संवाददाता
नई दिल्ली के मादीपुर गांव की ऐतिहासिक पक्की चौपाल रविवार की सुबह एक विशेष सामूहिक अनुभव का केंद्र बनी, जब यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 121वें संस्करण का श्रवण स्थानीय नागरिकों, भाजपा कार्यकर्ताओं और संघ प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मादीपुर मंडल भाजपा अध्यक्ष प्रदीप यादव ने की और इसमें क्षेत्र के तमाम प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक चेहरों की मौजूदगी रही। यह आयोजन न केवल एक रेडियो कार्यक्रम को सुनने तक सीमित रहा, बल्कि यह एक विचारशील संवाद और सामाजिक एकजुटता का मंच बन गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्रीड़ा भारती प्रकोष्ठ के सह प्रांत प्रचार प्रमुख अशोक कुमार की उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक गहन और वैचारिक बना दिया। उन्होंने ‘मन की बात’ को केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने वाला सांस्कृतिक प्रयास बताया। उन्होंने इसे भारतीयता की आत्मा से जुड़ा कार्यक्रम बताते हुए कहा कि यह राजनीति से परे जाकर समाज की चेतना को जगाता है।
कार्यक्रम में भाजपा के उपाध्यक्ष संजीव सोनकर, पूर्व महामंत्री रामशिला, युवा मोर्चा के नवीन मित्तल सेन,मयूर राठौड़,अल्पसंख्यक मोर्चा के नजाकत अली खान, महिला मोर्चा महामंत्री पायल फुलवड़िया, और जिला पदाधिकारी नीलेश चौहान,समाजसेवी नरेश प्रजापति,पंडित राजीव शर्मा,रामप्रकाश यादव,मादीपुर शाखा मुख्य शिक्षक रहे कृष्ण कुमार,विनोद ठाकुर,राहुल प्रजापति के साथ बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिकों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में युवाओं, महिलाओं और खिलाड़ियों की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए देश में सकारात्मक ऊर्जा, सामाजिक समरसता और नैतिक भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भारत को एक जीवंत सांस्कृतिक चेतना बताते हुए यह स्पष्ट किया कि राष्ट्र निर्माण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। उनके इस विचार को सभा में बैठे युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने गंभीरता से सुना और सराहा।
मंडल अध्यक्ष प्रदीप यादव ने इसे गर्व का क्षण बताते हुए कहा कि ‘मन की बात’ एक रेडियो कार्यक्रम नहीं, बल्कि विचारों का आंदोलन है जो जन-सामान्य को जोड़ता है और राष्ट्र सेवा की प्रेरणा देता है। उन्होंने यह भी बताया कि मादीपुर में प्रतिमाह इसका सामूहिक श्रवण कर स्थानीय स्तर पर सामाजिक संवाद को प्रोत्साहित किया जाता है।
इस आयोजन में महिला मोर्चा की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री की महिला-कल्याण योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने महिलाओं को सम्मान और स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर किया है।
कार्यक्रम का समापन गायत्री मंत्र के साथ हुआ और उपस्थित सभी नागरिकों को स्वल्पाहार कराया गया। इस अवसर पर एकजुट होकर यह संकल्प लिया गया कि प्रधानमंत्री के विचारों को केवल सुना नहीं जाएगा, बल्कि उस पर चलकर समाज सेवा को प्राथमिकता दी जाएगी। यह आयोजन मादीपुर में लोकतंत्र के जमीनी उत्सव का जीवंत उदाहरण बन गया।