निजी स्कूल संचालक अभिभावकों को एक निर्धारित स्थान से पुस्तकें व वर्दी लेने के लिए नहीं कर सकते बाध्य- शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा

विशेष संवाददाता चिमन लाल

अभिभावक अपनी इच्छानुसार खरीद सकते हैं पुस्तकें व वर्दियां

रोहतक

हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि कोई भी निजी विद्यालय संचालक अभिभावकों को पुस्तकें एवं वर्दी एक निर्धारित स्थान से लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। अभिभावक अपनी इच्छानुसार किसी भी दुकान से पुस्तकें व वर्दियां प्राप्त कर सकते हैं। सरकार द्वारा इस संदर्भ में आदेश जारी किए गए हैं। शिक्षा मंत्री स्थानीय राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह के उपरांत प्रेस प्रतिनिधियों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के सभी राजकीय विद्यालयों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कार्य कर रहे हैं। सरकार द्वारा सभी विद्यालयों में आवश्यक कार्यों के लिए फंड जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों में लडक़े व लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय व पेयजल इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। वे स्वयं विद्यालयों में पहुंचकर आवश्यक सुविधाओं की समीक्षा कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों केे संदर्भ में पूछे गए प्रश्न के जवाब में कहा कि ऐसे सभी स्कूल संचालक सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड़ों को पूरा करें ताकि उन्हें भी मान्यता मिल सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा बिना पर्ची, बिना खर्ची योग्यता के आधार पर युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि विद्यालयों में विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो। शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश में मजबूत नेतृत्व द्वारा वक्फ बोर्ड बिल में संशोधन किया गया है जो सभी वर्गों के हित में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राचीन गुरू शिष्य प्रणाली के मद्देनजर बच्चों को सम्पूर्ण रूप से शिक्षित करने पर बल दिया जा रहा है। इस अवसर पर पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर तथा भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश नांदल सहित अन्य पार्टी के पदाधिकारी व महाविद्यालय का स्टाफ मौजूद रहा।

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