विशेष संवाददाता चिमन लाल
सीईटी परीक्षा के प्रथम चरण में जिले के 14 सेंटरों पर 3461 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा
झज्जर
एचएसएससी द्वारा आयोजित सीईटी (कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट) परीक्षा को प्रदेश सरकार द्वारा परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए उपलब्ध कराई गई परिवहन व्यवस्था और प्रशासनिक तैयारियों की सर्वत्र सराहना हो रही है। झज्जर जिला से अन्य जिलों से परीक्षार्थी पहुंचे और जिले से दूसरे जिलों में परीक्षार्थियों को को भेजने के लिए रोडवेज बसें सुबह तीन बजे से रवाना होनी शुरू हो गई। डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने कहा कि सीईटी परीक्षा के आयोजन को लेकर राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का जिले में प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है।
डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल स्वयं फील्ड में रहे और विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर जाकर सुरक्षा व्यवस्थाओं व परीक्षार्थियों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित की गई है व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पहले सत्र में जिले में सभी 14 परीक्षा केंद्रों पर 3461 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। पूरे जिले में सभी परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से पहले सत्र की परीक्षा संपन्न हुई। हरियाणा रोडवेज द्वारा चलाई गई निशुल्क विशेष बस सेवा ने परीक्षार्थियों के आवागमन को आसान बनाया। जिले में परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों के लिए रही शटल सेवा की व्यवस्थासीईटी परीक्षा देने झज्जर पहुंचे परीक्षार्थियों को बस स्टैंड से उनके परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी 14 परीक्षा केंद्रों के लिए शटल सेवा उपलब्ध कराई गई है। सुबह से ही बस स्टैंड पर जीएम रोडवेज संजीव के दिशा-निर्देशन में हेल्प डेस्क व रोडवेज स्टाफ मौजूद रहा, जिन्होंने अभ्यर्थियों को रूट के अनुसार गाइड किया और उन्हें सुरक्षित एवं समय पर परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया। इस सेवा का लाभ लेने वाले परीक्षार्थियों ने इसे सराहनीय पहल बताया और कहा कि इससे उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में कोई असुविधा नहीं हुई।
परीक्षा देने जा रहे विद्यार्थियों ने सरकार की इस पहल की सराहना की। झज्जर बस स्टैंड पर अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार की इस सुविधा से मानसिक बोझ कम हुआ है, न समय की चिंता रही, न खर्च का डर। हम पूरी ऊर्जा से परीक्षा में ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। जिले में ठहरने वाले परीक्षार्थियों के लिए 11 धर्मशालाओं में रात्रि विश्राम और मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। निगरानी के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक परीक्षार्थी को एक सुरक्षित, सुगम और सम्मानजनक वातावरण मिले ताकि वह पूरी तैयारी और आत्मविश्वास से परीक्षा में शामिल हो सके। सभी संबंधित विभागों ने समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं ताकि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।