भ्रामक जानकारी, धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली, शांति भंग करने वाली पोस्ट को सोशल मीडिया पर वायरल करने वालो के खिलाफ होगी कडी कार्यवाही :- डॉ अर्पित जैन आईपीएस, पुलिस अधीक्षक झज्जर
झज्जर पुलिस द्वारा सोशल मीडिया की मोनिटरिंग लगातार जारी
झज्जर
कानून व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए जलाभिषेक धार्मिक यात्रा को लेकर नुहं प्रशासन द्वारा अभी तक कोई अनुमति नहीं दी गई है। कुछ संगठनों द्वारा दिनांक 28.08.2023 सोमवार को नूंह में ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा निकलाने का आह्वान किया गया है। पिछली यात्रा में कानून व्यवस्था की स्थिती बिगड़ी थी। मीडिया व अन्य स्त्रोतों से सूचना प्राप्त हुई है कि कुछ व्यक्ति ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा मे हिस्सा लेने के लिए नूंह जा रहे है। यात्रा में शामिल होने के लिए जाने वाले व्यक्तियो से पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रा मे शामिल न होने बारे अनुरोध किया गया है। ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा की अनुमति न होने के कारण जिला प्रशासन शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्क है। एसपी डॉ अर्पित जैन ने बताया कि कोई भी व्यक्ति ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा को लेकर किसी भी तरह की झूठी अफवाह न फैलाए। धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली पोस्ट, धर्म-जाति, वर्ग विशेष पर आपत्तिजनक टिप्पणी, भ्रामक जानकारी फैलाने वाली, जनभावना को आहत करने वाली, लोक शांति भंग करने वाली पोस्ट, फोटो या वीडियो को फेसबुक, यू-ट्यूब, व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम इत्यादि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉरवर्ड/अपलोड या शेयर बिल्कुल न करें। ऐसे लोगो पर पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व अन्य साधनों से निगरानी रखी जा रही है। भड़काऊ पोस्ट करने या ऐसी पोस्ट पर कमेंट, लाइक और फॉरवर्ड करने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कडी कानूनी कार्रवाई करते हुए आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होने बताया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा हाल ही मे रिट पिटिशन मे द्वेषपूर्ण भाषण (हेट स्पीच) देने वालो के खिलाफ मामला दर्ज कर सख्त कार्यवाही करने बारे आदेश दिये गये हैं। झज्जर पुलिस द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गये आदेशो की पूर्ण रुप से पालना की जा रही है। कोई भी व्यक्ति द्वेषपूर्ण भाषण देगा तो उसके खिलाफ तुंरत एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाही की जायेगी।
पुलिस अधीक्षक झज्जर डॉ अर्पित जैन आईपीएस ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि आमजन भ्रामक खबरों व अफवाह फैलाने वालों के बहकावे में ना आए। कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथ में न लें। कानून व्यवस्था खराब करने या शांति भंग करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।