बहादुरगढ़ डिवीजन के थाना प्रबंधको व चौकी प्रभारियों तथा पर्यवेक्षण अधिकारियों के पुलिस अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
पुलिस महानिरीक्षक रोहतक रेंज, रोहतक श्री राकेश कुमार आर्य आईपीएस ने बुधवार को जिला झज्जर के पुलिस अधिकारियों तथा बहादुरगढ़ डिवीजन के थाना प्रबंधकों व चौकी प्रभारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित विषयों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर बैठक में श्री राकेश कुमार आर्य आईपीएस, आईजीपी रोहतक रेंज रोहतक की मुख्य मौजूदगी में पुलिस अधीक्षक झज्जर डॉक्टर अर्पित जैन, बहादुरगढ़ डिवीजन के पर्यवेक्षण अधिकारी डीएसपी धर्मवीर सिंह, डीएसपी अरविंद दहिया, डीएसपी गुलाब सिंह तथा डीएसपी विजय कुमार व डिवीजन के सभी थाना प्रबंधक, सीआईए प्रभारी व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे। मीटिंग में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अर्पित जैन के द्वारा जिला व बहादुरगढ़ डिवीजन की भौगोलिक परिस्थितियों, थाना व चौकियों तथा मुख्य मार्गों के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक महोदय को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया। जिनमें आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल दोषियों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असलाह को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश कुमार आर्य ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस को आपराधिक मामलों की जांच के दौरान नई तकनीकों का प्रयोग करना चाहिए। साक्ष्य एकत्रित करने के लिए आधुनिक तकनीकी साधनों का प्रयोग करे ताकि अदालत में ठोस व पुख्ता सबूत पेश किए जा सके जिससे कि अपराधी को सजा दिलाई जा सके। अनुसंधान के दौरान मामलें की हर पहलू से जांच करे। गैंगस्टर व अपराधियों की धरपकड़ के अतिरिक्त कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था व अन्य सामान्य ड्यूटियों के दौरान भी आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जाए। नाकाबन्दी के दौरान वाहनों की गहनता से जांच की जाए। उन्होंने कहा कि संगीन किस्म के अपराधों से जुड़ी शिकायतों की गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई अमल में जाए। उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड इनामी अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। प्रत्येक इनामी अपराधी को पकड़ने के लिए हर एक के लिए अलग-अलग टीमें गठित की जाए। उन्होंने आर्म्स एक्ट , एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के मामलों की गहनता से जांच करने व केस की तह तक जाने व सोर्स का पता लगाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके। उन्होने महिला विरुद्ध अपराधों की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिकायत कर्ता के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। अपराध की रोकथाम के लिए निरंतर गश्त करें। दुष्चरित्र एवं असामाजिक शरारती तत्वों पर निगरानी रखे तथा उनके खिलाफ निवारक कार्यवाही करें। आदतन अपराधियों व उनके सहयोगियों को जो जेल से बाहर आए उन पर निगाह रखी जाए। सभी थाना प्रबंधकों चौकी प्रभारी को अपने-अपने एरिया के सभी बदमाशों /अपराधियों के संबंध में जानकारी होनी चाहिए। किसी भी क्रिमिनल के साथ सहयोग या मिलीभगत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आईजी श्री राकेश कुमार आर्य ने सड़क दुर्घटनाओं के मामलों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सड़क हादसों को रोकने तथा सड़क हादसो में होने वाले जान व माल की हानि को रोका जाए। दुर्घटना की सूचना पर तत्परता से मौका पर पहुंचकर घायलों की जान बचाने व उनकी हर संभव मदद की जाए। किसी भी तरह की घटना दुर्घटना की सूचना पर तत्परता से मौका पर पहुंच कर न्यायोचित कार्रवाई की जाए। बॉर्डर के साथ लगते थाना के थाना प्रबंधको व पर्यवेक्षण अधिकारियों द्वारा आपसी तालमेल बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस के साथ समय-समय पर समन्वय बैठक की जाए।