सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर अस्पताल में ड्यूटी पर नहीं थे सभी सफाई कर्मचारी, मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश

जैसा कि ज्ञात है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिशा निर्देशन में दिल्ली सरकार के सरकारी अस्पतालों में लगातार औचक निरीक्षण का सिलसिला जारी है I इस सिलसिले में कल भी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री  सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार के चार अस्पतालों का दौरा किया था I औचक निरीक्षण की श्रृंखला को आगे बढ़ते हुए आज भी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार के चार अन्य अस्पताल दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, दादा देव अस्पताल, इंदिरा गांधी अस्पताल एवं सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया I निरीक्षण के दौरान इन अस्पतालों में भी मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने अस्पताल में भर्ती मरीज से प्रत्यक्ष रूप से बातचीत की और अस्पताल की वर्तमान स्थिति के बारे में जाना I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मरीजों से प्रत्यक्ष रूप से पूछा कि इलाज में किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं आ रही है, साथ ही साथ इलाज करने के लिए मरीज से किसी दलाल ने या अस्पताल प्रशासन के किसी व्यक्ति ने कोई रिश्वत, कोई पैसा तो नहीं लिया है, मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पूछा कि सभी लोगों को सभी दवाइयां अस्पताल की ओर से मुफ्त मिल रही है या नहीं I मरीज ने अस्पताल प्रशासन के व्यवहार की सराहना की, मरीजों ने बताया कि उन्हें इलाज के लिए किसी भी प्रकार की कोई रिश्वत या पैसा नहीं देना पड़ा, अस्पताल में चल रहे इलाज का सारा खर्च अस्पताल द्वारा ही उठाया जा रहा है, सभी दवाइयां सभी इलाज मुफ्त मिल रहे हैं I साथ ही साथ मरीजों ने अस्पताल में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता की भी जमकर तारीफ की I अस्पताल में भर्ती कई मरीजों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी का दिल से आभार व्यक्त किया I 

स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से खुश दिखे मरीज़*

औचक निरीक्षण के दौरान दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कई मरीजों से स्वास्थ्य मंत्री  सौरभ भारद्वाज ने प्रत्यक्ष रूप से बातचीत की I मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने एक मरीज से उसके भर्ती होने की वजह पूछी, नजफगढ़ से आए मरीज ने बताया की गले में छोटी सी एक गांठ हो जाने की वजह से वह अस्पताल में भर्ती हुआ है I पेशे से वह मरीज़ टेंपो ड्राइवर था I मरीज ने बताया की अस्पताल में सभी प्रकार की दवाइयां, सारा इलाज, देख-रेख बिल्कुल मुफ्त है और अस्पताल में सारी सुविधाएं बेहतर किस्म की उपलब्ध कराई जाती है I मंत्री सौरभ भारद्वाज के बार-बार पूछने पर भी मरीज ने हर बार यही कहा, कि नहीं किसी बात की कोई परेशानी नहीं है, सभी सुविधा यहां मौजूद हैं और इलाज बहुत बेहतर तरीके से किया जा रहा है I वही दादा देव अस्पताल में जच्चा बच्चा विभाग में खुद को दिखाने आई महिलाओं से भी मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बात की I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने वहां पर मौजूद दर्जनों महिलाओं से प्रत्यक्ष रूप से बात कर पूछा कि डॉक्टरों का आचार व्यवहार उनके प्रति किस प्रकार का रहता है I क्या अल्ट्रासाउंड या अन्य किसी प्रकार की जांच के लिए रिश्वत देनी पड़ती है I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पूछा की सभी प्रकार की जांच अस्पताल में की जा रहे हैं या नहीं I मौके पर मौजूद सभी महिलाओं ने एक सुर में कहा कि सभी प्रकार के टेस्ट सभी जांच अस्पताल में ही की जा रही है और किसी भी प्रकार की जांच के लिए कोई रिश्वत कोई पैसा नहीं देना पड़ा I साथ ही साथ उन्होंने कहा कि डॉक्टरों का आचार व्यवहार भी बहुत अच्छा है, बहुत अच्छी तरीके से और तसल्ली बख्श जांच करते हैं I 

*मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद*

औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पतालों में पर्चा बनवाने की लाइन में खड़े मरीजों से भी प्रत्यक्ष रूप से बात की I मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने पूछा कि पर्चा बनवाने में लगभग कितना समय लग रहा है, पर्चा बनाने वाली खिड़की पर बैठे कर्मचारी ठीक से कम कर रहे हैं या नहीं, साथ ही साथ मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मरीजों से पूछा की पर्चा बनवाने के लिए या इलाज के लिए किसी दलाल को या अस्पताल प्रशासन के किसी अन्य व्यक्ति को कोई पैसा कोई रिश्वत तो नहीं देनी पड़ी I लाइन में लगे सभी मरीजों ने एक तरफ से रिश्वत की बात को नकारते हुए कहा की इलाज के लिए या पर्चा बनवाने के लिए किसी व्यक्ति को कोई रिश्वत नहीं देनी पड़ी I एक महिला ने बताया कि वह पिछले 4 महीने से इलाज कर रही है, वह पर्चे पर नई तारीख डलवाने के लिए लाइन में लगी हुई थी I महिला ने बताया कि सारा इलाज सारी दवाइयां सब कुछ बिल्कुल मुफ्त दी जाती हैं I डॉक्टर के द्वारा जो भी दवाइयां पर्चे पर लिखी गई हैं, सभी दवाइयां अस्पताल से ही मिल गई I लगभग सभी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए आए मरीजों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी द्वारा दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में दी जा रही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए दिल से उनका धन्यवाद दिया I 

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साल में एक बार भी नहीं आया बिजली का बिल*

औचक निरीक्षण के दौरान मरीजों से बातचीत करते हुए मौके पर मौजूद एक मरीज ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्था की जमकर तारीफ़ करने के साथ-साथ कहा, कि जिस दिन से मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली की सत्ता में आए हैं, न केवल अस्पताल बल्कि दिल्ली सरकार के अन्य विभागों में भी बहुत सुधार आया है I मरीज ने बताया की लगभग पिछले 5-6 सालों से आज तक मेरा बिजली का बिल नहीं आया है I बिजली का बिल हमेशा जीरो आता है I मरीज ने बताया कि मैं लगभग एक डेढ़ महीने से अस्पताल में अपना इलाज करा रहा हूं, अस्पताल में सभी प्रकार की दवाइयां सारे टेस्ट सभी इलाज मुफ्त में हो रहे हैं, इलाज के लिए मुझे 1 रुपया भी जेब से खर्च नहीं करना पड़ा I मरीज ने कहा की एक गरीब व्यक्ति के लिए अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था, बेहतर शिक्षा व्यवस्था और मूलभूत सुविधाएं मिलना कभी एक सपना मात्रा हुआ करता था, परंतु जब से दिल्ली की सत्ता में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी आए हैं गरीबों का यह सपना साकार हुआ है I 

*दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मिलता है उत्तम दर्जे का भोजन*

निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मरीजों से सभी दवाइयां इलाज सभी प्रकार की जांच आदि के साथ-साथ अस्पताल में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता के बारे में भी प्रश्न किया I अस्पताल में मौजूद मरीजों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन की ओर से जो भोजन मिलता है वह बहुत ही अच्छी किस्म का होता है I मरीज ने बताया कि सुबह नाश्ते में दूध, अंडा, पनीर, केला आदि पौष्टिक भोजन मिलता है, वहीं लंच में मरीजों को रोटी, दाल, सब्जी, चावल, सलाद आदि दिया जाता है I इसी प्रकार से रात के खाने में भी मरीजों को रोजाना अलग-अलग प्रकार की सब्जियां बनाकर परोसी जाती हैं I सभी मरीज न केवल दिल्ली सरकार के अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से अपितु अस्पताल में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता से भी संतुष्ट नजर आए I मरीजों ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के कार्यो की सराहना की I 

