महिला विरुद्ध अपराधों पर अंकुश लगाने व महिलाओं को सुरक्षित माहौल उपलब्ध करवाना पुलिस की रहेगी प्राथमिकता: श्री के के राव, एडीजीपी रोहतक रेंज
थाना में आए फरियादी के साथ सम्मानजनक व्यवहार करते हुए उसकी शिकायत पर निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्रवाई करने के निर्देश
झज्जर :
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज, रोहतक श्री कृष्ण कुमार राव, आईपीएस सोमवार को विशेष रूप से पुलिस अधीक्षक कार्यालय झज्जर पंहुचे। यहाँ पहुंचने पर एडीजीपी श्री केके राव का सलामी देते हुए झज्जर पुलिस द्वारा स्वागत किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक झज्जर डॉ अर्पित जैन व अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। तत्पश्चात लघु सचिवालय झज्जर में स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में अपराध समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एडीजीपी श्री केके राव की मुख्य मौजूदगी में पुलिस अधीक्षक झज्जर डॉ अर्पित जैन, डीएसपी मुख्यालय झज्जर अनिल कुमार, डीएसपी झज्जर शमशेर सिंह, डीएसपी गुलाब सिंह, डीएसपी बादली अरविंद दहिया, डीएसपी विजय कुमार, डीएसपी बेरी प्रदीप कुमार, डीएसपी बहादुरगढ़ धर्मवीर सिंह व जिला के सभी थाना/चौकी प्रभारी, अपराध अन्वेषण टीमों के प्रभारी, एंटी नारकोटिक्स सैल झज्जर प्रभारी, एवीटी स्टाफ व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे। बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित विषयों हमारे विस्तृत चर्चा करते हुए प्रत्येक की अलग-अलग समीक्षा की गई।
मीटिंग में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक झज्जर डॉ अर्पित जैन द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से जिला की भौगोलिक परिस्थितियों, थाना व चौकियों तथा मुख्य मार्गों के संबंध में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया। जिनमें तुलनात्मक आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित आपराधिक मामलों तथा शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल बदमाशों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित व संपत्ति विरुद्ध अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असलाह को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों की समीक्षा करते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
एडीजीपी श्री केके राव ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि संगीन एवं जघन्य किस्म के अपराधों तथा महिला विरुद्ध अपराध से जुड़ी शिकायतों पर तत्परता एवं गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने व नशाखोरी का अवैध कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में जाए। उन्होंने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस को आपराधिक मामलों की जांच के दौरान नई व आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करना चाहिए। साक्ष्य एकत्रित करने के लिए आधुनिक तकनीकी साधनों का प्रयोग करे ताकि अदालत में ठोस व पुख्ता सबूत पेश किए जा सके जिससे कि अपराधी को सजा दिलाई जा सके। अनुसंधान के दौरान मामलें की हर पहलू से जांच करे। इसके अतिरिक्त कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था व अन्य सामान्य ड्यूटियों के दौरान भी आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जाए। उन्होंने आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के मामलों की गहनता से जांच करने व केस की तह तक जाने व सोर्स का पता लगाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके। उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड, उद्घोषित अपराधियों, बेल जम्परों व पैरोल जम्पर अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने तथा जिला के इनामी मोस्टवांटेड अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रत्येक के लिए अलग-2 पुलिस टीमें गठित करके जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। अपराधों की रोकथाम, शांति एवं कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी व थाना प्रबन्धक अपने-अपने क्षेत्र में मोजिज व्यक्तियों से संपर्क, निगरानी व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित करें, ताकि कानून व्यवस्था एवं शांति बनी रहे। उन्होंने कहा कि सभी थाना प्रबंधको व चौकी प्रभारियों को अपने अपने एरिया के गैंगस्टर व क्रिमिनल की जानकारी होनी चाहिए। ग्राम प्रहरी का उचित मार्गदर्शन करके उपयोगी जानकारियां एकत्रित की जा सकती है। पुरानी रंजिश के मामलों पर गंभीरता से निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही करके अपराध को होने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि गैंगस्टर/क्रिमिनल्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके सख्ती से निपटा जाएगा। क्रिमिनल्स का सहयोग व उसे शरण देने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए। सड़क हादसों में होने वाली जान व माल की हानि पर कड़ा संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कार्रवाई की जाए। रॉन्ग साइड ड्राइविंग, रॉन्ग पार्किंग या सड़क दुर्घटना का कारण बनने वाले अन्य वाहनों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाए।
बैठक में उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में सेफ सिटी अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत महिला सुरक्षा को लेकर विभिन्न पहलुओं को अपनाते हुए काम किया जा रहा है। इस अभियान से स्कूल, कॉलेज व शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राओं तथा महिलाओं को जोड़ा जाएगा। इसके लिए महिलाओं को हैल्पलाइन नंबर-112 पर पंजीकरण करने बारे प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके तहत स्कूलों, कॉलेजों तथा अन्य संस्थानों से समन्वय स्थापित करते हुए महिलाओं को 112 पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले तथा दबंग लोगों की सूची बनाकर नियम अनुसार उन पर कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा शैक्षणिक संस्थानों व ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं से छेड़छाड़ वाले हॉटस्पॉट क्षेत्र का पता लगाकर वहां पर सुरक्षा के उचित प्रबंध किए जाएंगे, ताकि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आमजन से प्राप्त होने वाली शिकायतो पर तत्परता से कार्यवाही करके उचित समाधान किया जाए, ताकि शिकायत कर्ता को समय पर न्याय मिले। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायत का समाधान होने उपरांत शिकायतकर्ता से संपर्क करते हुए उसे फीडबैक अवश्य लिया जाए कि क्या शिकायतकर्ता पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से संतुष्ट है अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की फीडबैक के आधार पर झज्जर पुलिस अच्छा कार्य कर रही है। अपराध समीक्षा मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी थाना प्रबंधको को निर्देश देते हुए कहा कि थाना में आए प्रत्येक शिकायतकर्ता के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध, साइबर अपराध व अन्य अपराधिक मामलों गहनता से जांच पड़ताल करके आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाए। श्रेष्ठ एवं सराहनीय ड्यूटी करने वाले जवानों का उचित इनाम देकर सम्मान किया जाए।