हरियाणा से यमुना में आ रहे अमोनिया को ट्रीट करेगी केजरीवाल सरकार, लगाएगी अमोनिया रिमूवल प्लांट

हरियाणा के सोनीपत व पानीपत से आने वाले औद्योगिक कचरे से पानी में पैदा हुए अमोनिया को साफ करने के लिए हम जल्द ही तकनीक का इस्तेमाल करेंगे- अरविंद केजरीवाल

कि जब वहां से ट्रीटेड वाटर को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाए तो वो पानी वहां पर पूरी तरह से ट्रीट किया जा सके और पीने योग्य बन जाए। दिल्ली जल बोर्ड का लक्ष्य 6 महीने के अंदर इस समस्या से निजात पाना है। इसके लिए प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है।

दरअसल, हरियाणा से यमुना के माध्यम दिल्ली को जो पानी मिलता है, उस पानी का इस्तेमाल दिल्ली के वजीराबाद और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में किया जाता है। अधिकारियों ने बताया कि बीते 11 दिसंबर से हरियाणा से दिल्ली को लगभग शून्य पानी मिल रहा है। वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास यमुना में जो पानी दिखाई दे रहा है, वो पानी वास्तव में यमुना का नहीं है, बल्कि पानीपत और सोनीपत का औद्योगिक वेस्ट है, जो उनके नालों के जरिए यमुना में आ रहा है। यह पानी बिल्कुल काले रंग का है। इस पानी में प्रदूषक तत्वों की मात्रा इतनी ज्यादा है कि उसको वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से ठीक कर पाना बड़ा मुश्किल है। अधिकारियों ने बताया कि यमुना में आ रहे गंदे पानी के मुद्दे पर हरियाणा सरकार को दिल्ली जल बोर्ड द्वारा कई पत्र भी लिखे गए हैं। लेकिन उन पत्रों का हरियाणा सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया है। 

हरियाणा सरकार द्वारा सहयोग नहीं दिए जाने के बाद ल्लिी सरकार ने अपने स्तर पर यमुना के पानी में मौजूद अमोनिया और अन्य प्रदूषक तत्वों को कम करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर हरियाणा के औद्योगिक वेस्ट की वजह से यमुना के पानी में बढ़े अमोनिया के स्तर को कम करने के लिए इन-सीटू प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया। यह प्लांट वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास लगाया जाएगा जो यमुना के पानी में मौजूद अमोनिया समेत अन्य प्रदूषकों ट्रीट कर उसकी मात्रा को कम करेगा। इसके बाद उस ट्रीटेड पानी को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाकर ट्रीट शुद्ध किया जाएगा और फिर लोगों के घरों तक पहुचंाया जाएगा। अमोनिया को ट्रीट करने के लिए इन-सीटू प्लांट अगले 6-8 महीने के अंदर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। 

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता को भरपूर और साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हरियाणा के सोनीपत और पानीपत से आने वाले औद्योगिक कचरे से पानी में पैदा हुए अमोनिया को साफ करने के लिए जल्द ही हम अच्छी तकनीक का इस्तेमाल करेंगे जिससे कि पानी का उत्पादन क्षमता बढ़ा सके।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली जल बोर्ड के साथ एक और महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। जिसमें कुछ अहम फैसले लिए गए। हरियाणा के सोनीपत और पानीपत से आने वाले इंडस्ट्रीयल वेस्ट से पानी में पैदा हुए अमोनिया को साफ करने के लिए जल्द ही बेहतर तकनीक का इस्तेमाल होगा।

दिल्लीवालों को साफ पानी देने के लिए गंभीर मुख्यमंत्री ताबड़तोड़ कर रहे बैठक*

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के अंदर  हर घर तक भरपूर और साफ पानी मुहैया कराने को लेकर बेहद गंभीर हैं। यही वजह से कि पिछले डेढ़ महीने में मुख्यमंत्री ने दिल्ली जल बोर्ड समेत संबंधित विभागों के साथ लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं और एक-एक बिंदु पर खुद नजर रख रहे हैं। इस डेढ़ महीने में मुख्यमंत्री ने यह तीसरी उच्च स्तरीय बैठक की। इससे पहले 15 मार्च को सीएम ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को पानी में मौजूद अमोनिया को खत्म करने के लिए अमोनिया रिमूवल प्लांट लगाने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने दिल्ली जल बोर्ड से एक सप्ताह के अंदर इसका पूरा प्लान मांगा था। सीएम ने इसे प्राथमिकता से लेते हुए निर्देश दिए थे कि हरियाणा से आने वाले पानी में मौजूद अमोनिया को ट्रीट किया जाए। इसकी वजह से पानी की आपूर्ति रूकनी नहीं चाहिए। इससे पहले, 17 फरवरी को भी सीएम अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।

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