प्राइवेट स्कूल भी बिजनेस ब्लॉस्टर्स प्रोग्राम शुरू करके देखें, ये बच्चों को नौकरी की बजाय बिजनेस के लिए प्रेरित करता है- अरविंद केजरीवाल
शिक्षक दिवस के अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के 123 शिक्षकों राज्य शिक्षक पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया। 14 कटेगरी में इन शिक्षकों सर्टिफिकेट, 25 हजार रुपए, पदक और शॉल देकर सम्मानित किया गया। त्यागराज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारा सपना है कि देश की शिक्षा व्यवस्था को इतना अच्छा कर देंगे कि दुनिया भर के बच्चे भारत में पढ़ने आएंगे। पहले नालंदा विश्वविद्यालय में दुनिया भर के स्टूडेंट्स पढ़ने आते थे, लेकिन अंग्रेजों ने आकर शिक्षा व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। आज यूक्रेन जैसे छोटे से देश में हमारे देश के बच्चे मेडिकल की पढ़ाई करने जाते हैं। जबकि हमारा देश सदियों तक शिक्षा का केंद्र रहा है। हमें भारत को दोबारा शिक्षा का केंद्र बनाना है। इस अवसर शिक्षा मंत्री आतिशी समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
*हमारी संस्कृति में शिक्षक को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया गया है- अरविंद केजरीवाल*
त्यागराज स्टेडियम के आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली समेत देश दुनिया के सभी शिक्षकों को बधाई दी। इस दौरान सीएम ने अपने-अपने फील्ड में अच्छा प्रदर्शन करने पर पुरस्कृत हुए टीचर्स और प्रींसिपल्स के काम की सराहना की और कहा कि हमारी संस्कृति में शिक्षक को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया गया है। उन्होंने ने कहा कि जब दिल्ली में हमारी सरकार बनीं थी, तब हमारे मन में ये तो था कि स्कूलों को सही करना है और शिक्षा को अच्छा करना है। गरीबों के बच्चे सरकारी स्कूलों में जाते हैं, उनको अच्छी शिक्षा नहीं मिलती है, उसे भी ठीक करना है। उस समय हमारे पास राजनीतिक इच्छा शक्ति बहुत थी, लेकिन रास्ता साफ नहीं था। इसलिए सरकार में आने के बाद पहले साल में ही हमनें शिक्षा पर खूब पैसा खर्च लगा दिया। हम लोगों ने अपने बजट का 25 फीसद हिस्सा स्कूलो पर खर्च कर दिया।
*पहले की सरकारों में शिक्षा अंतिम प्राथमिकता होती थी, हमने इसे पहली प्राथमिकता बना दी- अरविंद केजरीवाल*
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि जिस साल मैं आईआईटी में था, तो मेरे साथ के लगभग 80 से 90 प्रतिशत बच्चे अमेरिका पढ़ने चले गए। उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि हमारे देश का एजुकेशन सिस्टम इतना शानदार बनाया जाना चाहिए कि अमेरिका के बच्चे पढ़ने के लिए भारत आएं। हमारा देश सदियों तक शिक्षा का केंद्र रहा है। हमें भारत को दोबारा शिक्षा का केंद्र बनाना है। हमारा ये सपना तब पूरा होगा, जब दुनिया भर से बच्चे मेडिकल, इंजीनियरिंग और रिसर्च के लिए भारत आए। भारत में हमें दुनिया का नंबर शिक्षा का केंद्र तैयार करना है।
*शिक्षा को जॉब ऑरिएंटेड कैसे बनाएं, अब हमें इस दिशा में सोचने की जरूरत है- अरविंद केजरीवाल*
अंत में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर शिक्षा हमें रोजगार के लिए तैयार न कर पाए तो उस शिक्षा का कोई फायदा नहीं है। फिर तो वह शिक्षा केवल रटने वाली हुई। अभी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हमने 12वीं क्लास के लिए बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम शुरु किया है। इसके काफी बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं। दिल्ली में अभी कई प्राइवेट व अन्य स्कूल हैं, जहां पर अभी ये प्रोग्राम नहीं चल रहा है। मेरी सभी स्कूलों से गुजारिश है कि ये स्कूल भी अपने यहां बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्रम शुरू करके देंखे। यह प्रोग्राम बच्चों को नौकरी करने के बजाय बिजनेस करने के लिए प्रेरित करता है। अगर सभी लोग नौकरी ढूंढने लगेंगे तो इतनी नौकरी कहां से आएगी। हम सबको अब इस दिशा में सोचने की जरूरत है कि हम सब कैसे एजुकेशन को जॉब ऑरिएंटेड बनाएं।
