हमारे स्कूलों के बच्चे जॉब सीकर के बजाय जॉब प्रोवाइडर बने, इस विज़न के साथ बिज़नेस ब्लास्टर्स के दूसरे साल में भी शानदार प्रदर्शन कर रहे केजरीवाल सरकार के स्कूलों के बच्चे-शिक्षा मंत्री आतिशी
नई दिल्ली*
पहले साल की शानदार सफलता के बाद, केजरीवाल सरकार के बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम में दूसरे साल भी छात्रों का ज़बरदस्त प्रदर्शन रहा है। केजरीवाल सरकार के इस स्टूडेंट एंत्रप्रेन्योरशिप प्रोग्राम के तहत गुरुवार को इन्वेस्टमेंट एक्सपो के लिए विभिन्न चरण से होते हुए 2 लाख बच्चों में से टॉप 100 स्टार्टअप्स की चयन प्रक्रिया पूरी हुई। गुरुवार को स्वयं शिक्षा मंत्री आतिशी ने सर्वोदय विद्यालय राउज एवेन्यू में जाकर छात्रों के से उनके बिज़नेस आइडियाज को जाना और उनसे बातचीत की|
बता दें कि विभिन्न स्तरों की चयन प्रक्रिया के बाद ज़िला स्तर पर दिल्ली सरकार के स्कूलों की 995 बिजनेस ब्लास्टर्स टीमों ने 19 व 20 अप्रैल को 33 स्थानों पर 165 पैनलिस्टों के सामने अपने बिजनेस आइडिया प्रस्तुत किए और उनमें से इन्वेस्टमेंट एक्सपो के लिए 100 स्टार्टअप्स को चुनने की प्रक्रिया पूरी हुई। अब इन 100 स्टार्टअप्स में शामिल बच्चे इन्वेस्टमेंट एक्सपो में देशभर के इन्वेस्टर्स के सामने इन्वेस्टमेंट के लिए अपने बिज़नेस आइडियाज़ प्रस्तुत करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इन टीमों को अनुभवी एंत्रप्रेन्योर द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। अंतिम चयन प्रक्रिया में बिज़नेस ब्लास्टर्स की टीमों के बिज़नेस आइडियाज़ का मूल्यांकन एक जिला स्तरीय एक्सपर्ट कमिटी द्वारा तैयार किए गए रूब्रिक के आधार पर किया गया है।
बिजनेस ब्लास्टर्स में भाग लेने वाले सभी छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, “बिजनेस ब्लास्टर्स को दूसरे साल भी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों के उत्साह और रचनात्मकता के स्तर को देखकर ये साबित हो गया है कि हमारे बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं हैं। ईएमसी और बिजनेस ब्लास्टर्स को हमारे छात्रों को सफल उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस कार्यक्रम को हमारे छात्रों को रिस्क लेने, रोजमर्रा की चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटने में सक्षम बनाने के लिए तैयार किया गया है।”
उन्होंने आगे कहा कि 12 साल की शिक्षा के बाद बच्चों में इस बात का भरोसा आ जाये कि वे अपने जीवन में कुछ बेहतर कर सकते है तो इसका साफ़ अभिप्राय है कि हमने शिक्षा से असल मकसद हासिल कर लिया है|
शिक्षा मंत्री ने कहा कि, आज छात्रों से यह जानकार बेहद ख़ुशी हुई कि बच्चो ने अपनी पढ़ाई से जो कुछ सीखा है| उसे अपने बिज़नेस आईडिया में तब्दील कर रहे है| ये हमारे लिए बेहद गौरवान्वित पल है| साथ ही इस बात का उदाहरण भी है कि हमारे स्कूलों में बच्चों को 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए जरुरी स्किल्स दिए जा रहे है|
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में, बिज़नेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम का इस साल भी मुख्य फोकस यही है कि हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अपने स्किल और प्रतिभा के दम पर ऐसे प्रोफेशनल बने जो नौकरी पाने की लाइन में न लगे बल्कि हजारों लोगों को नौकरी देने वाले बने|
शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘बिजनेस ब्लास्टर्स के दो साल पूरे होने पर दिल्ली सरकार के स्कूलों के छात्रों में उल्लेखनीय परिवर्तन देखा जा सकता है। यह टीम एजुकेशन के लिए एक सपने के सच होने जैसा है जिसने सरकार द्वारा हर तबके के बच्चों के लिए सफलता के नए रास्ते खोलने के लिए चौबीसों घंटे काम किया है और उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने में मदद की है।
बता दे कि बिज़नेस ब्लास्टर्स के 100 फाइनलिस्ट स्टार्टअप में शामिल बच्चों को केजरीवाल सरकार के सात विश्वविद्यालयों में दाखिले का मौका दिया जायेगा। वे एनएसयूटी, आईआईआईटी-डी, डीटीयू, आईजीडीटीयूडब्ल्यू, अंबेडकर विश्वविद्यालय, डीएसईयू और डीपीएसआरयू सहित राज्य के विश्वविद्यालयों में एडमिशन ले सकेंगे। साथ ही चयनित टीमों को दिल्ली स्किल एंड एंत्रप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी में स्थापित इनक्यूबेशन सेल में शामिल होने का मौक़ा मिलेगा।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री से साझा करते हुए एक छात्रा ने कहा कि, बिज़नेस ब्लास्टर्स ने हमें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने और अपने स्किल्स के साथ जीवन में बेहतर करने का आत्मविश्वास दिया है| उन्होंने बताया कि आज इस कार्यक्रम के बदौलत हमने नौकरी पाने के सपने देखना छोड़ दिया है और नौकरी देने वाला बनकर अपने आसपास की कई महिलाओं को रोजगार देने लगे है|
*क्या है केजरीवाल सरकार का बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम*
बिज़नेस ब्लास्टर्स केजरीवाल सरकार के फ्लैगशिप प्रोग्राम एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम का व्यावहारिक घटक है। इसे ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा छात्रों के लिए शुरू किया गया है। जिसके तहत कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रति छात्र को उसके बिज़नेस आईडिया को शुरू करने के लिए 2000 रुपये की सीड मनी दी जाती है। इस साल केजरीवाल सरकार के इस कार्यक्रम में 2 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया था।