जहा एक ओर दिल्ली में पानी का संकट गहराता जा रहा है। लोगो को पीने का साफ पानी तक नसीब नही हो रहा है। वही सभी नियमों को ताक पर रखकर दिल्ली के पहाड़ गंज में अवैध रूप से बनाए जा रहे होटल्स में रात के अंधेरे में चोरी छिपे अवैध वाटर बोरिंग की जा रही है। जबकि कोर्ट के आदेशों के अनुसार भू जल के घटते जल स्तर को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार से की जाने वाली वाटर बोरिंग को पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध किया जा चुका है। लेकिन वही दिल्ली के पहाड़ गंज में पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए अवैध रूप से चल रहे अवैध होटल्स में रात के अंधेरों में चोरी छिपे अवैध रूप से वाटर बोरिंग की जा रही है और तो और नित नए होटल्स भी एमसीडी की मिलीभगत से अवैध रूप से बनाए जा रहे है। इस सब खेल में शामिल हैं स्थानीय नेता जो सत्ता और अपनी ऊंची पहुंच के चलते एमसीडी पुलिस प्रशासन को अपनी उगलियों पर नाचते नजर आते है। जहा एक ओर एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट विपक्ष के कई अवैध कारनामों पर कानूनी कार्यवाही करते हुए कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर बेनकाब कर रही है। लेकिन वही सत्ता पक्ष के नेताओ के काले कारनामों पर अंकुश लगाने में ED बेबस नजर नजर आ रही है।दिल्ली के पहाड़ गंज में एक के बाद एक नित नए अवैध निर्माण कर होटल्स , अवैध फ्लैट्स डीडीए की जमीनों को कब्जा कर बनाने का सिलसिला बेरोकटोक चल रहा है,जिन्हे पहाड़ गंज के कई पूंजीपति बे-रोकटोक डंके की चोट पर पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए सरेआम बना रहे, इन पर अब तक ना तो ED की नजर पड़ी ,ना ही पुलिस प्रशासन एसडीएम की नजर पड़ी है। आखिर क्यों ? ये एक बड़ा सवाल है। आखिर क्यों पुलिस प्रशासन एसडीएम आंखे बंद किए बैठी है? या फिर कही ऐसा तो नहीं प्रशासन की आंखों पर चांदी का चश्मा चढ़ चुका हो। सवालिया निशान? वही बात करे अवैध बोरिंग की तो ऐसे कैसे हो सकता है कि रात के अंधेरों में बोरिंग की गाड़ी आए , उस मशीन का तेज शोर पुलिस प्रशासन को सुनाई ना दे।
ऐसा ही ताजा मामला दिल्ली के करोल बाग़ विधान सभा क्षेत्र के पहाड़ गंज में पुलिस प्रशासन एसडीएम को ठेंगा दिखाते हुए सरेआम वाटर बोरिंग ?? 6/7 देश बंधु गुप्ता रोड पहाड़ गंज में होटल ओम के साथ अवैध निर्माण के लिए अवैध वाटर बोरिंग चोरी छिपे की गई है। जबकि वाटर बोरिंग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। ना ही भू जल से कैसा भी निर्माण कार्य किया जा सकता है? यही नहीं पहाड़ गंज के चूना मंडी ने चल रहे अवैध निर्माणों में चोरी छिपे अवैध वाटर बोरिंग की गई। खास बात ये भी ” इस अवैध निर्माण के लिए अब तक ना ही BSES से टेंपरेरी बिजली का मीटर लिया गया है “?
ऐसे में ये सवाल की प्रशासन एसडीएम दिल्ली जल बोर्ड ने इस अवैध निर्माण और अवैध वाटर बोरिंग पर अब तक कोई कानूनी कार्यवाही क्यों नही की ? क्या ऐसा हो सकता है कि लोकल बॉडी को मैन रोड पर चल रहे इस अवैध निर्माण,अवैध बोरिंग की जानकारी ना हो ?
यही नहीं इस सारे प्रकरण के बारे में करोल बाग विधान सभा क्षेत्र के विधायक विषेश रवि के संज्ञान में लाया गया लेकिन ये भी कोई ठोस कानूनी कार्यवाही की बात करते नजर नही आए।
आपको बता दे पहाड़ गंज में इन्ही अवैध होटल्स की वजह से अवैध गतिविधियां अपने चरम पर है। इन्ही होटल्स की वजह से कई होटल्स में अवैध स्पा सेंटर चल रहे हैं। आसपास भी अवैध बार भी चल रहे हैं जिससे पहाड़ गंज का माहोल काफी खराब हो चुका है। स्थानीय महिलाओ का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। लेकिन इन अवैध गतिविधियों पर कोई अंकुश नहीं। कोई कानूनी कार्यवाही नही । आखिर क्यों ? इस मामले में अब तक दिल्ली के उप राज्यपाल से लेकर संबंधित विभागों को स्थानीय निवासी द्वारा लिखित शिकायत दी जा चुकी है। लेकिन अब देखना ये है कि क्या दिल्ली के उप राज्यपाल,, प्रशासन , एसडीएम , दिल्ली जल बोर्ड , पहाड़ गंज में इन अवैध निर्माणों पर , अवैध वाटर बोरिंग करने वालो पर कोई कानूनी कारवाही करती भी है या नहीं ?