विशेष संवाददाता चिमन लाल
डीसीपी बहादुरगढ़ मयंक मिश्रा ने दी जानकारी
बहादुरगढ़
शनिवार की शाम को सेक्टर-9 बहादुरगढ़ मे स्थित मकान में ब्लास्ट के दौरान चार लोगों की मौत के मामले में नया मोड़ आया है। यह घटनाक्रम कोई हादसा नहीं, बल्कि परिवार के ही मुखिया की सोची समझी साजिश थी। पहले उसने नींद की गोलियां खिलाकर परिवार को बेहोश किया। फिर रस्सी, हाथों से गला दबाया तथा तेज हथियार से वार किए। इसके बाद मृतकों पर तेल डालकर आग के हवाले कर दिया। हालांकि खुद को भी मारने का प्रयास किया। लेकिन भय के चलते अपने कदम पीछे खींच लिए। मकान से पुलिस को बोतल में पेट्रोल तथा एक नोट भी बरामद हुआ है। नोट में आरोपी ने अपनी बहन व जीजा पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरी कहानी बयां की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या की धारा के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है। आरोपी सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा। रविवार को डीसीपी मयंक मिश्रा ने पत्रकारो के रूबरू होते हुए मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सेक्टर-9 में स्थित एक मकान में शनिवार की देर शाम को धमाके के साथ आग लग गई थी। जब बचाव कार्य शुरू हुआ तो मकान में हरपाल नाम का शख्स घायल अवस्था में मिला। जिसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। जबकि मौके पर कमरे में चार शव भी बरामद हुए। ये शव हरपाल की पत्नी संदीप कौर 38, बेटी करीब 11 वर्षीय चहक, बेटे करीब 17 वर्षीय जसकीरत तथा 9 वर्षीय सुखविंद्र के थे। प्रारंभिक तौर पर मामले को हादसा माना जा रहा था। लेकिन मामले की तह तक जाने के लिए उन्होंने एसीपी प्रदीप कुमार व थाना प्रबंधक शहर बहादुरगढ़ के साथ मौके का मुआयना किया था और मौके पर बैलेस्टिक व फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर गहनता से जांच की गई थी। धमाके तथा मकान के अंदर बने हालातों सहित कई पहलुओं को देखते हुए पुलिस को मामले में कुछ और शंका थी। जैसे ही कमरे खंगाले गए तो तस्वीर साफ होने लगी। जांच के दौरान एक बोतल में पेट्रोल तथा कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ। जब पुलिस ने वह नोट पढ़ा तो पूरा मामला साफ हो गया। सामने आया कि यह कोई हादसा नहीं था बल्कि हरपाल ने खुद ही पूरी साजिश रची थी। उसी ने पहले अपने बीवी बच्चों की हत्या की और उन्हें आग के हवाले किया। बाद में खुद भी मरने की कोशिश की। आग लगने के बाद ही ऐ सी की इंटरनल यूनिट में ब्लास्ट होने की बात सामने आई है। हरपाल मूलत: उत्तराखंड के रुद्रपुर से है। पेशे से ट्रांसपोर्टर है। नोट में हरपाल ने अपनी बहन व जीजा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस 12 पेज के सुसाइट नोट में हरपाल ने लिखा है कि वह आज पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने जा रहा है। इसकी वजह उसके जीजा दलजीत व बहन परविंद्र हैं। इन्होंने धोखाधड़ी से उसके मकान की रजिस्ट्री अपने नाम करा ली। उसने अपने बच्चों को उनसे बचाने की कोशिश की। इसलिए यहां सेक्टर 9 में गलत पहचान देकर मकान किराये पर लिया। अब भाग भाग कर थक गया हूं। इसलिए परिवार सहित मौत को गले लगा रहा हूं। थाना शहर में आयोजित पत्रकार वार्ता में डीसीपी मयंक मिश्रा ने कहा कि मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने वारदात कबूल कर ली है। मामले में जीजा व बहन से चल रहे प्रॉपर्टी विवाद के बाद यह वारदात अंजाम दिए जाने की बात सामने आ रही है। बिजनेस लॉस की भी वजह हो सकती है। मामले में जो भी इन्वॉल्व मिलेगा, उससे पूछताछ की जाएगी। फिलहाल मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा।