हरियाणा एसटीएफ ने चार साल से फरार चल रहे कुख्यात अपराधी काला खैरमपुरिया को चंडीगढ़ से दबोच लिया है। खैमपुरिया पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। हरियाणा एसटीएफ के अनुसार, 2020 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद खैमपुरिया फरार हो गया था। पुलिस चार साल से उसकी तलाश कर रही थी।
एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि कुख्यात अपराधी राकेश खैमपुरिया 2023 में फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश चला गया था। वहां उसने स्थानीय अपराधियों के गैंग में शामिल होकर वारदातों को अंजाम देने लगा। साथ ही वहीं से अपना गिरोह भी चला रहा था। उसके कई अपराधी गिरोहों से संबंध थे, जिनमें हिमांशु भाऊ गैंग और नीरज फरीदपुरिया गैंग भी शामिल हैं।
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच और हरियाणा एसटीएफ की टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर हिमांशु भाऊ गैंग के तीन शूटरों को मार गिराया था। यह इनकाउंटर सोनीपत के खरखोदा इलाके में हुआ था। इस दौरान दिल्ली पुलिस का एक स्टाफ भी घायल हो गया था। हालंकि वह सुरक्षित है।
इनकाउंटर में मारे गए तीनों शूटरों की पहचान आशीष उर्फ लालू, सन्नी खरार और विक्की रधाना के रूप में हुई है। मारे गए इन तीन शूटरों में आशीष और विक्की दिल्ली के बर्गर किंग हत्याकांड में भी शामिल थे।