकार कर रही है कि भारत लोकतंत्र की जननी है. कुछ सप्ताहों में यहां जी20 कार्यक्रम होंगे. कई राज्यों के प्रमुख यहां मौजूद रहेंगे.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस परिसर की पुरानी व्यवस्थाएं 21वीं सदी के भारत की जरूरतों के अनुरूप नहीं थीं. उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया आपस में जुड़ी हुई है, एक-दूसरे पर निर्भर है और वैश्विक स्तर पर घटनाएं नियमित रूप से होती रहती हैं. ये कार्यक्रम दूसरे देशों में होते हैं. ऐसे में भारत की राजधानी दिल्ली में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर की जरूरत थी. पुनरुद्धार से पहले यहां के हॉल और व्यवस्थाएं कई दशक पहले बनाई गई थीं. पुरानी व्यवस्थाएं 21वीं सदी के भारत की आवश्यकताओं से मेल नहीं खा पा रही थीं.’
प्रधानमंत्री ने इस दौरान किसी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ ‘नकारात्मक’ लोगों ने भारत मंडपम के काम को रोकने की पूरी कोशिश की. उन्होंने कहा, ‘ऐसी सुविधा दशकों पहले बन जानी चाहिए थी. लेकिन मुझे लगता है कि शायद मुझे ऐसे कामों का मौका मिला… कुछ नकारात्मक लोगों ने भारत मंडपम के काम को रोकने की पूरी कोशिश की. वे अदालत गए. लेकिन जब सत्य है, तो भगवान है.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘कुछ लोगों की आदत होती है हर अच्छे काम में रुकावट डालने की. ‘कर्तव्य पथ’ के कार्य के दौरान अदालतों में प्रश्न उठाए गए. लेकिन अब वे इसकी प्रशंसा कर रहे हैं… मुझे विश्वास है कि कुछ समय बाद वह समूह इसे स्वीकार करेगा और यहां व्याख्यान देने आएगा.’