कोरोना वॉरियर डॉ रमेश कुमार बतौर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व प्रभारी कुष्ठ गृह औषधालय ताहिरपुर में कार्यरत थे, जहां कोरोना की चपेट में आकर उनका निधन हो गया – राज कुमार आनंद*
नई दिल्ली, 8 जून, 2023*
दिल्ली सरकार के श्रम एवं समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने गुरुवार को कोरोना महामारी के समय लोगों का इलाज करते हुए जान गंवाने वाले कोरोना योद्धा डॉ रमेश कुमार के परिवार से मुलाकात की और उन्हें केजरीवाल सरकार की ओर से एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि का चेक सौंपा। इस दौरान श्रम एवं समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने बताया कि कोरोना वॉरियर डॉ रमेश कुमार रावत बतौर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व प्रभारी कुष्ठ गृह औषधालय, ताहिरपुर में कार्यरत थे जोकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अधीन आता है। कोविड-19 महामारी के समय जनसेवा करते हुए डॉ रमेश कुमार कोरोना की चपेट में आ गए और उनका निधन हो गया। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के समय दूसरों की सेवा करते हुए कोविड की चपेट में आकर जान गंवाने वाले दिल्ली के कई कोरोना योद्धाओं के परिजनों को केजरीवाल सरकार एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दे चुकी है।
श्रम एवं समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद गुरुवार को कोरोना योद्धा स्वर्गीय डॉ रमेश कुमार के परिवारजनों से मिलने सरिता विहार स्थित उनके निवास पर पहुंचे। इस दौरान श्रम एवं समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने डॉ रमेश कुमार की मां भगवान देवी और पत्नी मीनाक्षी कुमार से मुलाकात कर दोनों को 50-50 लाख रुपए की सम्मान राशि का चेक सौंपा। दिल्ली सरकार के मंत्री ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी और भविष्य में भी जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भले ही अनुग्रह राशि परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए, लेकिन मुझे उम्मीद है कि परिजनों को इस आर्थिक मदद से अपना भविष्य संवारने एवं जीवन यापन में थोड़ी सहायता मिलेगी।
*कोरोना महामारी में अंतिम क्षण तक सीएमओ डॉ रमेश कुमार करते रहे लोगों का इलाज*
श्रम एवं समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि कोरोना वॉरियर डॉ रमेश कुमार पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अधीन आने वाले कुष्ठ गृह औषधालय, ताहिरपुर में बतौर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व प्रभारी कार्य कर रहे थे। उन्होंने कोरोना महामारी के समय अदम्य साहस का परिचय दिया। वह कोरोना के समय लोगों की सेवा के लिए अस्पताल में पूरी श्रद्धा के साथ अपनी ड्यूटी करते रहे, कोरोना की मुश्किल घड़ी में मैदान नहीं छोड़ा और लोगों का इलाज करते-करते खुद भी कोरोना की चपेट में आ गए। उन्हें इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां वह कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए और 19 मई 2021 को उनका निधन हो गया।
डॉ रमेश कुमार की 1996 में पूर्वी दिल्ली नगर निगम में नियुक्ति हुई थी। उन्होंने एमबीबीएस के बाद एमडी की पढ़ाई की थी। जिसके बाद वह जन सेवा के कार्य में लगे हुए थे। डॉ रमेश कुमार के परोपकारी और मददगार व्यक्तित्व को आज भी उनके मित्र और परिवार के लोग बहुत याद करते हैं। अस्पताल का स्टाफ आज भी इस बात को याद करता है कि डॉ रमेश कुमार अंतिम क्षण तक लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे बढ़कर काम करते रहे, लेकिन खुद कोरोना के खिलाफ जिंदगी की जंग हार गए। अब उनके परिवार में अकेले उनकी पत्नी मीनाक्षी कुमार व मां भगवान देवी रह गई हैं।
कोरोना योद्धाओं की मदद के लिए हमेशा तैयार केजरीवाल सरकार*
श्रम एवं समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच जनता की सेवा के लिए डॉक्टरों, नर्सों, और कर्मचारियों ने परिजनों से दूर रहकर मरीजों के इलाज के लिए 24 घंटे सेवाएं दी। इस बीच कई कोरोना योद्धा खुद कोरोना संक्रमित हुए और अपनी जान तक गवां दी। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले। महामारी में जान गंवाने वाले दिल्ली के 70 से अधिक कोरोना योद्धाओं के परिजनों को केजरीवाल सरकार एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि प्रदान कर चुकी है। उनकी मदद के लिए दिल्ली सरकार हमेशा उनके साथ है। हम अपने सभी कोरोना योद्धाओं का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा की है।