4 दिन बाद दिवाली,अभी से नोट कर लें लक्ष्मी पूजन का समय

दिवाली का पर्व आने वाला है. कुछ ही दिन शेष हैं. बाजारों में दिवाली की रौनक देखते बन रही है. दिवाली की खुशियां मनाने के लिए लोग तैयार है. घरों में सजाबट चल रही है. शॉपिंग और आभूषणों की खरीदारी हो रही है.

दिवाली का पर्व हिंदू धर्म में बेहद महत्वपूर्ण माना गया है, जिसका धार्मिक, सामाजिक और वैज्ञानिक महत्व भी है.

दिवाली का इतिहास (Diwali History)
पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता है कि इसी दिन प्रभु श्रीराम की लंका विजय कर वापिस अयोध्या लौटे थे. इसी खुशी में अयोध्यावासियों ने राम और सीता जी के स्वागत में दीपक जलाकर प्रसन्नता व्यक्त की थी.तभी से दिवाली मनाने की शुरूआत मानी जाती है. इसके साथ ही इस पर्व के बारे में पद्म पुराण और स्कंद पुराण में भी बताया गया है. वैज्ञानिक मत ये है कि हिंदु कैलेंडर के कार्तिक मास में सूर्य अपनी स्थिति में बदलाव करता है और इसी के चलते दिन छोटे और रातें बड़ी होने लगती हैं.

दिवाली की सही डेट क्या है? (Diwali Kab Hai)
पंचांग के अनुसार दिवाली का उत्सव 10 नवंबर 2023 धनतेरस के पर्व से प्रारंभ हो रहा है. दिवाली का पर्व 12 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा.

दिवाली 2023 महोत्सव (Day Diwali Calendar)
त्योहारडेटदिनपूजा मुहूर्त
धनतेरस (Dhanteras)10 नवंबर 2023शुक्रवार05:47 PM- 07:43 PM
छोटी दिवाली (Chhoti Diwali)11 नवंबर 2023शनिवार5:39 PM – 8:16 PM
दिवाली (Diwali)12 नवंबर 2023रविवार05:39 PM – 07:35 PM
गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja)13 नवंबर 2023 सोमवारसोमवार6:14 AM- 8:35 AM
भाई दूज (Bhai Dooj)14 नवंबर 2023मंगलवार1:10 PM- 3:22 PM

धनतेरस 2023 (Dhanteras 2023)– कार्तिक त्रयोदशी को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. धनतेरस से ही दिवाली पर्व की शुरुआत हो जाती है.

धनतेरस 2023 (Dhanteras 2023)– कार्तिक त्रयोदशी को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. धनतेरस से ही दिवाली पर्व की शुरुआत हो जाती है.

दिवाली 2023 (Diwali 2023)- दिवाली का पर्व 12 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा. दिवाली पर मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है. मान्यता है कि दिवाली की रात निशिता काल में की जाती है. इस वर्ष दिवाली पर निशिता काल का समय-

  • रात 11:39- 13 नवंबर 2023 से प्रात: 12:32 तक रहेगा.
  • अवधि- 52 मिनट
  • महानिशीथ काल- 11:39 से 12:31 तक
  • सिंह काल- 12:12 से 02:30 तक
दिवाली शुभ चौघड़िया पूजा मुहूर्त (Diwali Choghadiya 2023)
अपराह्न मुहूर्त्त (शुभ)01:26 से 02:47 तक
सायंकाल मुहूर्त्त (शुभ, अमृत, चल)05:29 से 10:26 तक
रात्रि मुहूर्त्त (लाभ)01:44 से 03:23 तक
उषाकाल मुहूर्त्त (शुभ)05:02 से 06:41 तक

लक्ष्मी पूजा विधि (Lakshmi Puja)

दिवाली की पूजा के लिए लक्ष्मी जी की चौकी स्थापित करें. इस पर एक लाल वस्त्र बिछाएं. फिर कुछ चावल चौकी के मध्य में रखें. इसके बाद कलशा स्थापित करें. चावलों के बीचों-बीच तांबा या पीतल या फिर चांदी का कलश भी रख सकते हैं. इसके बाद कलश में जल भरें और उसमे फूल, चावल के कुछ दाने, एक धातु का सिक्का और एक सुपारी रखें. कलश का मुख पांच आम के पत्तों से ढक दें. अब लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति चौकी के मध्य रखें. मूर्ति को कलश के दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना अच्छा माना गया है. इसके बाद पूजा प्रारंभ करनी चाहिए. भोग लगाने के लिए फल, मिष्ठान आदि रखें. पूजा के लिए नोट या सिक्के आदि भी रख सकते हैं.

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