पंजाबी बाग़ श्री धार्मिक रामलीला कमेटी में लंका दहन और अंगद का पैर जमाने की लीला का मंचन

अशोक कुमार निर्भय / संवाददाता

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के पंजाबी बाग़ में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी (रजि.) द्वारा आयोजित रामलीला मंचन में आज भक्तिमय और प्रेरणादायी प्रसंगों का सजीव चित्रण हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ समिति के चेयरमैन सत्यदेव गोयल, अध्यक्ष वासुदेव गोयल, संरक्षण गौरव पाराशर, मुख्य संरक्षक सुंदर लाल गोयल, वाइस चेयरमैन नवीन जैन, मुख्य सलाहकार प्रेम गोयल, वीरेंद्र गोयल, महामंत्री अमित अग्रवाल, कोषाध्यक्ष प्रदीप मित्तल, वरिष्ठ उप प्रधान जतिन गोयल, उपप्रधान कमल किशोर और महाप्रबंधक अजय गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
आज के मंचन में लंका दहन, शांति प्रस्ताव और अंगद का पैर जमाने जैसे ऐतिहासिक प्रसंगों का जीवंत प्रदर्शन हुआ। हनुमान द्वारा लंका दहन का दृश्य जहां दर्शकों को भावविभोर कर गया, वहीं अंगद की निर्भीकता और पराक्रम ने पूरा मैदान जयकारों से गूंजा दिया। प्रत्येक प्रसंग पर दर्शकों ने तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर कई विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। मंचन को देखने पहुंची सांसद बांसुरी स्वराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटलर, विधायक हरीश खुराना, भाजपा नेता नवीन जिंदल, विश्व पत्रकार महासंघ के दिल्ली प्रदेश प्रभारी एवं वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार निर्भय, दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आशुतोष पांडेय समेत अन्य गणमान्य अतिथियों का समिति द्वारा भव्य स्वागत किया गया। उन्हें राम दरबार स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र और मोतियों की माला पहनाकर सम्मानित किया गया। उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने रामायण के आदर्शों को समाज तक पहुंचाने के इस प्रयास की सराहना की।
महामंत्री अमित अग्रवाल ने बताया कि समिति आगामी दिनों में रामायण के अन्य महत्वपूर्ण प्रसंगों का मंचन करेगी। उन्होंने कहा कि चेयरमैन सत्यदेव गोयल के नेतृत्व में पिछले 46 वर्षों से यह रामलीला निरंतर आयोजित हो रही है और उनकी कामना है कि यह परंपरा आगे भी उतनी ही श्रद्धा और उत्साह से जारी रहे। महाप्रबंधक अजय गुप्ता ने जानकारी दी कि मंचन के दौरान धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी दिए जा रहे हैं। इस वर्ष विशेष रूप से पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ भारत अभियान और ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों पर आधारित सेल्फी प्वॉइंट बनाकर दर्शकों को प्रेरित किया जा रहा है।
कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में भक्तों की उपस्थिति ने पूरे वातावरण को भक्ति, श्रद्धा और सांस्कृतिक आभा से आलोकित कर दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी दर्शक मंचित लीलाओं में डूबे नजर आए। पंजाबी बाग़ की यह रामलीला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता का भी सशक्त उदाहरण साबित हुई।

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