मुख्यमंत्री आतिशी शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा परिसर में आयोजित क्रिसमस और नए साल के समारोह में शामिल हुई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति अनेकता में एकता का संदेश देती है। हम बेशक भाषा, धर्म, पहनावे में अलग हो लेकिन दिल से हम सभी भारतीय है और सभी का सम्मान करते है। उन्होंने कहा कि पंक्ति में खड़े आख़िरी इंसान के लिए काम करने का संदेश भारत का हर धर्म देता है और पिछले 10 साल से हमारी सरकार हर धर्म के इस संदेश, इस सपने को साकार करने का प्रयास कर रही है।”
दिल्ली विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को क्रिसमस की बधाई देते हुए सीएम आतिशी ने कहा कि मेरे पेरेंट्स दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे और हम कैंपस में ही रहते थे। बचपन में हमें नहीं पता था कि हमारा धर्म क्या है। हमें नहीं पता होता था कि, हम पंजाबी है, गुजराती है, मलयाली है। उस कैंपस में हर त्योहार मनाया जाता था। जितने धूमधाम से दीपावली मनाई जाती थी उतने ही धूमधाम से क्रिसमस मनाया जाता था। जितने धूमधाम से ईद मनाई जाती थी, उतने ही धूमधाम से ओणम मनाया जाता था। उस कैंपस में बड़े होते हुए हमनें कभी ये महसूस नहीं किया कि मैं एक धर्म से हूँ और मेरे पड़ोसी दूसरे धर्म से है।”
उन्होंने कहा कि हमारे देश की सबसे बड़ी त्रासदी है कि आज हमनें अपने बीच में कहीं धर्म, कहीं जात-पात, कहीं भाषा की दीवारें खड़ी कर दी है। लेकिन हमारे देश की मूल संस्कृति ऐसी नहीं है। हमारी संस्कृति अनेकता में एकता की है। हम बेशक भाषा, धर्म, पहनावे में अलग हो लेकिन दिल से हम सभी भारतीय है और सभी का सम्मान करते है।”
सीएम आतिशी ने कहा कि, “क्रिसमस इस संस्कृति को याद करने का सबसे अच्छा मौका है। उन्होंने कहा कि, मैं दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल जी का धन्यवाद करती हूँ, जिन्होंने विधानसभा के परिसर में हर त्योहार को धूमधाम से मनाया है और अनेकता में एकता जो भारत के संविधान के सपने में है उसे विधानसभा के इस प्रांगण में साकार करने का काम किया है।”
सीएम आतिशी ने कहा कि, “क्रिसमस का त्योहार उन लोगों के प्रति सहनभूति का संदेश देता है, जिनके पास दूसरों से कम है। ये हर इंसान और सबसे ज़्यादा सरकारों की भूमिका है कि, कोई ऐसा व्यक्ति जिसे भगवान ने कम दिया है उसके लिए हम मेहनत कर सके, उसकी ज़िन्दगी बेहतर बना सके।”
उन्होंने कहा कि, “भारत का हर धर्म पंक्ति में खड़े आख़िरी इंसान के लिए काम करने का संदेश देता है। और पिछले 10 सालसे हमारी सरकार हर धर्म के इस संदेश, इस सपने को साकार करने का प्रयास कर रही है।”
सीएम आतिशी ने कहा कि, “कोई बच्चा जो बेशक गरीब घर से आता हो उसे आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए। चाहे गरीब से गरीब व्यक्ति हो उसे अच्छे स्वास्थ्य की व्यवस्था मिलनी चाहिए। और मैं अपने आप को सौभाग्यशाली मानती हूँ कि, हमें पिछले 10 सालों से हर धर्म का दिखाया ये सपना साकार करने का मौक़ा मिला और 2 करोड़ दिल्लीवालों के लिए काम करने का मौक़ा मिला। और सर्वधर्म सद्भाव का भगवान श्रीकृष्ण के संदेश, ईशा मसीह के संदेश, गुरुनानक देव के संदेश को साकार करने के लिए, दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए हम सब मिलकर काम करते रहेंगे।”
इस मौके पर दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष श्री रामनिवास गोयल ने कहा कि, क्रिसमस प्यार और शांति का उत्सव है। और जब हम विश्व शांति की ओर बढ़ेंगे तभी इस उत्सव को मानने का सार्थक परिणाम निकलेगा।
उल्लेखनीय है कि, इस मौके पर आर्चबिशप अनिल जोसेफ थॉमस कूटो, मेट्रोपॉलिटन आर्चबिशप ऑफ दिल्ली; फरीदाबाद के बिशप आर्चबिशप कुरियाकोस भरानीकुलनगरा; चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया, दिल्ली डायसिस के बिशप डॉ. बिशप पॉल स्वरूप; मेथोडिस्ट चर्च ऑफ इंडिया के बिशप डॉ. बिशप सुबोध सी. मोंडल व दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी मौजूद रहे।