नई दिल्ली:शक्तिपीठ झण्डेवाला देवी मंदिर मे शारदीय नवरात्र के छठे दिन माँ के छठे स्वरूप “कात्यायनी‘’ देवी का श्रृंगार व पूजा-अर्चना की गई l इनका वाहन सिंह है l विश्व प्रसिद्ध महर्षि कात्य
ने भगवती जगदम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक कठोर तपस्या की l उनकी इच्छा थी की माँ भगवती उनके घर पुत्री रूप के जन्म लें l उनकी प्रार्थना स्वीकार हुई और माँ कात्यायनी स्वरूप में उनके घर उत्पन्न हुई ।
पेयजल की पर्याप्त मात्रा में वयवस्था की गई है l लाइनों में खड़े भक्तों को अंतिम छोर तक पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है l पंक्तियों मे खड़े भक्तों के लिए मधुर
भक्ति गीत – संगीत की स्वर लहरियाँ गूँजती हैं जिससे भक्तों का उत्साह बना रहे l
स्वच्छ व पवित्र वातावरण में
देवी देवताओ का वास होता है। इसी बात को ध्यान में रखकर पूरे मंदिर परिसर और बाहर सफाई के विशेष प्रबंध किए हैं ताकि भक्तों को एक सुखद अनुभूति हो।
मंदिर का खोया पाया विभाग किसी भक्त के परिजनों के बिछुड़ जाने अथवा किसी वस्तु के खो जाने की लगातार घोषणाएं करता रहता है और उनको मिलवाने का कार्य करता है।
झण्डेवाला मेट्रो स्टेशन से भक्तों को मंदिर लाने लेजाने के लिये निशुल्क बैट्री रिक्शों की व्यवस्था की गई है जिस का हजारों भक्त लाभ उठा रहे हैं।
प्रात: 4:00 बजे से रात्रि 12.00 बजे तक के सभी कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण झण्डेवाला देवी मंदिर के यूट्यूब चैनल , फेसबुक व अन्य माध्यमों पर किया गया l
आज मंदिर में विभिन्न कीर्तन मंडलियों द्वारा महामाई का गुणगान किया गया ।
कल नवरात्र महोत्सव के सातवें दिन माँ के सप्तम स्वरूप माँ “कालरात्रि” देवी की पूजा की जायेगी l
( रवींद्र गोयल )
न्यासी