कोरोना का खौफ एक बार फिर से सताने लगा है. देश में कोरोना इन्फेक्शन का यह नया दौर बताया जा रहा है. वर्ष 2021 में कोरोना की चपेट में आकर लाखों लोग संक्रमित हो गए थे.
हजारों लोगों की जान चली गई. हालांकि मौजूदा म्यूटेट हुए वायरस एक्सबी.1.16 उतना खतरनाक तो नहीं है, मगर इसकी संक्रामक दर अन्य वायरस के मुकाबले बहुत अधिक है. जो लोग कोमोर्बिड यानि दूसरी बीमारियों की चपेट में हैं. उनके लिए ये वायरस भी खतरनाक हो सकता है. केंद्र सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल अपनाने की अपील जारी की है.
दिल्ली में कोरोना के आंकड़ें भयावह बने हुए हैं. यहां जांच के दौरान हर छठा व्यक्ति संक्रमित निकल रहा है. आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में हर दिन आने वाले पॉजीटिव केसों की संख्या 500 तक पहुंच गई है, जबकि देशभर में यह आंकड़ा 4000 को क्रॉस कर चुका है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने की सलाह दे रहे हैं. दिल्ली सरकार ने लोगों से कहा है कि कोरोना हवा में तैर रहा है, इसलिए इससे बचाव बेहद जरूरी है.
हाल में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना के बढ़ते केसों को लेकर चिंता जाहिर की थी. संगठन ने भारत समेत सभी देशों से कोविड संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाहह भी दी है. वहीं, साप्ताहिक महामारी संबंधी रिपोर्ट के अनुसार, 27 फरवरी से 26 मार्च 2023 तक लगभग 3.6 मिलियन नए मामले सामने आए हैं. 25 हजार से अधिक मौत दर्ज की गई हैं. डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 मामलों की टेक्निकल लीड डॉ मारिया वान केरखोव का कहना है कि 22 देशों में कोरोना के 800 से अधिक सीक्वेंस पाए गए हैं. इनमें से सबसे अधिक भारत से हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के नए वेरिएंट मरीजों में गंभीर स्थिति नहीं देखने को मिल रही है. लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि बिल्कुल बेपरवाह होकर घूमना शुरू कर दें. जो लोग इस नए वायरस से संक्रमित हो रहे हैं. उनमें कुछ समय तक बुखार और नाक बंद होना, गले में खराश, सिरदर्द, शरीर में दर्द, थकान जैसी परेशानी देखने को मिल रही है. कुछ मरीजों में सांस की गंभीर समस्या देखी गई है.
इस आर्टिकल पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.