शिकायत मिलने के मात्र तीन दिन के अंदर ही पुलिस ने किया सात आरोपियों को गिरफ्तार
विशेष संवाददाता चिमन लाल
झज्जर
साइबर क्राइम थाना झज्जर की पुलिस टीम ने नौकरी और फर्जी टिकट के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का तीन दिन के अंदर पर्दाफाश करके सात आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। जानकारी देते हुए थाना प्रबंधक साइबर क्राइम झज्जर निरीक्षक अजय कुमार ने बताया कि बहादुरगढ़ निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि वह मर्चेंट नेवी में काम करता है। 10 फरवरी 2025 को उसने अपने मोबाइल फोन पर फेसबुक के माध्यम से नौकरी के लिए एक साइट से मोबाइल नंबर प्राप्त किया। इसके बाद शिकायतकर्ता से साइबर फ्रॉड करने वाले व्यक्ति ने संपर्क किया और उसने उसे शिप ज्वाइन करने को कहा। उन्होंने उसे कंपनी में शिप ज्वाइन करने, फ्लाइट टिकट चार्ज बताकर अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग खाते में ढाई लाख के करीब पैसे डलवाए। इसके बाद उन्होंने उसके पास व्हाट्सएप के माध्यम से दो फ्लाइट टिकट भेजी। 15 फरवरी 2025 को जब वह टिकट लेकर अपने दोस्त के साथ दिल्ली से इस्तांबुल जाने के लिए एयरपोर्ट दिल्ली पहुंचा तो पता चला कि उपरोक्त भेजी गई फ्लाइट टिकट फेक हैं। इसके बाद उसने अपनी शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए पुलिस कमिश्नर के दिशा निर्देशन पर एक टीम का गठन किया गया। जिस में सहायक उप निरीक्षक जितेंद्र कुमार, सहायक उप निरीक्षक दीपक, सहायक उप निरीक्षक मंदीप, मुख्य सिपाही मंजीत, महिला सिपाही रितु सहित अन्य कर्मचारी तैनात रहे। टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए साइबर सेल की सहायता से उपरोक्त सात आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। पकड़े गए आरोपियों की पहचान हेमंत निवासी दिल्ली, नितेश निवासी समसपुर जिला झुंझनू राजस्थान, रोहित निवासी सुलाना झुंझनू राजस्थान , राहुल निवासी सातडा जिला चुरू राजस्थान, प्रिंस निवासी पथरी घाट जिला पश्चिम चंपारन बिहार, जिसानवसी निवासी पकौली नारायण बिहार हाल दिल्ली व समीर सिद्की निवासी मोहसिहाता बिहार हॉल दिल्ली
के तौर पर की गई। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सातो को अदालत झज्जर में पेश किया गया। माननीय अदालत के आदेश अनुसार पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया व दो आरोपी जिसान वसी और समीर सिद्की को पूछताछ के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया।
प्राथमिक जांच मे आरोपियों के अकाउंट और फोन नंबर खंगालने पर सामने आया कि इन आरोपियों ने 15 से 20 व्यक्तियों के साथ साइबर फ्रॉड करके 30 से 40 लाख रुपए की साइबर ठगी कर रखी है। जो अभी और लोगों के साथ भी साइबर फ्रॉड कर सकते थे, जिन्हें पुलिस की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
झज्जर के पुलिस कमिश्नर बी सतीश बालन ने कहा कि पुलिस की अलग-अलग टीमें लगातार जिले भर में आमजन को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक कर रही है। लेकिन साइबर ठग युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर या फिर अलग-अलग तरीकों से लोगों को भ्रमित करके उन्हे साइबर ठगी का शिकार बना रहे हैं। ऐसे ठगों से जिला वासियों को सावधान रहना है और अगर कोई भी साइबर ठगी का शिकार होता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें l