धनतेरस 10 या 11 नवंबर को? यहां जानें सही तारीख और पूजा का शुभमुहूर्त

धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनया जाता है. इस साल धनतेरस की तिथि 10 नवंबर को दोपहर 12:35 बजे से शुरू होगी और अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर 01:57 बजे समाप्त होगी. बता दें कि धनतेरस के दिन प्रदोष काल में पूजा होती है, इसलिए धनतेरस 10 नवंबर को ही मनाई जाएगी. शुभ मुहूर्त की बात करें तो इस दिन धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06:02 बजे से रात 08:00 बजे तक रहेगा. यानी पूजा के लिए आपके पास करीब 01 घंटा 58 मिनट तक का समय रहेगा.

दिवाली का शुभ मुहूर्त = राशि के अनुसार पूजा

पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से शुरू होगी, जो अगले दिन 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। इसके पश्चात, अमावस्या तिथि शुरू होगी। कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 13 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। हालांकि, दिवाली तिथि पर प्रदोष काल में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। अतः 12 नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी।
दीपावली पर शुभ चौघड़िया पूजा मुहूर्त

दीपावली पर लक्ष्मी माता की पूजा करने के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त इस प्रकार हैं

अपराह्न मुहूर्त (शुभ का चौघड़िया): 12 नवंबर को दोपहर 13:26 से दोपहर 14:46 बजे तक.
सायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर का चौघड़िया): 12 नवंबर को सायं काल 17:29 बजे से रात्रि 10:25 बजे तक.
रात्रि मुहूर्त (लाभ का चौघड़िया): 12 नवंबर की मध्य रात्रि के उपरांत 25:44 बजे से 27:23 बजे तक (13 नवंबर को 1:44 बजे से 3:23 बजे तक)
उषाकाल मुहूर्त (शुभ का चौघड़िया): 13 नवंबर को 5:02 बजे से 6:41 बजे तक.
कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत – 12 नवंबर 2023, दोपहर 02 बजकर 44
कार्तिक अमावस्या तिथि समाप्ति – 13 नवंबर 2023, दोपहर 02 बजकर 56

दिवाली 2023 लक्ष्मी पूजा मुहूर्त

लक्ष्मी पूजा (प्रदोष काल समय) – शाम 05.39 – रात 07.35 (12 नवंबर 2023)
वृषभ काल – शाम 05:39 – रात 07:35
लक्ष्मी पूजा (निशिता काल समय) – 12 नवंबर 2023, रात 11:39- 13 नवंबर 2023, प्रात: 12:32
सिंह लग्न – प्रात: 12:10 – प्रात: 02:27 (13 नवंबर 2023)
हम आशा करते हैं कि आप उपरोक्त महालक्ष्मी पूजन मुहूर्त का उपयोग करके अपनी दीपावली को और बेहतर बना पाएंगे. आपको दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं.

पूजा का शुभ समय

कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि यानी दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का सही समय संध्याकाल 05 बजकर 39 मिनट से लेकर संध्याकाल 07 बजकर 35 मिनट तक है। इस समय अवधि में धन की देवी मां लक्ष्मी और रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं।

दीवाली के दिन राशि के अनुसार पूजा

मेष
मेष राशि के स्वामी मंगल होते हैं. ऐसे में मंगल राशि वाले लोगों को माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा के दौरान लाल फूल अर्पित करना चाहिए. पूजा के दौरान लक्ष्मी स्रोत का पाठ करना भी फायदेमंद होता है. मेष राशि वाले लोगों को ॐ ऐं क्लीं सौं मंत्र का जाप करना चाहिए.
वृषभ
वृषभ राशि के स्वामी ग्रह शुक्र होते हैं. इस राशि के लोगों को माता लक्ष्मी की पूजा के साथ ही ॐ महालक्ष्मयै नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे शुभ फल की प्राप्ति होगी.
मिथुन
मिथुन राशि वालों के स्वामी बुध होते हैं. ऐसे में दीपावली के दिन उन्हें माता लक्ष्मी और विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश का पूजन पूरे विधि-विधान के साथ करना चाहिए. मोदक का भोग लगाने से शुभ फल की प्राप्ति होगी।
कर्क
कर्क राशि वाले लोगों को दीवाली के दिन कमल के फूल से माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. इससे शुभ फल की प्राप्ति होगी. माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए ॐ ऐं क्लीं श्री मंत्र का जाप करना भी लाभकारी होता है.
सिंह
ॐ ऐं हृीं श्रीं सौंः मंत्र का जाप करना फायदेमंद होता है. सिंह राशि के स्वामी ग्रह सूर्य होते हैं. इन्हें माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. लाल रंग के फूल और मोदक भी अर्पित करना चाहिए.
कन्या
कन्या राशि वालों को पूजा करते समय माता लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करना चाहिए. पूजा के दौरान मीठे प्रसाद खासकर खीर का प्रसाद चढ़ाना चाहिए. माता हरे वस्त्र भी अर्पण करना चाहिए.
तुला
तुला राशि के स्वामी ग्रह शुक्र हैं. इस राशि वाले लोगों को लाल रंग के फूल और वस्त्र या मिठाई चढ़ाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. दीपावली के दिन मंदिर में जाकर माता लक्ष्मी को नारियल अर्पण शुभ फलदायी होता है.
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं. राशि वाले लोगों को लक्ष्मी पूजा के दौरान लाल रंग का सिंदूर चढ़ाने से लाभ होता है. देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मोदक भी चढ़ाना चाहिए. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।
धनु
धनु राशि के स्वामी बृहस्पति होते हैं. दिवाली के दिन माता लक्ष्मी को सफेद या पीले रंग के फूल अर्पित करने चाहिए. इसके साथ ही पीली मिठाई चढ़ाने से भी अनुकूल फल प्राप्त होता है. आपको श्रीसूक्त का पाठ करना चाहिए.
मकर
मकर राशि के स्वामी शनिदेव होते हैं. ऐसे में दीवाली के दिन शनिदेव के सामने दीपक जलाना अच्छा होता है. माता लक्ष्मी के सामने शुद्ध देसी घी का दीपक जलाना चाहिए.
कुंभ
कुंभ राशि वालों के स्वामी शनिदेव हैं. ऐसे में दिवाली के दिन पीपल पेड़ के नीचे दीपक प्रज्वलित करना चाहिए. दीवाली के दिन पक्षियों को दाना डालना भी शुभ फलदायी होता है.
मीन
मीन राशि के स्वामी बृहस्पति होते हैं. मीन राशि वालों को दीवाली के दिन लाल चुनरी के साथ ही कमल फूल अर्पितकर माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. आप कुबेर मंत्र का जाप भी कर सकते हैं.
ॐ श्री‌ृं हृीं श्री‌ृं कमले कमलालऐ प्रशीद प्रशीद श्री‌ृं हृीं श्री‌ृं महालक्ष्यमै नमः

🙏 जय श्री कृष्ण🙏 . श्री सनातन् धर्म बांकेबिहारी मंदिर पहाड़ गंज तरुण कृष्ण शास्त्री 9990484646

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