प्राचीन ऐतिहासिक झण्डेवाला देवी मंदिर मे नवरात्र मेले के पांचवें दिन मां के “स्कन्द माता’’ स्वरूप का श्रृंगार व पूजा अर्चना विधि-विधान से की गई l माँ भगवान स्कन्द “कुमार कार्तिकेय” के नाम से भी जानी जाती हैं l चतुर्भुजी माँ “स्कन्दमाता” का वाहन मयूर है l इसलिए इन्हें “मयूरवाहन” के नाम से भी जाना जाता है l माँ स्कन्द माता की उपासना से भक्तों की समस्त इच्छाएँ पूर्ण होती हैं l
भक्तों की मनोकामना पूरी करने वाली माँ झण्डेवाली के मंदिर मे माँ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्तों का माँ के प्रति उत्साह देखते ही बनता है l मंदिर के सेवादार आने वाले भक्तों को माँ के दर्शन सुचारु रूप से हो सके इसके लिये सदैव तत्पर रहते हैं और भक्तों का मार्ग दर्शन करते हैं l भक्तो की सुरक्षा के समस्त प्रबंध किये गये हैं l
माँ झण्डेवाली के प्रति आस्था एंव मंदिर की स्वच्छता, सुचारू व्यवथा की प्रशंसा सुन देश विदेश से भक्त माँ के दर्शनों के लिये आते हैं l मंदिर न्यास व प्रबंधन समिति सदैव आने वाले भक्तों की सुविधा और संतुष्टि के लिये प्रयत्नशील एवं तत्पर रहती है l इस मंदिर को भारत के सर्वश्रेष्ठ मंदिरों मे गिना जाता हैं और यहाँ की व्यवस्था की भूरि–भूरि प्रशंसा की जाती है l
पिछले कुछ वर्षो से भक्तो की सुविधा के लिए online दर्शन की व्यवस्था की जा रही है, जिस का हजारों भक्त लाभ उठा रहे हैं। Online दर्शन की बुकिंग मंदिर के App और Website से की जा सकती है। अनेक चैनल एवं प्रिन्ट मीडिया मंदिर की साज-सज्जा एवं व्यवस्थाओं को कवर करने आते रहे।
प्रात: 4:00 बजे से रात्रि 12 बजे तक सभी कार्यकर्मों का सीधा प्रसारण झंडेवाला देवी मंदिर के यू-टयूब चैनल, फेसबुक, वेबसाइट, एवं मंदिर की एप्लीकेशन के माध्यम से किया जाता है ।
कल नवरात्र के छठे दिवस माँ के छठे स्वरूप कात्यायनी देवी जी का श्रृंगार एवं पूजा – अर्चना की जायेगी ।