सिंगापुर की तर्ज पर विकसित होंगे दिल्ली के फ़ूड आउटलेट्स, साफ-सफ़ाई और फूड सेफ्टी रखा जाएगा ध्यान*

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय बैठक कर मजनूं का टीला और चांदनी चौक को फूड हब बनाने की दिशा में चल रहे काम की समीक्षा की

केजरीवाल सरकार सिंगापुर की तर्ज पर फ़ूड हब मार्केट का पुनर्विकास कर रही है। इसके तहत दिल्ली के फ़ूड हब की ब्रांडिंग की जाएगी। पहले चरण में दो फ़ूड हब मजनूं का टीला और चांदनी चौक की ब्रांडिंग की जाएगी। इसकी डिजाइन तैयार की जा रही है। ये मार्केट पहले से ही स्वादिष्ट व्यंजन के लिए जाने जाते हैं। अब दिल्ली सरकार इसको और बेहतर करने जा रही है। यहां फूड सेफ्टी की गाइड लाइंस और साफ-सफ़ाई का पूरा पालन कराया जाएगा। इसके लिए दिल्ली सरकार एक प्रतियोगिता भी कराएगी। जिसमें सभी आर्किटेक्ट्स अपना डिजाइन सबमिट करेंगे और सबसे अच्छी डिजाइल पेश करने वाले आर्किटेक्ट को इन प्रसिद्ध मार्केट्स को डिजाइन करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फूड हब पुनर्विकास योजना की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर काम में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के दो मार्केट चांदनी चौक और मजनू का टीला को ‘दिल्ली फ़ूड हब’ के तौर पर विकसित किया जाएगा, ताकि यहां आने वाले लोगों को बेहतर अनुभव मिल सके। 

सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि फूड हब पुनर्विकास में दिल्ली के पकवान को नई पहचान दी जाएगी। उसमें स्ट्रीट फूड, तिब्बती मोमोज से लेकर लजीज गोल गप्पे, विश्व प्रसिद्ध दाल मखनी, बेस्ट बटर चिकन या सभी के पसंदीदा छोले भटूरे और परांठे शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के फूड हब सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व रखते हैं। यहां पेश किए जाने वाले खाद्य पदार्थ वर्षों पुराने व्यंजन हैं, जो पीढ़ियों से चले आ रहे हैं। हम उन्हें और लोकप्रिय बनाना चाहते हैं। जिससे घरेलू और विदेशी दोनों पर्यटक जब दिल्ली में आएंगे तो उसका स्वाद ले सकेंगे।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फूड हब के पुनर्विकास से हजारों नए रोजगार उत्पन्न होने की संभावना है। हमने रोज़गार बजट 2022-23 के तहत ‘दिल्ली फूड हब के पुनर्विकास’ पहल की घोषणा की थी। इसके तहत सरकार पुनर्विकास के पहले चरण में 2 प्रतिष्ठित फूड हब का कायाकल्प कर रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य ग्राहकों के खाने के अनुभव को ज्यादा बढ़ाना है। साथ ही उनकी बुनियादी ढांचे का व्यापक पुनर्विकास सड़कें, सीवेज, प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग आदि भी बेहतरीन हो। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें फूड हब को बेंचमार्क खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता दिशानिर्देशों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। दिल्ली के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले खाद्य केंद्रों की अनूठा ब्रांड विकसित किया जाएगा।

*फूड हब के पुनर्विकास के लिए जल्द ही आर्किटेक्ट की होगी नियुक्ति*

इन हब के लिए एक डिजाइन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसमें पहले चरण में मजनू का टीला और चांदनी चौक प्रतिष्ठित खाद्य केंद्रों में प्रत्येक के लिए 6 सप्ताह के भीतर एक डिज़ाइन प्रतियोगिता शुरू की जाएगी। इसमें भारत के अलावा दूसरे देशों से सर्वश्रेष्ठ आइडिया प्राप्त करने में मदद मिलेगी। हब को एक अद्वितीय ब्रांड बनाने के लिए खाद्य पदार्थों की मुख्य यूएसपी के आधार पर उसको विकसित किया जाएगा। जल्द ही आर्किटेक्ट की नियुक्ति की जाएगी और इन दोनों प्रतिष्ठित फूड हब को पुनर्विकास करने के लिए अपना काम शुरू करेंगे। साथ ही इसके कार्यान्वयन के लिए इसे बाजारों का चयन, डिजाइन प्रतियोगिता, परियोजना कार्यान्वयन में विभाजित किया गया है। इसमें पहले चरण में पुनर्विकास के लिए दो फूड हब का चयन करने के लिए दिल्ली भर में सभी फूड हब का विस्तृत विश्लेषण किया गया था। 

मजनू का टीला और चांदनी चौक की है अपनी पहचान*

दिल्ली के मजनू का टीला और चांदनी चौक अपनी एक पहचान है। मजनू का टीला, दिल्ली के छोटे तिब्बत के रूप में भी जाना जाता है। यह हब छात्रों के लिए एक प्रसिद्ध स्थान है और कई प्रकार के पैन-एशियाई व्यंजन मिलता है। वही चांदनी चौक प्रसिद्ध कबाब सहित यहां की पाक कला की उत्पत्ति मुगल सम्राटों की रसोई, परांठे वाली गली, जलेबी जैसी मिठाइयों आदि से हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *