विशेष संवाददाता चिमन लाल
महर्षि वाल्मीकि जी की रचना ‘रामायण’ ने दी विश्व को दिशा – विकास वाल्मीकि
झज्जर,
महान ग्रंथ रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की जयंती के अवसर पर मंगलवार को सूचना, जनसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग के तत्वावधान में लघु सचिवालय स्थित संवाद भवन में जिला स्तरीय भव्य समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में जिला परिषद चेयरमैन कप्तान सिंह बिरधाना व भाजपा जिला अध्यक्ष विकास वाल्मीकि ने शिरकत की, जबकि उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। समारोह में जिलेभर से आए समाजसेवियों, सफाई कर्मियों, विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और महर्षि वाल्मीकि जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर की गई। इसके उपरांत संस्कृत आचार्यों द्वारा महर्षि वाल्मीकि रचित रामायण की चौपाइयों का संगीतबद्ध वाचन प्रस्तुत किया गया, जिसने उपस्थित जनसमूह को आध्यात्मिक भाव में विभोर कर दिया। रामायण की चौपाइयों को सरल भाषा और लयबद्ध संगीत में प्रस्तुत किया गया, जिससे कार्यक्रम का वातावरण भक्तिमय हो उठा।
मुख्य वक्ता जिला परिषद चेयरमैन कप्तान सिंह बिरधाना ने अपने संबोधन में कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी न केवल आदिकवि थे, बल्कि मानवता, सत्य और समानता के प्रतीक भी थे। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने समाज को यह सिखाया कि परिवर्तन संभव है, यदि व्यक्ति सच्ची निष्ठा और आत्मबल से अपने जीवन को दिशा दे। उनके जीवन से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि कठिन परिस्थितियों में भी मनुष्य कर्मपथ से विचलित न हो।
भाजपा जिला अध्यक्ष विकास वाल्मीकि ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी द्वारा रचित रामायण को पूरा विश्व पढ़ता है। महर्षि ने ही भगवान राम से पूरी दुनिया को मिलवाया। एक ऐसा ग्रंथ लिखा जो दुनिया में अमर हो गया। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी अंत्योदय की भावना के साथ काम कर रहे हैं और प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी प्रदेश में विकास का लाभ अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जी के आदर्श आज के समाज में सद्भाव, समानता और स्वच्छता का संदेश देते हैं।
उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने अपने संबोधन में कहा कि महापुरुषों की शिक्षाएं समाज को सही दिशा दिखाने का कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी के आदर्श हर व्यक्ति के जीवन में प्रकाश पुंज की तरह हैं। उन्होंने कहा कि जिले में सफाई कर्मियों, विद्यार्थियों और समाजसेवियों द्वारा किया गया उत्कृष्ट कार्य समाज में प्रेरणा का स्रोत है।
समारोह के दौरान जिले में स्वच्छता कार्य में उल्लेखनीय योगदान देने वाले सफाई कर्मियों को प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। जिले के सातों खंडों (बहादुरगढ़, बेरी, मातनहेल, साल्हावास, माच्छरौली, बादली, झज्जर) से उत्कृष्ट कार्य करने वाले 21 सफाई कर्मियों, नगर परिषद बहादुरगढ़ व झज्जर तथा नगर पालिका बेरी से भी 9 सफाई कर्मियों को प्रशस्ति पत्र व शॉल भेंट करते हुए सम्मानित किया गया। इसके साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा जिले के सरकारी स्कूलों में आयोजित निबंध, पेंटिंग व भाषण प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 30 विद्यार्थियों विद्यार्थियों को भी प्रशस्ति पत्र व स्टेशनरी देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं डॉ भीमराव आंबेडकर संघर्ष सेवा समिति, सृष्टिकर्ता वाल्मीकि पाठशाला बहादुरगढ़, इनडेप्ट विजन फाउंडेशन, नव युवा महर्षि वाल्मीकि समिति को भी मंच पर बुलाकर प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए। रामायण की चौपाइयों का वाचन करने वाले आचार्य शृतकृतु, आचार्या डॉ अरविंद गार्गी, कुमारी नंदनी व डॉ मंगल को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय व जिला मत्स्य अधिकारी कार्यालय द्वारा अनुसूचित जाति से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें नागरिकों को योजनाओं की जानकारी दी गई। डीआईपीआरओ कार्यालय की भजन मंडली ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर आधारित भजन प्रस्तुत करते हुए माहौल को भक्तिमय किया। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता संजय कबलाना, नगर परिषद झज्जर चेयरमैन जिले सिंह सैनी, नगर पालिका बेरी चेयरमैन देवेंद्र कादयान, मार्केट कमेटी बेरी चेयरमैन पंडित राजेंद्र शर्मा, महिला विकास निगम की पूर्व चेयरपर्सन सुनीता चौहान, भाजपा जिला महामंत्री दयाकिशन, समाजसेवी महेंद्र उपस्थित रहे। वहीं, जिला प्रशासन की तरफ से एसडीएम अंकित कुमार चौकसे, सीटीएम नमिता कुमारी, एसीपी अमित दहिया, डीडीपीओ निशा तंवर, डीआईपीआरओ सतीश कुमार, डीईओ राजेश कुमार, डीडब्ल्यूओ श्वेता शर्मा, बबीता रानी, बीडीपीओ राजाराम व सुमित बेनीवाल के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।