हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से संकट में फंसे महशूर कारोबारी गौतम अडानी के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई हैं। समूह को एक जांच कमीशन की तरफ से क्लीन दी गई हैं।
जांच के आधार पर बताया गया हैं की 38 समूहों के 11 कंपनियों में हुई जाँच के बाद उन्हें किसी भी तरह से नियमों के उल्लंघन की जानकारी नहीं मिली हैं।
दरअसल मॉरीशस की रेगुलेटर फाइनेंसियल सर्विस कमीशन (FSC) ने अडानी ग्रुप को क्लीन चिट दे दी है। फाइनेंसियल सर्विस कमीशन ने कहा है कि उसे अडानी समूह से जुड़ी 38 कंपनियों और 11 ग्रुप के फंडों में कोई भी कानून का उल्लंघन नहीं मिला है। अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को पब्लिश अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि अरबपति गौतम अडानी ने अपनी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की कीमतों में हेरफेर करने के लिए मॉरीशस स्थित शेल कंपनियों का इस्तेमाल किया है।
मॉरीशस के बाजार नियामक ने कहा कि इसकी इसकी इंटरनल रिपोर्ट अभी तक अपने भारतीय समकक्ष के साथ साझा नहीं की गई है। बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी खबर के अनुसार, फाइनेंसियल सर्विस कमीशन के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर धनेश्वरनाथ विकास ठाकुर ने बताया, ‘मॉरीशस में उस (अडानी) समूह से जुड़ी सभी इकाइयों का शुरुआती आकलन और जमा की गई जानकारी के आधार पर अब तक हमें नियमों को तोड़ने वाले सबूत नहीं मिले हैं।