शक्तिपीठ झंडेवाला देवी मंदिर मे वासंतिक नवरात्र के छठे दिन प्रातः 4 बजे माँ के छठ्वें स्वरूप “कात्यायनी‘’ देवी का श्रृंगार व पूजा अर्चना की गई l इनका वाहन सिंह है l विश्व प्रसिद्ध महर्षि कात्या ने भगवती जगदंबा की उपासना करते हुए बहुत वर्षो तक कठोर तपस्या की l उनकी इच्छा थी की माँ भगवती उनके घर पुत्री रूप के जन्म ले l उनकी प्रार्थना स्वीकार हुई और माँ कात्यायनी स्वरूप में उनके घर उत्पन्न हुई।
भक्तों के लिये मंदिर की ओर से चाय प्रसाद एवं शर्बत की वयवस्था की गई है जो सारा दिन चलता है। l लाइनों मे खड़े भक्तों को अंतिम छोर तक पेयजल की आपूर्ति की l पंक्तियों में खड़े भक्तों के लिए मधुर भक्ति गीत – संगीत की स्वर लहरियाँ गूँजती हैं जिससे भक्तों का उत्साह बना रहे l
मंदिर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंदिर प्रवेश से पूर्व भक्तों के सैनिटाईजेशन की भी व्यवस्था की गई है।
प्रातःकाल से रात्रि 10 बजे तक हजारों बहनों को निशुल्क मेहंदी लगाई जा रही है।
मदर डेयरी के स्टाल पर भक्तों की भारी भीड़ देखी जा सकती है।
प्रात: 4:00 बजे से रात्रि 12 बजे तक के सारे कार्यकर्मों का सीधा प्रसारण झंडेवाला देवी मंदिर के यूट्यूब चैनल व फेसबुक ब इन्स्टाग्राम पर किया गया है।
आज मंदिर में विभिन्न कीर्तन मंडलियों द्वारा महामाई का गुणगान किया गया।
कल सातवें दिन माँ के सातवे स्वरूप माँ कालरात्रि देवी जी की पूजा की जायेगी l