पता लगाकर उसे खोदेंगे, जहां पर पाइप लाइन टूटी हुई है और उसकी मरम्मत की जा सकती है।
दूसरा, मौजूदा वक्त में फाइन ट्यूब के साथ मॉडर्न कैमरा उपलब्ध है, जिसको पाइप लाइन के अंदर डाल सकते हैं और वो कैमरा करीब 500 मीटर तक बता सकता है कि कहां-कहां पानी की पाइप लाइन टूटी हुई है। कैमरा से ऐसी जगहों का पता लगाकर जल बोर्ड के अधिकारी उसकी मरम्मत कर गंदे पानी की समस्या से निजात दिला सकते हैं। इस पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीजेबी को हिलियम गैस या मॉडर्न कैमरा की मदद से पाइप लाइन के लीकेज का सही पता लगाकर उसे ठीक करने की संभावना तलाशे का निर्देश दिया।
मीटिंग के दौरान दिल्ली जल बोर्ड ने आधुनिक तकनीक की मदद से गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या को दूर करने को लेकर कुछ बजट की भी मांग की। इस पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीजेबी के चेयरमैन को आदेश देते हुए कहा कि गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या को दूर करने के लिए जरूरी राशि को आने वाले बजट में शामिल किया जाए, ताकि इसके लिए पैसे की कमी न हो सके और युद्ध स्तर पर गंदे पानी की समस्या का स्थाई तौर पर समाधान किया जा सके। सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीजेबी को दूषित जल आपूर्ति वाले सूचीबद्ध इलाकों की जांच और सत्यापन करने का भी निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर उच्च स्तरीय बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली जल बोर्ड के साथ नियमित समीक्षा बैठक कर अधिकारियों से डीजेबी के उस विस्तृत प्लान के बारे में पूरी जानकारी ली, जिसके माध्यम से जल बोर्ड दिल्ली के कुछ चुनिंदा इलाक़ों में आ रही गंदे पानी की समस्या को ख़त्म करेगा।डीजेबी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपना पूरा रोडमैप प्रस्तुत करते हुए ये बताया कि इस समस्या को ख़त्म करने के लिए जल बोर्ड आधुनिक तकनीक जैसे हीलियम गैस एवं अत्याधुनिक कैमरों का इस्तेमाल करेगा और पाइपलाइन लीकेज के बारे में पता लगाकर उसका स्थाई समाधान करेगा।मुख्यमंत्री ने इस सम्बंध में जल बोर्ड चेयरमैन एवं मंत्री सौरभ भारद्वाज को आदेश दिए कि दिल्ली के लोगों को साफ़ और स्वच्छ पानी की सप्लाई देने के लिए पैसे की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। इस प्लान को जल्द और बेहतर तरीक़े से क्रियान्वित किया जाए।