आईएएस मधु रानी तेवतिया को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का सचिव नियुक्त किया गया है। इसके अलावा अन्य आईएएस अधिकारियों की भी अलग-अलग विभागों में नियुक्तियां की गई हैं।
आईएएस संदीप कुमार सिंह और आईएएस रवि झा को मुख्यमंत्री का विशेष सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं, आईएएस अजीमुल हक को दिल्ली वक्फ बोर्ड का सीईओ बनाया गया है। इसके अलावा आईएएस सचिन राणा को अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है, साथ ही उन्हें दिल्ली जल बोर्ड के सदस्य का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। ट्रांसफर और पोस्टिंग का आदेश उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा जारी किए गए हैं।
सीएम रेखा गुप्ता की सचिव नियुक्त की गई मधु रानी तेवतिया एजीएमयूटी (AGMUT ) कैडर की 2008 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। मधु रानी तेवतिया का जन्म 1 जुलाई 1981 में हुथा था। सीएम रेखा गुप्ता की सचिव नियुक्त किए जाने से पहले तेवतिया को भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA)) की अतिरिक्त सीईओ नियुक्त किया गया था। दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने होम्योपैथिक डॉक्टर (BHMS) की डिग्री भी ली हैं। इसके अलावा IIT मद्रास से एग्जीक्यूटिव मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री ली हैं। बता दें कि मधु तेवतिया के पति IPS नरेंद्र कुमार सिंह की मध्य प्रदेश के मुरैना में खनन माफिया ने ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी थी। पहले मधु तेवतिया भी अपने पति के साथ मध्य प्रदेश कैडर में ही तैनात थीं। पति के निधन के बाद स्पेशल केस मानते हुए केंद्र सरकार ने इनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए कैडर चेंज करने की अनुमति दे दी थी। जिसके बाद इन्हें MP कैडर से AGMUT कैडर में शिफ्ट कर दिया गया था।
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में नियुक्त युवा IPS अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह ने अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे थे। नरेंद्र कुमार सिंह 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और ट्रेनिंग के दौरान मुरैना जिले के बामौर में प्रशिक्षु पुलिस अनुमंडल अधिकारी (SDOP) के तौर पर तैनात किए गए थे। जिले के बामौर कस्बे में जब उन्हें अवैध पत्थर खनन की जानकारी मिली तो उन्होंने खनन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी थी। इसी दौरान जब वह कुछ अपराधियों पर शिकंजा कसने गए थे तो उन्होंने IPS नरेंद्र कुमार को ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला था। जिस समय नरेंद्र कुमार सिंह की हत्या हुई थी, उस समय मधु रानी तेवतिया गर्भवती थींं और पति की मौत के एक सप्ताह बाद ही उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया था।
जिस वक्त आईपीएस नरेंद्र सिंह को अपराधियों ने पकड़ा था उस वक्त उनके साथ सिर्फ एक ड्राइवर और गनर था। जब रास्ते में उन्हें पत्थरों से भरी एक ट्रैक्टर ट्रॉली नजर आई तो उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली को रोकने का इशारा किया। लेकिन, ड्राइवर ट्रॉली लेकर भागने लगा। इसके बाद नरेंद्र कुमार अपनी जीप से उतर गए और ट्रैक्टर के आगे जाकर उसे रोकने का इशारा किया, लेकिन ड्राइवर ने ट्रैक्टर नहीं रोकी और पत्थरों से भरी ट्रैक्टर उनके ऊपर चढ़ा दी। इस घटना में IPS अधिकारी नरेंद्र कुमार की मौत हो गई थी। ट्रैक्टर चला रहे ड्राइवर की पहचान मनोज गुर्जर के तौर पर हुई थी। बाद में पुलिस ने मनोज गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया था।