विशेष संवाददाता चिमन लाल
रोहतक
रोहतक पुलिस की साइबर थाना की टीम ने प्रीपेड टास्क के नाम पर 17 लाख 40 हजार रुपये की ठगी की वारदात को हल करते हुये गिरोह मे शामिल रहे तीन आरोपियो को गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त की है। प्रभारी थाना साइबर निरीक्षक कुलदीप सिंह ने बताया कि विशाल नगर रोहतक निवासी रोहित की शिकायत के आधार पर अभियोग अंकित कर जांच शुरु की गई। प्रारंभिक जाँच में सामने आया कि दिनांक 15.01.2025 को रोहित की टेलीग्राम आईडी पर घर बैठे रुपये कमाने का मैसेज आया। उसने उनके डिटेल मांगने पर अपनी पत्नी के बैंक की डिटेल भेज दी। जिसके बाद उसको इंस्टाग्राम पर पोस्ट लाइक करने का टास्क दिया। कमीशन के तौर पर 150 रुपये उसके पास भेज दिये। उसको टेलीग्राम पर लिंक भेजकर ग्रुप मे जोड दिया। जिसके बाद उसको प्रीपेड टास्क करने बारे कहा। वह उनके कहे अनुसार आर्डर करता गया। उसने शुरु मे 5 हजार, 15 हजार, 50 हजार के आर्डर के अनुसार उनके द्वारा दिये गये खाते मे रुपये ट्रांसफर कर दिये। उनके द्वारा भेज गये लिंक के पेज पर वॉलेट मे प्रोफिट के साख दिखने लगा। रोहित ने उनके कहे अनुसार 10 लाख रुपये लगा दिये। उसके वॉलेट मे 15 लाख रुपये दिखने लगे। रोहित ने पैसे निकालने की कोशिश तो उन्होने कहा कि 8 हजार रुपये और डालने पडेगे। जिसके बाद उन्होने कहा कि रोहित ने गलती कर दी जिसके लिये 7 लाख 40 हजार रुपये और जमा करवाने होगे। उसके बाद प्रॉफिट के साथ रुपये निकाल सकते है। रोहित ने उनके कहे अनुसार 7 लाख 40 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये। जिसके बाद रोहित को कहा कि साइट ब्लॉक हो गई है। रोहित के वॉलेट मे प्रॉफिट के साथ कुल 25,67,500/- रुपये दिखा रहा था। रोहित के पता करने पर सामने आया कि प्रीपेड टास्क के नाम पर उस के साथ धोखाधडी हुई है।
मामले की जांच पीएसआई प्रतीक द्वारा अमल मे लाई गई। दौरान जांच दिनांक 12.04.2025 को आरोपी विशवेन्द्रा उर्फ विशु निवासी भरतपुर राजस्थान, नितेश निवासी राजस्थान व सतबीर उर्फ सोनू निवासी भिलवाडा राजस्थान को गिरफ्तार किया गया। आरोपियो को पेश अदालत कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया। जांच मे सामने आया कि आरोपी नितेश खाता होल्डर है। नितेश ने अपने 3 बैंक खाता विशवेन्द्रा व सतबीर को दे रखे थे। आरोपी सतबीर व विशवेन्द्रा ने नितेश के बैंक खाते अन्य व्यक्तियो को उपलब्ध करवा रखा है। गिरोह मे शामिल रहे अन्य आरोपियो को जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा। आरोपियो को पेश अदालत किया गया। अदालत के आदेश पर आरोपियों को 03 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।