*ऑपरेशन का सारा खर्च अस्पताल ने उठाया*

अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने बताया की एक्सीडेंट होने के कारण उसके दाहिने पैर की हड्डी बुरी तरह से टूट गई थी I अस्पताल प्रशासन ने जांच में पाया की दाहिने पैर की हड्डी बुरी तरह से टूट गई है और हड्डी को जोड़ने के लिए ऑपरेशन के जरिए से रोड डालनी पड़ेगी I मरीज ने अपना पैर दिखाते हुए बताया की 2 दिन पहले ही उसके पैर का ऑपरेशन हुआ है और उसके पैर में रोड डाल दी गई है I मरीज ने बेहद खुशी के साथ बताया कि इस ऑपरेशन का सारा खर्चा दिल्ली सरकार के अस्पताल द्वारा उठाया गया है I मरीज ने बताया कि इस ऑपरेशन के लिए मुझे अपनी जेब से कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ा I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मरीज से किसी प्रकार की रिश्वत देने या अन्य प्रकार के किसी भ्रष्टाचार के बारे में कई बार प्रश्न पूछा परंतु मरीज ने कहा कि मुझे इस पूरे इलाज के लिए ना तो किसी को पैसा देना पड़ा और ना ही किसी व्यक्ति की सिफारिश लेनी पड़ी I मरीज ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया और तब से मेरा इलाज दिल्ली सरकार के अस्पताल में मुक्त हो रहा है और मेरे पैर का ऑपरेशन भी दिल्ली सरकार के अस्पताल में मुफ्त किया गया है I 

नहीं मिली पर्चे पर लिखी एक दवा, तुरंत जांच के दिए आदेश*

औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों से प्रत्यक्ष रूप से बातचीत कर रहे थे, मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने दवाई की लाइन में लगे कई मरीजों को रोक-रोक कर उनसे बातचीत की, उनका पर्चा देखा और साथ ही साथ मरीजों से पूछा कि पर्चे में लिखी सभी दवाइयां उन्हें अस्पताल से मिली है या नहीं मिली है ? मौके पर मौजूद एक मरीज के पर्चे में लिखी 4 दवाइयां में से एक दवाई मरीज को नहीं मिली थी I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मौके पर ही अस्पताल प्रशासन को इस दवाई की उपलब्धता की जांच के आदेश दिए और जल्द से जल्द मरीज को वह दवाई उपलब्ध कराने के निर्देश दिए I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यदि अस्पताल में दवाई खत्म हो गई है तो तुरंत प्रभाव से इसकी खरीद के लिए प्रस्ताव, विभाग को भेजा जाए और मरीज को दवाई आने पर तुरंत सूचित करके उसे यह दवाई उपलब्ध कराई जाए I

*सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर अस्पताल प्रशासन को लापरवाही के लिए लगाई लताड़*

औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री सौरभ भारद्वाज ने पाया कि सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर अस्पताल में सफाई की व्यवस्था दुरुस्त नहीं थी और बातचीत करने पर पता चला कि जितने लोगों की हाजिरी रजिस्टर में लगी हुई है सही मायने में उतने सफाई कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात नहीं है I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मौके पर ही मौजूद सभी सफाई कर्मचारियों को अस्पताल परिसर में एक जगह इकट्ठा होने का आदेश दिया और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पाया की वाकई जितने सफाई कर्मचारियों की हाजिरी रजिस्टर में दिखाई गई थी, उतने सफाई कर्मचारी मौके पर अस्पताल में मौजूद नहीं थे और सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं थी I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अस्पताल प्रशासन को इस बात के लिए फटकार लगाई और साथ ही साथ तुरंत प्रभाव से जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए I साथ ही साथ जिस कंपनी को अस्पताल की साफ सफाई का जिम्मा दिया गया है, उस कंपनी के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए I

*ठेका कर्मियों को नहीं मिल रहा था न्यूनतम वेतन कार्रवाई के दिए निर्देश*

सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर अस्पताल में ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों ने निरीक्षण के लिए अस्पताल पहुंचे मंत्री सौरभ भारद्वाज के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा I ठेका कर्मियों ने बताया कि संबंधित कंपनी द्वारा कर्मचारियों को सरकार के द्वारा निर्धारित मानकों के आधार पर न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ठेका कर्मियों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मौके पर ही अस्पताल के आला अधिकारियों को इस बात की जांच करने के निर्देश दिए और 2 दिन के भीतर जांच की रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए I साथ ही साथ मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जल्द से जल्द उन सभी ठेका कर्मचारी को नौकरी लगने से लेकर आज तक जितना भी वेतन कम दिया गया है, संबंधित कंपनी द्वारा जल्द से जल्द उनका पैसा कर्मचारियों को दिलाने के निर्देश भी जारी किए I ऐसा न करने पर कंपनी के खिलाफ लेबर कोर्ट में शिकायत करने  के निर्देश भी जारी किए I

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