क्राइम हिलोरे न्यूज़ नेटवर्क,
नई दिल्ली:दिल्ली की सबसे व्यस्त और ऐतिहासिक मार्केट पहाड़गंज में स्थित 217, घी मंडी में चल रही अवैध कैंटीन पर जब प्रशासन ने शिकंजा कसने की कोशिश की, तो सच्चाई सामने आई कि कैसे करोल बाग जोन के हेल्थ इंस्पेक्टर मीठा लाल मीणा ने पूरी सरकारी मशीनरी को गुमराह कर रखा है।स्थानीय SDM के स्पष्ट आदेश थे कि अवैध कैंटीन पर DMC एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, पब्लिक ग्रीवेंस कमीशन (PGC) ने भी दिल्ली जल बोर्ड और MCD को निर्देश जारी किए कि अवैध जल दोहन और बिना लाइसेंस कारोबार पर तुरंत कार्रवाई हो। लेकिन मीठा लाल मीणा, जो सरकारी पद पर बैठकर कानून की रक्षा करने की बजाय उसे रौंदने में लगे हैं, न सिर्फ आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं, बल्कि अवैध कैंटीन के मालिक से मोटी रकम लेकर कार्रवाई को टाल रहे हैं।जानकारी के अनुसार, मीठा लाल मीणा अपने जोन के उप स्वास्थ्य अधिकारी और दिल्ली नगर निगम कमिश्नर को भी गुमराह कर झूठी रिपोर्ट भेज रहे हैं ताकि उपर तक मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मीणा अब डी एच ओ और कमिशनर और कानून से ऊपर हो गए हैं ?ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता एवं पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा स्वयं सार्वजनिक रूप से इन अवैध ढाबों और कैंटीनों को बंद करने के निर्देश दे चुके हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर स्वास्थ्य निरीक्षक मीठा लाल मीणा जैसे भ्रष्ट अधिकारी दिल्ली शासन की मंशा को धत्ता बता रहे हैं। उनकी वजह से न सिर्फ प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है, बल्कि आम जनता की सेहत और पर्यावरण भी खतरे में पड़ रहा है।यह भ्रष्टाचार और मिलीभगत का खुला उदाहरण है। एक सरकारी अधिकारी जो न केवल आदेशों की अवहेलना कर रहा है, बल्कि झूठी जानकारी देकर सिस्टम को गुमराह कर रहा है। उसे तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाना चाहिए।अब समय आ गया है कि दिल्ली सरकार, एमसीडी कमिश्नर और सतर्कता विभाग इस पूरे मामले की जांच कर, मीठा लाल मीणा जैसे अफसरों को जवाबदेह बनाए और सख्त कार्रवाई करे। जनता का सवाल अब सीधा है, क्या ऐसे भ्रष्ट अफसरों को बर्दाश्त किया जाएगा या उन्हें पद से हटाकर मिसाल कायम की जाएगी ?
MCD हेल्थ डिपार्टमेंट करोल बाग जोन के मीठा लाल मीणा कर रहे भ्रष्टाचार की हदें पार, SDM और PGC के आदेशों की उड़ा रहे धज्जियां
