वरिष्ठ पत्रकार चिमन लाल
झज्जर, 29 जनवरी
वर्षा और जलभराव के कारण जिन किसानों की फसल खराब हुई है, ऐसे प्रभावित किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर एक फरवरी तक अपने नुकसान की रिपोर्ट दर्ज कर दें। क्षति पूर्ति पोर्टल एक फरवरी तक खुला रहेगा । अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जिन किसानों की भारी बारिश व जलभराव के कारण फसल को नुकसान हुआ है उनके आवेदन पोर्टल पर अवश्य दर्ज हों। डीसी प्रदीप दहिया ने बुधवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस रूम में क्षति पूर्ति पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन को लेकर आयोजित मीटिंग के दौरान अधिकारियों निर्देश दिए। डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि जिन किसानों की फसल बारिश व जल भराव से खराब हुई है उन्हें राहत देने के लिए पोर्टल खोला गया है। जिले के किसान एक फरवरी तक इस पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं। बीते वर्ष 26 दिसंबर के बाद भारी बारिश और जलभराव के कारण जिन किसानों की फसलें खराब हुई है वह क्षति पूर्ति पोर्टल पर आवेदन के पात्र हैं। उन्होंने बताया कि किसान स्वयं या नजदीकी सीएससी सेंटर पर जाकर पोर्टल पर नुकसान की रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पोर्टल पर दर्ज नुकसान की रिपोर्ट को सत्यापित करें, ताकि किसानों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा उनके बैंक खातों में मिल सके। यह सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे प्रभावित किसानों को शीघ्र आर्थिक सहायता मिल सके। सरकार द्वारा निर्धारित नीति के तहत मुआवजा राशि सीधे बैंक खातों में भेजी जाएगी।
समाधान शिविर में डीसी ने नागरिकों की समस्याओं को सुनते हुए उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए। समाधान शिविर में इस्माईलपुर सहित कई गांवों के ग्रामीणों ने झज्जर से चंडीगढ़ के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू करने की मांग रखी। ग्रामीणों ने बताया कि चंडीगढ़ जाने के लिए उन्हें बार-बार परिवहन बदलना पड़ता है, जिससे न केवल समय की बर्बादी होती है बल्कि यात्रियों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी उठाना पड़ता है। डीसी ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने डीसी से इस समस्या का समाधान कराने की अपील की। इसके अलावा अतिक्रमण की समस्या को लेकर नागरिकों द्वारा समाधान शिविर में शिकायत दी गई। उपायुक्त प्रदीप दहिया ने संबंधित विभाग को जल्द से जल्द अतिक्रमण हटाने और सडक़ व्यवस्था को सुचारू करने के निर्देश दिए। डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि समाधान शिविर नागरिकों की समस्याओं को जानने और उनके शीघ्र समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर शिकायत का गंभीरता से संज्ञान लिया जाए और उसका समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाए।