महिलाओं और बच्चों के लिए करूंगी काम – आईएएस टीना डाबी
जाने कौन है राजस्थान की चर्चित आईएएस टीना डाबी ❓️
राजस्थान की चर्चित आईएएस टीना डाबी ने बाड़मेर जिला कलेक्टर के रूप में शनिवार को पदभार ग्रहण कर लिया है।आईएएस टीना डाबी ने मदन मोहन भास्कर को दूरभाष पर बताया कि- ‘मैं एक महिला हूँ और महिला होने के नाते मेरा महिला शिक्षा और महिला सुरक्षा पर विशेष फोकस रहता है, जैसलमेर में कलेक्ट्री के दौरान भी मैंने महिला सशक्तिकरण के लिए जैसाण शक्ति कार्यक्रम “लेडीज फर्स्ट” चलाया था, यहाँ भी मैं उसी तर्ज पर काम करूंगी।’ क्योंकि रेगिस्तानी जिलों में जो विद्यालय हैं वे अधिक दूरी पर हैं इसलिए लड़कियाँ लंबी दूरी के कारण विद्यालय जाना बंद कर देती हैं। ऐसे में ग्रेजुएट लड़कियों को आगे आने और विद्यालयों से कॉलेज में पढ़ने के लिए सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी, ताकि लड़कियां सुरक्षित महसूस करें। अगर विद्यालयों में शिक्षकों की कमी रहेगी तो उसका विशेष ध्यान रखकर समस्या का तुरन्त समाधान किया जायेगा।
जैसलमेर मॉडल की तर्ज पर बाड़मेर में भी होगा कार्य
नव नियुक्त जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि मैं जैसलमेर मॉडल पर बाड़मेर में महिलाओं और बच्चों के लिए नवाचार करने का प्रयास करूंगी। मैं जैसलमेर की कलेक्टर रह चुकी हूं, इसलिए मुझे बॉर्डर का अनुभव है, जो यहां भी मेरे काम आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की सभी योजनाएं गाँवों और आखिरी छोर पर लोगों, महिलाओं और बच्चों तक कैसे पहुंच सकें। इसके लिए टीम मैनेजमेंट के साथ काम करेंगे।
आईएएस टीना डाबी ने बाड़मेर की समस्याओं की ली जानकारी
आईएएस टीना डाबी ने बाड़मेर की मूलभूत समस्याओं के बारे में भी जाना। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में बाड़मेर में क्या नवाचार किए जा सकते हैं, मेरी प्राथमिकता रहेगी। कार्यभार ग्रहण करने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले संगठनों व बुद्धिजीवियों ने नवनियुक्त जिला कलेक्टर से मुलाकात कर उनका स्वागत किया।
आईएएस टीना डाबी कैसे आई सुर्खियों
भारत में कौन है जो आईएएस टीना डाबी का नाम नहीं जानता हो,क्योंकि टीना डाबी देश में इतनी प्रचलित है की इनको कौन नहीं जाने। टीना डाबी 2015 की पहली रैंक हासिल करने वाली महिला आईएएस टॉपर रही है। 22 साल की कम उम्र में फर्स्ट रैंक हासिल कर युवाओं को बहुत बड़ी प्रेरणा दी और बता दिया कि मेहनत करने पर सब कुछ हासिल किया जा सकता है। अपनी पहली शादी से तलाक ले चुकी टीना डाबी अपनी दूसरी शादी करने को लेकर बहुत सुर्खियों में आयी थी, ये सोशल मीडिया पर बहुत चर्चा का विषय रहा।
आईएएस टीना डाबी का कहा कब हुआ जन्म और जाने परिवार के बारे में
आईएएस टीना डाबी का जन्म 9 नवम्बर 1993 को मध्य प्रदेश राज्य के भोपाल शहर मिडिल क्लास फैमली में हुआ। भले ही इनका जन्म मध्य प्रदेश भोपाल में हुआ था परन्तु ये जब 7वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी तब इनका पूरा परिवार दिल्ली चला गया और वहीं जा कर बस गया। टीना डाबी के पिता का नाम जसवंत सिहं डाबी है जो बीएसएनएल के महाप्रबंधक है तथा उनकी माता हिमानी डाबी पूर्व भारतीय इंजीनियरिंग सेवा अधिकारी के पद पर रह चुकी हैं। उनकी एक छोटी बहिन रिया डाबी है जो आईएएस है।
आईएएस टीना डाबी की शिक्षा
आईएएस टीना डाबी ने कार्मेल कान्वेंट स्कूल भोपाल से अपनी प्राथमिक शिक्षा की पढाई की थी उसके बाद उनका परिवार दिल्ली में सिफ्ट हो गया था। टीना डाबी ने कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी,नई दिल्ली स्कूल में पढ़ाई की। डाबी ने 12वीं कक्षा पोलिटिकल साइंस विषय लेकर सीबीएसई बोर्ड से की थी तथा उनके द्वारा 12वीं बोर्ड में सबसे ज्यादा नम्बर हासिल किये थे तथा टॉप रैंक हासिल की। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज से उन्होंने पोलिटिकल साइंस से स्नातक की पढाई पूरी की।
टीना डाबी का आईएएस सफर
टीना डाबी का आईएएस अफसर बनने का सपना था। उनकी पहले से ही इस क्षेत्र में अधिक रूचि थी। वे आईएएस अफसर बनकर समाज में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बनना चाहती थी कि महिलाएं भी अपना सपना पूरा कर सकती है।
टीना डाबी ने पोलिटिकल साइंस से स्नातक की पढाई जैसे ही पूरी हुई उन्होंने तुरंत यूपीएससी की तैयारी करना प्रारम्भ कर दिया। वे रोज अखबार पढ़ती थी, साथ में वे रोजाना देश-विदेश के करंट अफयेर पड़ती थी। धीरे-धीरे इसमें उनकी रूचि बढ़ती गयी। टीना डाबी ने आईएएस तैयारी से सम्बंधित जानकारी देते हुए कहा कि यदि आपका सपना भी आईएएस ऑफिसर बनने का है तो आपको रात-दिन कड़ी मेहनत करनी होगी तब जाकर आप सफलता की ओर बढ़ कर सफल होंगे। आपका धैर्य भी ठीक होना चाहिए। टीना डाबी ने RAU,S IAS STUDY CIRCLE ज्वाइन किया तथा पहले ही साल में उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी की। टीना डाबी रोज 10 से 12 घंटे पढ़ती थी तथा उनके द्वारा मॉर्निग से नाईट तक का टाइम टेबल बनाया हुआ था। वे आसान विषयों का 2 घंटे तथा कठिन विषयों का अध्ययन 3 घंटे स्लॉट में अध्यन करती थी। तथा शाम को वे दिन का पढ़ा हुआ रिविज़न करती थी। उन्होंने अपने दिनचर्या को काफी बदल लिया था। 2016 में टीना डाबी के पहले ही प्रयास में उन्होंने 52.49% अंकों के साथ उन्होंने आईएएस की परीक्षा पास की।
कैसे बने आईएएस
आईएएस बनने के लिए लोग निरंतर आत्म-मूल्यांकन में लगे रहते हैं। वे नियमित रूप से अपनी प्रगति का आकलन करते हैं, तथा उन क्षेत्रों की पहचान करते हैं जिनमें सुधार की आवश्यकता है। यह चिंतनशील दृष्टिकोण उन्हें अपनी अध्ययन योजनाओं, तकनीकों और फोकस क्षेत्रों को अनुकूलित करने की अनुमति देता है, जिससे निरंतर वृद्धि और विकास सुनिश्चित होता है। आईएएस अधिकारी बनने की यात्रा इतनी भी कठिन नहीं है, जितनी लोग मानते है। आईएएस के लिए समर्पण, बुद्धिमत्ता और रणनीतिक योजना के संयोजन की आवश्यकता होती है।
टीना डाबी की माँ आईईएस और पिता महाप्रबंधक रहे चुके
टीना डाबी को आईएएस अधिकारी बनने के लिए मां हिमानी ने प्रेरित किया।इतना ही नहीं परीक्षा की तैयारी में मदद करने के लिए उन्होंने अपनी इच्छा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। टीना के पिता जसवंत डाबी भारतीय दूरसंचार निगम लिमिटेड( बीएसएनएल ) में महाप्रबंधक रहे हैं जबकि, उनकी मां हिमानी आईईएस अधिकारी रह चुकी हैं, जिन्होंने बाद में वॉलंटरी रिटायरमेंट ले लिया। टीना डाबी की माँ हिमानी कांबले हैं, जिन्होंने अपनी बेटियों टीना डाबी और रिया डाबी की सफलता का रास्ता दिखाया। आईएएस टीना डाबी की मां हिमानी कांबले डाबी भी यूपीएससी की टॉपर रह चुकी हैं। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस में टॉप किया था। इसके अलावा वह अपने कॉलेज मौलान आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की भी टॉपर रह चुकी हैं ।बच्चों के करियर को सही दिशा दिखाने में पैरेंट्स का बड़ा योगदान रहता है। राजस्थान की बहुचर्चित आईएएस टीना डाबी, रिया डाबी की सफलता पर भी यह बात सटीक बैठती है।
लेखक- मदन मोहन भास्कर
हिण्डौन सिटी, करौली