कब है धनतेरस, छोटी और बड़ी दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज?

देश में मनाए जाने वाले सभी बड़े त्‍योहारों में से एक दिवाली का त्‍योहार आने ही वाला है। यह त्‍योहार एक दिन का नहीं होता है बल्कि इसे 5 दिन तक सेलिब्रेट किया जाता है। इसके आने का उत्‍साह लोगों में इतना होता है कि लोग महीने भर पहले से ही अपना घर सजाने लग जाते हैं।

इससे भी बड़ा उत्‍साह होता है इस त्‍योहार पर होने वाले पारंपरिक रिवाजों को निभाने का। इसलिए हमने पंडित सौरभ त्रिपाठी जी से इस विषय पर बात की और दिवाली के 5 दिन तक चलने वाले त्‍योहार की महत्‍वपूर्ण तिथियां और शुभ मुहूर्त पूछे। वह कहते हैं, “दिवाली के त्‍योहार की तैयारियां बेशक महीने पहले से होने लगती हैं, मगर इस त्‍योहार का आसल उत्‍साह शुरू होता है, जिस दिन पुष्‍य नक्षत्र पड़ता है। यह नक्षत्र हमेशा दिवाली के 7-8 दिन पूर्व ही आता है और इस बार यह 24 अक्‍टूबर को पड़ रहा है। आप अपने घर, दफ्तर और लेन देन के लिए जो भी सामान खरीदना चाहते हैं, वह इस दिन से आरंभ कर सकते हैं। “

पंडित जी बताते हैं कि पुष्‍य नक्षत्र 24 अक्‍टूबर के दिन सुबह 11:24 से शुरू होगा और पूरे दिन रहेगा। यह दिन काफी शुभ है क्‍योंकि इस दिन महालक्ष्मी, सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, पारिजात, बुधादित्य और पर्वत योग भी बन रहे हैं, जो कि बहुत अद्भुत संयोग है और कई वर्षों बाद ऐसा हो रहा है।

इतना ही नहीं पंडित जी बताते हैं, “आप इस दिन सोना-चांदी, बर्तन, कपड़े, फर्नीचर, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, व्हीकल और प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं। ” तो अगर आप किसी शुभ दिन और मुहूर्त की तलाश में थे, तो आज के दिन से ज्‍यादा कुछ भी शुभ नहीं हो सकता है।

ज्‍योतिष शास्‍त्र में 27 नक्षत्रों का जिक्र मिलता है, जिनमें से पुष्‍य नक्षत्र को सबसे शुभ माना गया है। अगर आप बहुत समय से शुभ मुहूर्त के इंतजार में कोई जरूरी कार्य रोके बैठे हैं, तो आपको इस दिन से उसकी शुरुआत करनी चाहिए। अगर आप कुछ भी नया काम शुरू नहीं कर रहे हैं, तो कम से कम एक कलम और बहिखाता खरीद लें और उस पर ‘श्री गणेश’ लिख दें। इस दिन शॉपिंग करने के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं-

  • सुबह- 10:30 से 12:00 बजे तक
  • दोपहर- 12:00 से 2:45 बजे तक
  • शाम- 4:10 से 8:45 बजे तक
    • धनतेरस
      • धनतेरस का त्‍योहार इस वर्ष 29 अक्‍टूबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। त्रयोदशी तिथि का आरंभ 29 अक्‍टूबर सुबह 10:45 से शुरू हो रहा है और समापन 30 अक्‍टूबर दोपहर 12:49 पर होगा। 29 अक्‍टूबर को अगर आप शुभ मुहूर्त की तलाश में हैं तो वे निम्‍नलिखित हैं-
      • सुबह- 10:30 से 1:30 बजे तक
      • दोपहर-2:30 से 4:00 बजे तक
      • शाम 7:13 से 8:48 बजे तक
      • श्री धन्‍यन्‍तरि पूजन , बहीखाता एवं अन्‍य शुभ कार्य के लिए शुभ मुहूर्त की तलाश में हैं तो-
      • सुबह- 10:33 से 1:23 बजे तक
      • दोपहर-2:48 से 4:13 बजे तक
      • इस दिन आप श्री लक्ष्‍मी माता और कुबेर देवता का पूजन भी कर सकती हैं, जिसके लिए सबसे शुभ मुहूर्त शाम 7:13 से रात 8:48 तक रहेगा।
      • काली चौदश या नरक चौदश
      • 30 अक्‍टूबर को दोपहर 12:49 से चतुर्दशी शुरु होगी और 31 अक्‍टूबर को दोपहर 2:57 पर समाप्‍त हो जाएगी। इस दिन अगर आप काली माता का पूजन करते हैं, तो इसके लिए शुभ मुहूर्त रात 10:23 से 11:58 तक रहेगा। इस मुहूर्त में आपको हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए। आप इस दिन बजरंग बांण या सुंदरकांड का पाठ कर सकती हैं।
        • दिवाली
          • 31 अक्‍टूबर को दिवाली का त्‍योहार है। वैसे तो अमावस्‍या 31 अक्‍टूबर को दोपहर 2:57 पर शुरू होगी और 1 नवंबर शाम 4:58 पर खत्‍म होगी। मगर लक्ष्‍मी पूजन के लिए 31 अक्‍टूबर का दिन ही सही रहेगा। लग्‍नानुसार श्री महालक्ष्‍मी पूजन का शुभ मुहूर्त जानें –
          • वृच्क्ष्कि लग्‍न – दोपहर 1:43 से 3:15 बजे तक
          • गोधूलि बेला-शाम 5:41 से 8:10 बजे तक
          • वृषभ लग्‍न – शाम 6:30 से 8:28 बजे तक
          • विशेष महानिशा काल-रात 11:41 से 12:30 बजे तक
          • सिंह लग्‍न- रात 12:57 से 3:10 बजे तक
          • गोवर्धन पूजा
          • गोवर्धन पूजा का दिवाली के बाद बहुत महत्‍व होता है। इस दिन को लोग बड़ी धूम-धम से मनाते हैं। वैसे तो यह दिवाली के दूसरे ही दिन मनाई जाती है, मगर इस बाद परेवा 1 नवंबर को शम 4:59 पर लग रही है। जबकि इसकी उदया तिथि 2 नवंबर को है। गोवर्धन पूजा हमेशा उदय तिथ‍ि पर ही की जाती है, इसलिए आप 2 नवंबर को शाम 6:44 तक इस पर्व को मना सकती हैं। पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 2 नंवबर को सुबह 7:44 से 9:23 तक रहेगा।
          • भाई दूज
            • भाई दूज भी 2 नवंबर को ही शाम 6:45 से शुरू हो जाएगी, मगर भाई को तिलक करने के लिए 3 नवंबर का दिन सही रहेगा। आप अपने भाई के माथे पर इन शुभ मुहूर्त पर तिलक लगा सकती हैं-
            • सुबह-10:33 से 11:58 बजे तक
            • दोपहर-1:23 से 2:46 बजे तक
            • यम पूजन के लिए दोपहर 1:23 से 4:11 बजे तक का समय सबसे शुभ रहेगा

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