विशेष संवाददाता चिमन लाल
शिक्षा का हक: नई राह, नई पहचान
झज्जर
शिक्षा का हकः नई राह, नई पहचान अभियान के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में विशेष टीम ने अभियान चलाते हुए भीख मांगने वाले चार बच्चों को रेस्क्यू करते हुए उनके भविष्य को नई दिशा दी। हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अपराध शाखा, शिक्षा विभाग, बाल श्रम विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई एवं एम.डी.डी. ऑफ इंडिया संस्था के संयुक्त अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य भीख मांगते हुए बच्चों व बाल श्रम करते हुए बच्चों को रेस्क्यू करके उनको मुख्य धारा में जोड़ना है। इस अभियान के तहत माता भीमेश्वरी देवी मेले से भीख मांग रहे चार बच्चों को टीम द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित वातावरण में लाया गया। अब इन बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाकर उनके भविष्य को नई दिशा दी जाएगी। सीजेएम एवं डीएलएसए के सचिव विशाल ने बताया कि यह अभियान केवल बच्चों को रेस्क्यू करने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना इसका मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा, “हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार है और इसके लिए सभी सरकारी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।” इन बच्चों को जिला शिक्षा विभाग की मदद से स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा ताकि वे पढ़-लिखकर अपने भविष्य को संवार सकें।
कानून का संरक्षण, शिक्षा का संकल्प
सीजेएम विशाल ने बताया कि बाल श्रम और भिक्षावृत्ति गैरकानूनी है और यदि कोई भी व्यक्ति किसी बच्चे को इस स्थिति में देखता है, तो वह नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 पर संपर्क कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह अभियान पूरे जिले में चलाया जाएगा, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। शिक्षा ही वह माध्यम है जो बच्चों को एक बेहतर कल दे सकती है। यह अभियान न सिर्फ पूरे समाज के लिए एक संदेश है कि हर बच्चे को शिक्षित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। संयुक्त प्रयास से ही ऐसे बच्चों को उज्ज्वल भविष्य मिलेगा।
इस रेस्क्यू अभियान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल अधिवक्ता दीपक यादव, पैरा लीगल वॉलिंटियर कर्मजीत छिल्लर, अपराध शाखा से सब-इंस्पेक्टर अमित, एएसआई विनोद, एएसआई सुशील, अजय, शिक्षा विभाग से राकेश चंद्र, बाल श्रम विभाग से इंस्पेक्टर अनिल कुमार एवं एम.डी.डी. ऑफ इंडिया संस्था के संदीप जांगड़ा और कोमल देवी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।