*हर एक बच्चे की जिंदगी में शिक्षक की बहुत बड़ी भूमिका होती है- आतिशी*
इस अवसर पर मौजूद शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि हम शिक्षकों को साल में सिर्फ़ एक दिन नहीं, बल्कि 365 दिन सम्मान करते है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हमने हमेशा से शिक्षा को प्राथमिकता दी है। एक बच्चे की ज़िन्दगी में टीचर की बहुत बड़ी भूमिका होती है। जब एक बच्चा 3-4 साल की उम्र में पहली बार स्कूल में आता है तो शिक्षक उसके लिए भगवान से कम नहीं होते है। जब हम छोटे बच्चे से बात करते है और उनसे उनसे पूछते हैं कि बड़े होकर क्या बनना चाहते हो, तब उनका एक ही उत्तर आता है कि शिक्षक बनना चाहते हैं। टीचर का इतना महत्व है कि जब बच्चा स्कूल से अपने घर आता है तो टीचर बनने कि एक्टिंग करता है।
मंगलवार को दिल्ली सरकार की ओर से राज्य शिक्षक पुरस्कार 2023 का आयोजन किया गया। इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए डीओई, एमसीडी, एनडीएमसी, सहायता प्राप्त और प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों व प्राचार्यों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया जाता है। मंगलवार को टीचर-प्रिंसिपल समेत अन्य कटेगरी में 118 लोगों को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा पांच पुरस्कार एससीईआरटी व डीआईईटी के शिक्षकों व प्रशिक्षकों को भी मिला। इस तरह कुल 123 लोगों को सम्मानित किया गया। ये पुरस्कार एससीईआरटी, डीआईईटी सहित 14 कैटेगरीज़ में दिए गए। इस बार एमसीडी के 14, निजी स्कूलों के 13 और एनडीएमसी स्कूलों के एक शिक्षक व एक प्रिंसिपल को यह पुरस्कार मिला।
हर साल शिक्षक दिवस पर दो स्पेशल अवॉर्ड्स ‘फेस ऑफ डीओई’ दिए जाते हैं। इस बार इस अवॉर्ड से एसकेवी एंड्रयूज गंज की ड्राइंग टीचर सीमा तोमर और फीजिकल एजुकेशन टीचर शिशुपाल सिंह पुरस्कृत किया गया।
शिक्षा मंत्री ने स्पेशल अवॉर्ड्स से इन शिक्षकों को किया सम्मानित*
*राकेश कुमार-*
ये अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस/स्कूल ऑफ एक्सीलेंस सेक्टर 17, रोहिणी के हेड हैं। इस साल इनके स्कूल से 8 बच्चों ने जेईई (एडवांस्ड) पेपर पास किया, जो किसी भी दिल्ली के सरकारी स्कूल में सबसे ज्यादा है। साथ ही, इनके स्कूल से 42 बच्चे नीट ेइग्जाम में क्वालीफाइड हुए हैं। इसके अलावा, इस स्कूल से अब तक 100 से अधिक बच्चों ने 175 किताबें पब्लिश की हैं।
*इंदु बत्रा-*
ये एमसीडी प्राइमरी स्कूल, एंड्रूज गंज में प्रिंसिपल हैं। यह सही मायनों में एक स्कूल की अच्छी लीडर साबित हुई हैं। इन्होंने अपने स्कूल को एक अच्छी दिशा और अपने बच्चों को बेहतर सुविधाएं देने में कभी भी संसाधनों की कमी को रास्ते की रुकावट नहीं बनने दिया। इन्होंने गैर-सरकारी संगठनों की मदद से अपने स्कूल में 18 कंप्यूटर सिस्टम के साथ एक कंप्यूटर लैब स्थापित किया। इन्होंने अपने स्कूल का रखरखाव काफी अच्छे तरीके से किया है। यहां के टीचर्स पढ़ाई में हमेशा नए मेथड्स को अपनाने के लिए तैयार रहते हैं।
*इस बार के प्रमुख आकर्षण*
इस साल स्कूलों में बच्चों की ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। सत्र 2022-23 में सबसे ज्यादा औसत उपस्थिति दर्ज करने वाले स्कूलों की सराहना की जा रही है। इस साल गर्ल्स सेकेंडरी फेज तीन, मयूर विहार के सरकारी स्कूल ने सबसे अधिक 73 फीसद उपस्थिति दर्ज की, जिसके लिए इसकी विशेष रूप से सराहना की गई। अगले साल से बच्चों की उपस्थिति के लिए एक अलग केटेगरी में अवॉर्ड दिए जाएंगे।