कहते हैं यदि किसी देश का विकास देखना है तो उसकी सड़कें देखिए. यही वजह है कि केंद्र सरकार कनेक्टिविटी को बहुत ज्यादा महत्व दे रही है. महानगरों के बीच ट्रैवल टाइम कम करने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. हाईवे से लेकर एक्सप्रेसवे तक बन रहे हैं. अगले 2 वर्षों में भारत में 5 से ज्यादा एक्सप्रेसवे पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएंगे. फरवरी में देश के सबसे लम्बा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) के पहले फेज का उद्घाटन हो चुका हैय दिल्ली से दौसा के बीच आवाजाही भी शुरू हो गई है. इसने दिल्ली और जयपुर (Delhi to Jaipur) के बीच यात्रा का समय लगभग आधा कर दिया. अब इस एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली से गुजरात का सफर भी महज 10 घंटे में तय हो जाएगा. क्योंकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का अगला चरण सोहना-वडोदरा खंड (Sohna to Vadodara) होगा.
वड़ोदरा सोहना Express way पर हर 10 km par speed camera लगा हैं अगर आपकी कार 120 से ऊपर गई तो कटा चालान। इस Express way पर बाइक,स्कूटर, ट्रैक्टर, टैंपो allow नही है। रोड खेतो से कम से कम 20 फूट ऊंचा है। कही कोई कट नही है । बीच में आ रहे नगर हेतु ही एक्जिट है। साथ ही रास्ते में कई जगह आराम के लिए और जलपान के लिए रेस्टोरेंट बने है और पेट्रोल पंप भी है, इसके लिए आपको एक्सप्रेस वे से साइड बने रास्ते से नीचे उतरना पड़ेगा। अब यात्रा हुई आसान मात्र ढाई घंटे में दिल्ली से जयपुर।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के चरणबद्ध निर्माण के जरिए गुरुग्राम और दौसा के बीच यात्रा के समय में भी काफी कमी आई है. फिलहाल पहले चरण में सोहना गुरुग्राम से लालसोट तक एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो चुका है।गुरुग्राम और दौसा के बीच यात्रा का समय अब घटकर सिर्फ 2.5 घंटे हो गया है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण वर्तमान में चल रहा है और इसका पहला चरण अब आम जनता के लिए गुरुग्राम के पास सोहना से लालसोट तक चालू है. उम्मीद है कि एक्सप्रेसवे का अंतिम चरण 2023 के अंत तक समाप्त हो जाएगा और 2024 के पहले कुछ महीनों में खुल जाएगा.
मणि आर्य
क्राइम हिलोरे न्यूज की खास रिपोर्ट।