पालमपुर के आविष्कार सेंटर मेंटर टीचर्स से सीखा कैसे प्राथमिक स्तर पर अनूठे ढंग से बच्चे सीख सकते है गणित और विज्ञान

एक्सपोज़र विजिट में मेंटर टीचर्स ने जो सीखा उसके द्वारा एक लीडर के रूप में अब वे एमसीडी के स्कूलों के बाकि शिक्षकों को करे मोटीवेट, सीखने-सिखाने का शानदार वातावरण तैयार करें-शिक्षा मंत्री आतिशी

शिक्षा मंत्री आतिशी ने देश के विभिन्न हिस्सों से मौजूद प्रख्यात शैक्षिक संस्थाओं से एक्सपोज़र विजिट कर लौटे एमसीडी स्कूलों के मेंटर टीचर्स से बातचीत की व विजिट के उनके अनुभवों को जाना| इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि, दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षा क्रांति लाने में हमारे मेंटर शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा| इस दिशा में अब हम एमसीडी स्कूलों के अपने मेंटर शिक्षकों को भी सशक्त बना रहे है ताकि वो एमसीडी स्कूलों में पढाई के स्तर को वर्ल्ड क्लास बनाये और लाखों बच्चों की जिन्दगी में अहम् बदलाव लाए|  इस दिशा में एमसीडी स्कूलों के शिक्षकों को और शैक्षणिक सहायता प्रदान कर रहे इन मेंटर टीचर्स के लिए ये एक्सपोज़र विजिट बेहद महत्वपूर्ण है,जहां ये सीखने-सिखाने के नए और अनूठे तरीक़ों के जानकर एमसीडी स्कूलों में पढ़ाई के स्तर में सुधार  लाने में बड़ी भूमिका निभायेंगे।

उन्होंने कहा कि देशभर के जाने-माने शैक्षिक संस्थाओं से सीखकर आने के बाद हमारे मेंटर शिक्षकों में अलग ही उत्साह और आत्मविश्वास है| और इस उत्साह के साथ वे अपनी कक्षाओं में पढाई का शानदार माहौल तैयार करेंगे और साथ ही अपने साथी शिक्षकों को सीखने-सीखाने के नवाचारों से परिचित करवाएंगे| 

बता दे कि दिल्ली सरकार के स्कूलों के बाद अब एमसीडी स्कूलों में भी शिक्षा क्रांति लाने की दिशा में सरकार प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है| एमसीडी स्कूलों के शिक्षकों का प्रोफेशनल डेवलपमेंट हो सके और वे अपने क्लास में सबसे बेहतरीन सीखने-सीखाने के तरीकों को अपना सके| इस दिशा में केजरीवाल सरकार की राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद्(एससीईआरटी) एमसीडी स्कूलों के मेंटर शिक्षकों को देशभर के नामी संस्थानों में सीखने के लिए भेज रही है| पिछले दिनों एससीईआरटी द्वारा एमसीडी स्कूलों के 20-20 मेंटर शिक्षकों के समूह को पालमपुर के अविष्कार लैब ऑफ़ साइंस, मैथ, आर्ट एंड टेक्नोलॉजी; व बेंगलुरु में अन्वेषाना, अन्नास्वामी मुदलियार, दीया घर, माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल और बीईएमई शामिल हैं, में 5 दिवसीय प्रोफेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए भेजा गया| 

*पालमपुर के आविष्कार सेंटर मेंटर टीचर्स से सीखा कैसे प्राथमिक स्तर पर अनूठे ढंग से बच्चे सीख सकते है गणित और विज्ञान*

पालमपुर के आविष्कार सेंटर में मेंटर शिक्षकों ने जाना कि कैसे विभिन्न गतिविधियों के द्वारा बच्चों में गणितीय और साइंटिफिक माइंडसेट को विकसित किया जा सकता है ताकि बच्चे इन विषयों को बेहतर ढंग से सीख सके।

यहाँ एक और अनूठी चीज थी गणित को भाषा के रूप में समझना और प्राथमिक कक्षाओं के लिए इसे मज़ेदार बनाना ताकि बच्चे गणित से डरने के बजाय उसमे रुचि ले।

*बैंगलुरु में मेंटर शिक्षकों ने जाना कैसे बच्चों को सीखने की स्वतंत्रता देकर कर सकते है उनका सर्वांगीण विकास*

एमसीडी के मेंटर शिक्षकों ने बेंगलुरु के अन्वेषाना मोंटेसरी हाउस ऑफ चिल्ड्रन जैसे मोंटेसरी स्कूलों को विजिट किया। शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि, यहाँ छात्र सीखने के लिए स्वतंत्र थे और अपनी मर्ज़ी से विभिन्न विषयों को सीख रहे थे, गतिविधियों में भाग ले रहे थे। और यहाँ शिक्षक एक फ़ैसिलिटेटर के रूप में सीखने की प्रक्रिया में मदद कर रहे थे। स्कूल में बच्चों को पूरी स्वतंत्रता दी जा रही थी कि वो ख़ुद से और अपने साथियों से सीखते हुए नॉलेज डेवलप करें। 

साथ ही बी.मी संस्थान में मेंटर शिक्षकों ने देखा कि, यहाँ पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को विभिन्न समितियों द्वारा स्कूल से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेने में भी शामिल किया जाता है। स्कूल के निर्णय न्यायिक समिति, संसाधन समिति जैसी छात्र-नेतृत्व वाली समितियों द्वारा लिए जाते हैं। 

मेंटर शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री से यहाँ के अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि इन स्कूलों में छोटी उम्र से ही छात्रों को स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनना सिखाया जाता है ताकि वो अपने आसपास के वातावरण से सीखते हुए ख़ुद स्किल्स डेवलप करे और आगे जाकर उन्हें दूसरो पर निर्भर न होना पड़े। 

शिक्षा मंत्री के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए मेंटर शिक्षकों ने आगे कहा कि, एक्सपोज़र विजिट के दौरान हमने ये जाना और सीखा कि कैसे अनूठे तरीकों को अपनाते हुए हम पढाई को रोचक बना सकते है| कैसे किताब और क्लासरूम से परे बच्चों को लर्निंग दी जा सकती है| कैसे हर बच्चे की सीखने से जुडी व्यक्तिगत जरूरतों को समझते हुए उसे पूरा किया जा सकता है| प्राइमरी क्लासेज में कैसे पीयर लर्निंग और ग्रुप लर्निंग सीखने का एक कारगर तरीका हो सकता है|  मेंटर टीचर्स ने कहा कि इन विजिट से उन्हें लाइफ-लॉन्ग लर्निंग मिली है और इसके साथ वो इसे न केवल अपने क्लासरूम में अपनाने बल्कि अपने अन्य शिक्षक साथियों के साथ साझा करने के लिए बेहद उत्सुक है| 

मेंटर शिक्षकों ने साझा करते हुए कहा कि अब से पहले तक किसी भी सरकार द्वारा एमसीडी स्कूलों के शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ बड़े कदम नहीं उठाये गए। अब जब हमें सरकार अपने प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए शानदार मौके दे रही है, ऐसे में हम और कड़ी मेहनत करेंगे और सरकार के विज़न को पूरा करते हुए एमसीडी स्कूलों को भी वर्ल्ड क्लास बनायेंगे|  

 मेंटर शिक्षकों के अनुभवों को जानने के बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि, “हर बच्चे के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए, शिक्षकों के लिए ग्लोबल टीचिंग प्रैक्टिसेज से परिचित होना आवश्यक है। इस दिशा में हमने पिछले 8 सालों में दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षकों को वर्ल्ड क्लास एक्सपोज़र दिया और अब एमसीडी स्कूलों के शिक्षकों की बारी है। 

उन्होंने कहा कि इन एक्सपोज़र विजिट  के बाद वर्तमान स्थिति में भी, अपने स्कूलों में नई पहलों को लागू करने के लिए मेंटर शिक्षकों का उत्साह और इच्छा, उनके दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है। ये अपने आप में एक बड़ा बदलाव है। शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से इस प्रोफेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम के आधार पर एमसीडी स्कूलों में बच्चों के सीखने की जरूरतों को समझने और उनके लिए नए एक्टिविटीज़ को डिजाइन करने की बात भी कही।

शिक्षा मंत्री ने आगे जोर देकर कहा, “इन एक्सपोजर विजिट्स ने स्कूलों में बदलाव लाने के लिए एमसीडी मेंटर शिक्षकों के जुनून और उत्साह को बढ़ाया है। और अब एक लीडर के रूप में इन्हें ये उत्साह और जुनून अपने बाक़ी साथियों को भी देना है, तो वो दिन दूर नहीं जब एमसीडी स्कूल भी वर्ल्ड क्लास बनेंगे। उन्होंने मेंटर शिक्षकों से कहा कि, आप सभी को एमसीडी स्कूलों में पढाई का सकारात्मक वातावरण तैयार करना है, सीखने-सिखाने के नए तरीकों को अपनाना है| आपके ये प्रयास हमारे एमसीडी स्कूलों में पढने वाले लाखों बच्चों की जिन्दगी में बदलाव लायेंगे|

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