आईफ्लू:कंजेक्टिवाइटिस संक्रमण से आंखों में उतर रहा खून

कंजेक्टिवाइटिस (आईफ्लू) अर्थात आंखों की बीमारी जिसमें लोग ‘लाल आंखे’ लेकर घूम रहे हैं। मानसून के मौसम में आंखों पर वायरल अटैक हो रहा है। इससे कोई एकाध शहर या प्रदेश नहीं बल्कि सात राज्य प्रभावित हैं।

गांव से लेकर शहरों तक, आम से लेकर खास तक सब इससे परेशान हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार लाखों लोग इस बीमारी से ग्रसित हो चुके हैं। इसकी चपेट में मध्य प्रदेश, दिल्ली, यूपी, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा हैं। सामान्य लक्षण के अलावा गंभीर संक्रमण में आंखों में सूजन और खून उतर रहा है।

आप्थेलमोलॉजिस्ट व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अजंली विरानी ने वनइंडिया से कंजेक्टिवाइटिस संक्रमण को लेकर चर्चा के दौरान बताया कि आंखे लाल होना, पानी आना, जलन होना तो इसके सामान्य लक्षण हैं, लेकिन उनकी ओपीडी में कई मरीज ऐसे भी आ रहे हैं, जिनकी आंखों में ब्लड तक उतर आया है। आंखों में सूजन के कारण दिखना तक बंद हो जाता है। सामान्य दवाएं या आईड्राप इसका हल नहीं हैं। अब तक हजारों लोग उनकी ओपीडी में आ चुके हैं। कई लोग देशी उपाय से संक्रमण को बिगाड़ लेते हैं। मेरी सलाह है कि यदि आंखों में आईफ्लू का संक्रमण है तो अपने आसपास किसी नेत्ररोग विशेषज्ञ को जरूर दिखा लें।

कंजेक्टिवाइटिस (आइफ्लू) के बारे में जाने

– आइफ्लू की बीमारी बारिश के मौसम में होती है।

– आंखों में एक पारदर्शी पतली झिल्ली कंजिक्टवा होती है।

– पलको के अंदरूनी और आंखों की पुतली के सफेद भाग को कवर करती है।

– इसमें सूजन आने या संक्रमित होने को कंजेक्टिवाइटिस या आंख का आना कहते हैं।

– उमस और नमी से वायरस, बैक्टीरिया फैल रहा है।

– आईफ्लू के मरीज चश्मा लगाएं और आईसोलेशन में रहें।

आईफ्लू (कंजेक्टिवाइटिस) के यह लक्षण हैं

-आंखें लाल होकर सूजन आना।

-आंखों से खून भी आ सकता है।

-खुजली, दर्द और गड़न महसूस होना।

-आंखों से लगातार पानी आना।

-पलकों पर सूजन व खुजली होना।

-धुंधला नजर आना।

-पलकें आपस में चिपक जाती हैं।

-तेज रोशनी खराब लगती है।

कंजेक्टिवाइटिस का संक्रमण हुआ है तो यह उपाय करें

-आंखों को गंदे हाथों से न छुएं।

-बच्चों को बार-बार आंखों को मलने व छूने से रोकें।

-आस-पास किसी को आई फ्लू की आशंका लगे तो आंखों को साफ पानी से धोएं।

-ठंडे पानी व बर्फ से सिकाई करें।

-काला चश्मा लगाएं।

– आई फ्लू की दवा डालते के बाद अपने हाथों को साबुन से धोएं।

कंजेक्टिवाइटिस से बचने के लिए यह उपाय करें

– संक्रमित व्यक्ति या अन्य से हाथ मिलाने से बचे।

– टीवी का रिमोट, मोबाइल, टॉबिल व अन्य वस्तुएं छूने से बचें।

– बच्चों में संक्रमण है तो उन्हें स्कूल न भेजें।

– मरीज को संभव हो सके तो आईसोलेशन में रखें।

– किसी को आंखों का संक्रमण है तो दूसरे व्यक्ति उससे दूरी रखें।

– मरीज की आंखों में दवा डालने के बाद हाथों को साबुन से धोएं

– खुद से इलाज न करें, डॉक्टर को दिखाकर ही दवा व आईड्राप लें।

By Chaitanyadas Soni Oneindia

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