राजधानी स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक झण्डेवाला देवी मंदिर मे आज वासंतिक नवरात्र के अंतिम दिन माँ के नवें स्वरूप “माँ सिद्धिधात्री’’ जी का श्रृंगार व पूजा अर्चना पूर्ण विधि-विधान के साथ की गई l माँ सिद्धिधात्री कमल पुष्प पर विराजमान अपने साधकों को समस्त सिद्धियाँ प्रदान करने मे समर्थ है l देवी पुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से ही इन सिद्धियाँ को प्राप्त किया था l इन्ही की अनुकंपा से ही भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ और “अर्धनारीश्वर’’ नाम से प्रसिद्ध हुए l
नवरात्र का अंतिम दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योकि आज माँ की उपासना करने से साधारण भक्तों की मनचाही मुरादें पूरी होती है l उन्हें सुख – समृद्धि प्राप्त होती है l झण्डेवाला देवी मंदिर मे पूरे नौं दिन माँ के नौं स्वरूपों का पूजन किया जाता है और नवरात्र पर्व संपन्न होता है l आज भी सारा दिन भक्त माँ के दर्शन कर अपने परिवार की मंगलकामना करते रहे l आज रूस की दो पर्यटक महिलायें मंदिर में दर्शन करने आईं।
प्रात: 4:00 बजे व सायं 7.00 बजे की आरती का सीधा प्रसारण मंदिर द्वारा झंडेवाला देवी मंदिर यूट्यूब चैनल पर किया गया । आज मंदिर में बोई गयी खेत्री का बेंड बाजे के साथ विसर्जन किया गया।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर सेवादारो द्वारा दुर्गा स्तुति के पाठ का आयोजन मंदिर में किया गया ।