बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और कानून का उल्लंघन – इसको रोकने में प्रशासन का करें सहयोग

विशेष संवाददाता चिमन लाल

गांव सिवाना में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

बेरी (झज्जर) 7

उपमंडल में एसडीएम रेणुका नांदल के मार्गदर्शन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन निरन्तर जारी है। इसी कड़ी में गांव सिवाना में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सीडीपीओ सबिता मलिक ने कहा कि बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं व लड़कियों को दी जाने वाली स्कीमों के बारे में विस्तार से जानकारी सांझा की।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिन महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक होने की चेष्टा पैदा करता है। इसलिए यह दिन प्रत्येक महिला के लिए प्रेरणा का दिन है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं,जिनका महिलाओं को बढ़ चढ़ कर लाभ उठाना चाहिए। साथ ही महिला समानता के लिए बढ़-चढ़कर काम करना चाहिए। बेटा बेटी में भेद नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम के जरिए ग्रामीण महिलाओं को उनके अधिकारों प्रति जागरूक किया गया।
इस मौके पर जिला संरक्षण अधिकारी करमींदर कौर ने बाल विवाह रोकने के लिए महिलाओं को शपथ दिलाई । उन्होंने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और कानून का उल्लंघन है, जो बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और विकास में बाधा है।इसलिए अगर कही भी बाल विवाह होने सम्बन्धी सूचना मिलती है तो इसे रोकने के लिए तुरंत प्रशासन को सूचना देकर मदद करें। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी वर्कर, हेल्पर और अन्य महिलाएं मौजूद रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *