दिल्ली: G-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) के लिए पूरी तरह तैयार है. प्रगति मैदान में आगामी 9-10 सितंबर को सम्मेलन का आयोजन होना है. समम्मेलन के दौरान दिल्ली में कई तरह की पाबंदियां लागू रहेंगी.
नई दिल्ली इलाके में कई सेवाओं पर पाबंदी लगाई गई है. दिल्ली पुलिस ने इसे लेकर गाइडलाइंस (Delhi Police Guidelines) जारी की है. इन सबके बीच दिल्ली पुलिस की तरफ से यह भी बताया गया है कि सम्मेलन के दौरान अगर कोई शख्स बाहर से दिल्ली पहुंचता है तो वह अपने गंतव्य तक आसानी से कैसे पहुंच सकता है. दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (Traffic) एसएस यादव ने बताया कि जी-20 सम्मेलन के दौरान अगर कोई शख्स दिल्ली पहुंचता है और उसे नई दिल्ली इलाके के किसी होटल में चेकइन करना होगा तो सबसे पहले जरूरी यह है कि वहां उसकी बुकिंग होनी चाहिए.
मांगे जाने पर पुलिस को उसे बुकिंग की डिटेल्स दिखानी पड़ेगी. एसएस यादव ने कहा कि जिन लोगों ने नई दिल्ली जिले में होटल बुक किए हैं, जो एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन से आ-जा रहे हैं, उन्हें यात्रा करने की अनुमति होगी. हालांकि मांगने पर उन्हें अपनी टिकट, बुकिंग की जानकारी और वैध दस्तावेज दिखाने होंगे. उन्होंने कहा, ‘सुरक्षा पाबंदियों के कारण 10-15 मिनट की देरी हो सकती है, लेकिन उन्हें प्रवेश की इजाजत दी जाएगी.’
वहीं, दिल्ली पुलिस की तरफ से ऑनलाइन डिलिवरी (Online Delivery) पर भी दिशा निर्देश जारी किया गया है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि जी-20 सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली जिले में दवाओं को छोड़कर सभी ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं पर रोक रहेगी. विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) एसएस यादव ने बताया कि जी-20 को लेकर 25 अगस्त को पुलिस की तरफ से जारी ट्रैफिक एडवाइजरी (Delhi Police Traffic Advisory) में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
इन सेवाओं को इजाजतउन्होंने कहा, ‘आवश्यक सेवाएं जैसे डाक और चिकित्सा सेवाएं, मेडिकल जांच के लिए नमूना एकत्र करने की नई दिल्ली में इजाजत होगी.
जिले में वाणिज्यिक गतिविधियों की अनुमति नहीं होगी. ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं की अनुमति भी नहीं होगी, लेकिन दवाओं की डिलीवरी की जा सकेगी.’ उन्होंने कहा कि जरूरी सेवाओं के लिए दी गई वैध अनुमतियों का ‘सम्मान’ किया जाएगा. वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी बताया कि ‘उच्चतम न्यायालय स्टेशन’ को छोड़कर मेट्रो सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी. जी-20 में कौन-कौन से देश शामिल मालूम हो कि जी-20 सम्मेलन में 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों और यूरोपीय संघ एवं आमंत्रित देशों के शीर्ष अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 14 प्रमुखों के शामिल होने की संभावना है. जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.