किसी भी गैंगस्टर/क्रिमिनल्स के लिए कोई रियायत नहीं। क्रिमिनल्स की मदद व मिलीभगत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं: राकेश कुमार आर्य, पुलिस महानिरीक्षक रोहतक रेंज 

थाना में आए फरियादी के साथ सम्मानजनक व्यवहार करते हुए उसकी शिकायत पर निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्रवाई करने के निर्देश

रोहतक : 18 मई 2023

पुलिस महानिरीक्षक रोहतक रेंज, रोहतक श्री राकेश कुमार आर्य, आईपीएस बृहस्पतिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय रोहतक पंहुचे। यहाँ पहुंचने पर आईजी श्री राकेश कुमार आर्य का सलामी देते हुए स्वागत किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक रोहतक श्री हिमांशु गर्ग व अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। तत्पश्चात लघु सचिवालय रोहतक में स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में अपराध समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आईजी श्री राकेश कुमार आर्य के मुख्य मौजूदगी में पुलिस अधीक्षक रोहतक श्री हिमांशु गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहतक श्रीमती मेधा भूषण, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डॉ. रविन्द्र, उप पुलिस अधीक्षक सांपला यशपाल सिंह, उप पुलिस अधीक्षक विवेक कुंडु, उप पुलिस अधीक्षक महम संदीप, उप पुलिस अधीक्षक रोहतक विरेन्द्र व जिला के सभी थाना प्रभारी/चौकी, प्रभारी सीआईए स्टाफ, प्रभारी एवीटी स्टाफ व अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित विषयों की समीक्षा की गई।

                  मीटिंग में सर्वप्रथम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेधा भूषण द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से जिला की भौगोलिक परिस्थितियों, थाना व चौकियों तथा मुख्य मार्गों के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक महोदय को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया। जिनमें तुलनात्मक आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित आपराधिक मामलों तथा शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल बदमाशों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित व संपत्ति विरुद्ध अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असलाह को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों की समीक्षा करते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।

पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार आर्य ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि संगीन एवं जघन्य किस्म के अपराधों तथा महिला विरुद्ध अपराध से जुड़ी शिकायतों पर तत्परता एवं गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने व नशाखोरी का अवैध कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में जाए। आईजी श्री राकेश कुमार आर्य ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस को आपराधिक मामलों की जांच के दौरान नई तकनीकों का प्रयोग करना चाहिए। साक्ष्य एकत्रित करने के लिए आधुनिक तकनीकी साधनों का प्रयोग करे ताकि अदालत में ठोस व पुख्ता सबूत पेश किए जा सके जिससे कि अपराधी को सजा दिलाई जा सके। अनुसंधान के दौरान मामलें की हर पहलू से जांच करे। इसके अतिरिक्त कानून व्यवस्था, यातायात व्यवस्था व अन्य सामान्य ड्यूटियों के दौरान भी आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जाए। उन्होंने आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के मामलों की गहनता से जांच करने व केस की तह तक जाने व सोर्स का पता लगाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके। उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड, उद्घोषित अपराधियों, बेल जम्परों व पैरोल जम्पर अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने तथा जिला के 21 इनामी मोस्टवांटेड अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रत्येक के लिए अलग-2 पुलिस टीमें गठित करके जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। अपराधों की रोकथाम, शांति एवं कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी व थाना प्रबन्धक अपने-अपने क्षेत्र में मोजिज व्यक्तियों से संपर्क, निगरानी व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित करें, ताकि कानून व्यवस्था एवं शांति बनी रहे। उन्होंने कहा कि सभी थाना प्रबंधको व चौकी प्रभारियों को अपने अपने एरिया के गैंगस्टर व क्रिमिनल की जानकारी होनी चाहिए। दुष्चरित्र एवं असामाजिक शरारती तत्वो की गतिविधियों पर निगाह रखते हुए निवारक कार्रवाई की जाए। जेल से बाहर आए हुए आदतन अपराधियों व उनके सहयोगियों पर कड़ी निगाह रखते हुए उनसे बार-बार पुछताछ की जाए। ग्राम प्रहरी का उचित मार्गदर्शन करके उपयोगी जानकारियां एकत्रित की जा सकती है। पुरानी रंजिश के मामलों पर गंभीरता से निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही करके अपराध को होने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि गैंगस्टर/क्रिमिनल्स के लिए कोई रियायत नहीं बरती जानी चाहिए। किसी भी क्रिमिनल्स के साथ सहयोग व मिलीभगत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सड़क हादसों में होने वाली जान व माल की हानि पर कड़ा संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कार्रवाई की जाए। रॉन्ग साइड ड्राइविंग, रॉन्ग पार्किंग या सड़क दुर्घटना का कारण बनने वाले अन्य वाहनों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाए। 

                अपराध समीक्षा मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी थाना प्रबंधको को निर्देश देते हुए कहा कि थाना में आए प्रत्येक शिकायतकर्ता के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध व अन्य अपराधिक मामलों गहनता से जांच पड़ताल करके आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाए। श्रेष्ठ एवं सराहनीय ड्यूटी करने वाले जवानों का उचित इनाम देकर सम्मान किया जाएगा।

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