केजरीवाल सरकार, लाल किला गेट से महारानी बाग एसपीएस तक रिंग रोड ट्रंक सीवर लाइन की करेगी सफाई, लाखों लोगों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से मिलेगी राहत*

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों का पालन करते हुए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा 9.8 किमी लंबी रिंग रोड ट्रंक सीवर लाइन की सफाई का कार्य जल्द किया जाएगा शुरू

नई दिल्ली, 22 मई, 2023* 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों पर दिल्ली के इतिहास में पहली बार सभी ट्रंक (मुख्य) सीवर लाइनों की सफाई (डी-सिल्टिंग) की जा रही है। केजरीवाल सरकार के इस कदम से दिल्ली में रहने वाले लोगों को सीवर लाइन के ओवर फ्लो की समस्या से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी और यमुना भी साफ होगी। साथ ही सड़क पर जलभराव की समस्या का भी समाधान हो जाएगा‌। इसी दिशा में कदम उठाते हुए और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों का पालन करते हुए दिल्ली जल बोर्ड ने रिंग रोड ट्रंक सीवर लाइन की सफाई शुरू करने का फैसला लिया है। यह दिल्ली की मुख्य सीवर लाइनों में से एक है। 34.7 करोड़ रूपए लागत वाली इस परियोजना के तहत ओखला डब्ल्यूडब्ल्यूटीपी के कमांड एरिया के तहत लाल किला गेट से महारानी बाग एसपीएस तक रिंग रोड ट्रंक सीवर लाइन की सफाई की जाएगी, जिससे इलाके के लाखों लोगों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

*रिंग रोड ट्रंक लाइन में दिल्ली के कई सीवर पपिंग स्टेशनों का पानी किया जाता है डंप*

9.8 किमी लंबी रिंग रोड ट्रंक सीवर लाइन लाल किले के गेट से शुरू होती है और महारानी बाग रिंग रोड एसपीएस पर समाप्त होती है। इस रिंग रोड ट्रंक सीवर लाइन का 18 साल से भी ज्यादा समय पहले पुनर्वास किया गया था और तब से इसकी गाद नहीं निकली है। समय के साथ ट्रंक सीवर लाइन में काफी गाद जमा हो गई है। इस ट्रंक सीवर लाइन में दिल्ली के बहुत से सीवर पपिंग स्टेशनों का पानी डंप होता है। इस सीवर लाइन में जमा गाद की स्थिति का आकलन करने के लिए जुलाई 2022 में ध्वनिक प्रोफाइलिंग के माध्यम से निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण की रिपोर्ट के अनुसार इस ट्रंक सीवर लाइन में करीब 10 फीसद से 53 फीसद तक गाद जमा है। गाद जमा होने के कारण सीवरेज का प्रवाह कम हो रहा है। खासकर बारिश के मौसम में एसपीएस से अत्याधिक पंपिग के कारण बैक-ओवरफ्लो की स्थिति पैदा हो जाती है। इस वजह से सड़क पर जल भराव की समस्या होती है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या भी उत्पन्न होती है। साथ ही वाहनों व पैदल चलने वाले लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में केजरीवाल सरकार ने लाल किला गेट से महारानी बाग एसपीएस तक रिंग रोड ट्रंक सीवर लाइन की सफाई का फैसला लिया है। इस ट्रंक लाइन की डिसिल्टिंग के बाद इलाके के लोगों को सीवरजाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी और सीवर फ्लो सुचारू तरीके से हो सकेगा।

*इन इलाके के लोगों को होगा फायदा*

-चांदनी चौक

-दरियागंज

-सराय काले खां

-अजमेरी गेट

-प्रगति मैदान

-निजामुद्दीन

-सुंदर नगर

*सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पूरे सीवर सिस्टम की सफाई को लेकर दिए थे दिशानिर्देश*

दिल्ली में सीवर की सफाई को लेकर 17 मई 2023 को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में दिल्ली जल बोर्ड के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना की सफाई को लेकर भी विस्तृत चर्चा की। चर्चा के दौरान सामने आया था कि दिल्ली में अभी तक कभी भी ट्रंक सीवर (मुख्य सीवर) लाइन की सफाई नहीं की गई है। वहीं, अक्सर पुरानी सरकारों द्वारा ट्रंक सीवर लाइन के चोंक होने पर उन्हें बदल दिया जाता था। इन्हें बदलने में कई गुना ज्यादा लागत आती है, साथ ही गंदगी भी बढ़ती थी। इसके अलावा कुछ हिस्सा ही साफ हो पाता था। सीवर लाइन बिछाने के लिए सड़कें खोंदी जाती थीं, जिससे आम जनता को परेशानी होती थी। साथ ही पूरी सीवर लाइन साफ नहीं हो पाती थी। बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पूरे सीवर सिस्टम की सफाई को लेकर डीजेबी को दिशानिर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए डीजेबी द्वारा दिल्ली में सीवरेज प्रबंधन को बेहतर के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। जिस तरह पिछले कार्यकाल में दिल्ली सरकार ने स्कूलों और अस्पतालों का कायाकल्प किया, वैसे ही इस बार यमुना को भी प्राथमिकता के आधार पर साफ करना ही मुख्य मकसद है। इसके तहत दिल्ली के 100 फीसदी घरों को भी सीवर लाइन से जोड़ा जा रहा है, ताकि इलाके के लोगों को सीवर से राहत के साथ-साथ साफ-स्वच्छ वातावरण मिल सके। 

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में करीब 90 किमी लंबी ट्रंक सीवर लाइन की सफाई का कार्य प्रगति पर है। यमुना विहार एसटीपी तक 7.65 किमी, रिठाला-रोहिणी एसटीपी तक 19.21 किमी, नरेला एसटीपी और कोरोनेशन पिलर एसटीपी तक 8.05 किमी, केशोपुर एसटीपी तक 2.84 किमी, निलोठी एसटीपी तक 4.65 किमी, कोंडली एसटीपी ईस्ट जोन में 8.76 किमी, द्वारका एसटीपी तक 27.10 किमी, ओखला एसटीपी तक 11.51 किमी, ग्रेविटी डक्ट नंबर-1 में 2.5 किमी. तक ट्रंक सीवर लाइनों की सफाई (डी-सिल्टिंग) की जा रही है। अब तक 36.87 किलोमीटर ट्रंक/पेरिफेरल सीवर लाइनों की डिसिल्टिंग की जा चुकी है। मई-जून 2023 के अंत तक इन ट्रंक सीवर लाइनों की सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा अतिरिक्त 110 किमी. की सीवर लाइन के डि-सिल्टिंग के लिए सर्वे और एस्टीमेट का कार्य प्रगति पर है। इसके तहत शुरू में 45 किलोमीटर सीवर लाइन से सिल्ट निकाली जाएगी। यह कार्य मार्च 2024 तक पूरा किया जाएगा। इसके अलावा अतिरिक्त 530 किमी लंबी सीवर लाइनों की डी-सिल्टिंग के कार्य को लेकर योजना बनाई जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *