रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार आर्य ने जिला चरखी दादरी के पुलिस अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
पुलिस महानिरीक्षक रोहतक रेंज, रोहतक राकेश कुमार आर्य आईपीएस ने बुधवार को जिला चरखी दादरी के पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित विषयों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर बैठक में श्री राकेश कुमार आर्य आईपीएस, आईजीपी रोहतक रेंज रोहतक की मुख्य मौजूदगी में पुलिस अधीक्षक चरखी दादरी नीतिका गहलोत, सभी पर्यवेक्षण अधिकारी व जिला के सभी थाना प्रबंधक, सीआईए प्रभारी व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे। मीटिंग में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक श्रीमती नीतिका गहलोत के द्वारा जिला की भौगोलिक परिस्थितियों, थाना व चौकियों तथा मुख्य मार्गों के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक महोदय को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया। जिनमें आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल दोषियों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असलाह को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार आर्य ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस को आपराधिक मामलों की जांच के दौरान नई तकनीकों का प्रयोग करना चाहिए। साक्ष्य एकत्रित करने के लिए आधुनिक तकनीकी साधनों का प्रयोग करे ताकि अदालत में ठोस व पुख्ता सबूत पेश किए जा सके जिससे कि अपराधी को सजा दिलाई जा सके। अनुसंधान के दौरान मामलें की हर पहलू से जांच करे। गैंगस्टर में अपराधियों इसके अतिरिक्त कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था व अन्य सामान्य ड्यूटियों के दौरान भी आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जाए। नाकाबन्दी के दौरान वाहनों की गहनता से जांच की जाए। उन्होंने कहा कि संगीन किस्म के अपराधों से जुड़ी शिकायतों की गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने, ओवर लोडिंग व अवैध खनन के मामलों में कड़ी कार्रवाई अमल में जाए। उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड इनामी अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। प्रत्येक इनामी अपराधी को पकड़ने के लिए हर एक के लिए अलग-अलग टीमें गठित की जाए। उन्होंने आर्म्स एक्ट , एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के मामलों की गहनता से जांच करने व केस की तह तक जाने व सोर्स का पता लगाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके। उन्होने महिला विरुद्ध अपराधों की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिकायत कर्ता के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। अपराध की रोकथाम के लिए निरंतर गश्त करें। दुष्चरित्र एवं असामाजिक शरारती तत्वों पर निगरानी रखे तथा उनके खिलाफ निवारक कार्यवाही करें। आदतन अपराधियों व उनके सहयोगियों को जो जेल से बाहर आए हुए हैं, उन को बुलाकर बार-बार पूछताछ की जाए तथा उनके संबंध में रिपोर्ट तैयार की जाए। सभी थाना प्रबंधकों चौकी प्रभारी को अपने-अपने एरिया के सभी बदमाशों /अपराधियों के संबंध में जानकारी होनी चाहिए। किसी भी क्रिमिनल के साथ सहयोग या मिलीभगत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पासपोर्ट अथवा अन्य किसी प्रकार की वेरिफिकेशन में कोई भी लापरवाही ना करने के निर्देश दिए गए। आईजी राकेश कुमार आर्य ने बीते दिनों चलाए गए विशेष अभियान ऑपरेशन प्रहार के तहत सराहनीय अचीवमेंट के लिए दादरी पुलिस को शाबाशी दी। पुलिस कार्रवाई से संबंधित सटीक जवाब देने पर जिला चरखी दादरी में तैनात उपनिरीक्षक बीर सिंह को प्रशंसा पत्र से प्रोत्साहित किया गया।