कौन हैं आईपीएस सतीश गोलचा ?
दिल्ली दंगे से लेकर तिहाड़ जेल तक निभा चुके हैं अहम भूमिका
मदन मोहन भास्कर
दिल्ली पुलिस को नया कमिश्नर मिल गया है। आईपीएस सतीश गोलचा को दिल्ली पुलिस का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इससे पहले शशि भूषण कुमार सिंह को दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था जिन्होंने 31 जुलाई को संजय अरोड़ा की जगह ली थी। सतीश गोलचा की नियुक्ति से दिल्ली पुलिस में एक नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद है । ये अप्रैल 2027 तक इस पद पर रहेंगे।
दिल्ली के 26वें पुलिस कमिश्नर बने आईपीएस सतीश गोलचा
आईपीएस सतीश गोलचा 1 मई 2024 को तिहाड़ जेल के डीजी बनाए गए थे। गोलचा डीसीपी, जॉइंट सीपी और स्पेशल सीपी के पद पर भी सेवा दे चुके हैं। वह अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी भी रह चुके हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के अगले ही दिन गृह मंत्रालय ने पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे 1988 बैच के आईपीएस एसबीके सिंह से चार्ज वापस ले लिया। 31 जुलाई को संसद सत्र के दौरान गृह मंत्रालय ने एलजी की संस्तुति पर यूटी कैडर के टॉप सीनियर आईपीएस रहे एसबीके सिंह को तत्काल पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया था। वे 21 दिन आयुक्त पद पर रहे।
कौन हैं आईपीएस सतीश गोलचा ?
आईपीएस सतीश गोलचा 1992 बैच के अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के आईपीएस अधिकारी है । तिहाड़ जेल के महानिदेशक अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। ये इससे पहले दिल्ली पुलिस में डीसीपी, जॉइंट कमिश्नर और स्पेशल कमिश्नर के रूप में भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान उन्होंने स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) के रूप में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा फरवरी 2022 से जून 2023 तक वे अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक भी रहे है । इसके अलावा दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त इंटेलीजेंस के तौर पर भी रह चुके हैं। आईपीएस गोलचा ने पिछले साल मई में ही महानिदेशक (जेल) का प्रभार संभाला था। आईपीएस गोलचा ने दिल्ली क्राइम ब्रांच के प्रमुख की भी जिम्मेदारी निभाई है। आईपीएस गोलचा दिल्ली पुलिस में जिले में डीसीपी, रेंज में संयुक्त आयुक्त और विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था भी रह चुके हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।
शोपियां केस से चर्चित हुए
मई 2009 में कश्मीर के शोपियां में दो लड़कियों के साथ रेप और हत्या का केस काफ़ी सुर्ख़ियों में रहा। आई पी एस सतीश गोलचा इस केस की जांच करने वाली 12 सदस्यीय सीबीआई टीम के प्रमुख थे। जांच के बाद पता चला था कि दोनों के साथ बलात्कार हुआ है।आईपीएस गोलचा शोपियां केस के अलावा 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच में भी शामिल थे।
दिल्ली दंगे के दौरान थे स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा तिहाड़ जेल, मंडोली और रोहिणी जेलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने और कामकाज में उल्लेखनीय बदलाव की दिशा में काम कर रहे थे।तिहाड़ जेल के नए महानिदेशक पद पर स्थायी तौर पर नियुक्ति की जा सकती थी। आईपीएस गोलचा दिल्ली पुलिस में जिले में डीसीपी, रेंज में संयुक्त आयुक्त और विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था भी रह चुके हैं।
गृह मंत्रालय ने दिया आदेश
गृह मंत्रालय ने गुरुवार को आदेश जारी कर कहा कि सक्षम अधिकारी के अनुमोदन से सतीश गोलचा आईपीएस जो वर्तमान में महानिदेशक (कारागार), दिल्ली के पद पर तैनात हैं, उन्हें कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से अगले आदेश तक दिल्ली के पुलिस आयुक्त के पद पर नियुक्त किया जाता है। आईपीएस गोलचा को एसबी के सिंह के स्थान पर यह जिम्मेदारी दी गई है। होम गार्ड के महानिदेशक सिंह को इसी महीने 1 तारीख को दिल्ली पुलिस के आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
सीएम रेखा गुप्ता पर हमले के बाद हुआ बदलाव
ये नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार सुबह उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर साप्ताहिक जन सुनवाई के दौरान हमला हुआ था. शिकायतकर्ता बनकर आए एक व्यक्ति ने उन पर हमला कर दिया। हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत उसे काबू कर लिया।हमलावर की पहचान राजेश भाई खीमजी भाई सकारिया निवासी राजकोट गुजरात के रूप में हुई है। उस पर हत्या के प्रयास समेत भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस ) की कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।