मीडिया को जनता के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए

राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए

  • इफ्लू कुलपति राजाराव का आह्वान
  • पत्रकारों और शिक्षाविदों को मिलकर काम करना चाहिए
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए
  • वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ताओं के विचार
    *हैदराबाद:, 15 जून/
    यद्यपि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, फिर भी मीडिया को जनता के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए, ऐसा कहना है इफ्लू (EFLU) के कुलपति राजाराव का। उन्होंने कहा कि सनसनीखेज़ खबरों को तवज्जो देने के बजाय सही जानकारी जनता तक पहुँचानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में हर विषय को सनसनी बनाकर पेश करने की प्रवृत्ति बढ़ी है और सोशल मीडिया के आने के बाद असत्य खबरें भी फैल रही हैं।
    सरकार की योजनाओं और नीतियों को समझकर उन्हें जनता तक पहुँचाना भी पत्रकारों की ज़िम्मेदारी है।
    वे वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया, OU कॉलेज ऑफ एजुकेशन और आंध्र महिला सभा कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन द्वारा शुक्रवार को उस्मानिया विश्वविद्यालय में संयुक्त रूप से आयोजित *”राष्ट्रीय शिक्षा नीति – मीडिया की भूमिका”* विषयक राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
    वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय उपाध्याय ने पत्रकारों से राष्ट्रहित के लिए कार्य करने का आह्वान किया। वरिष्ठ पत्रकार वलीश्वर, इफ्लू के पूर्व डीन सुधाकर, विश्वविद्यालय B.Ed कॉलेज के प्राचार्य रवींद्रनाथ के. मूर्ति, सहायक प्राध्यापक डॉ. ललिता और अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।
    वक्ताओं ने कहा कि समाज को जागरूक करने में पत्रकारों और शिक्षकों की भूमिका अहम है। इन दोनों वर्गों को एक मंच पर लाकर वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया ने एक बेहतरीन पहल की है, इसकी सभी ने सराहना की। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन की आवश्यकता को स्पष्ट किया और इस पर फैली भ्रांतियों को दूर करने की पत्रकारों से अपील की।
    दूसरे सत्र में अनेक शिक्षाविदों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति, उसके क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियाँ और समाधान पर शोध पत्र प्रस्तुत किए।
    एर्रोजू श्रीनिवास, डॉ. राजाराम, डॉ. राधिका (पुडुचेरी), उपेन्द्र, WJI के मानद अध्यक्ष नंदनम कुपाकर आदि ने संबोधित किया।
    समापन सत्र में प्रमुख शिक्षाविद मुरली मनोहर ने मुख्य भाषण दिया।
    WJI राज्य अध्यक्ष राणाप्रताप, महासचिव राविकंती श्रीनिवास, उपाध्यक्ष करुणाकर व अन्य ने भी विचार रखे।
    हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और प्रसिद्ध पत्रकार एमवीआर शास्त्री ने वीडियो संदेश भेजा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की आवश्यकता को दोहराया।
    इस विषय पर सम्मेलन आयोजित करने के लिए वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों की सराहना की गई।
    पत्रकारों को उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान
    वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया (WJI) ने रविवार को उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकारों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
    प्रिंट,इलेक्ट्रॉनिक* और डिजिटल मीडिया से कई पत्रकारों को सम्मानित किया गया।इन पुरस्कारों को WJI के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार वलीश्वर और शिक्षाविद मुरली मनोहर के हाथों प्रदान किया गया।
    प्रसिद्ध पत्रकार*, *आंध्रभूमि के पूर्व संपादक*, और लेखक *एमवीआर शास्त्री* को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा की गई।

प्रिंट मीडिया पुरस्कार:

  • कर्णाटी लक्ष्मीनारायण (संपादक)
  • एन.एस. राव (अन्वेषणात्मक लेख)
  • मणिकुमार, चार्ला (मानवता पर आधारित रिपोर्ट)
  • अयोध्या रामैया (ग्रामीण रिपोर्टिंग)
  • श्रीधर (फोटोग्राफर)
  • आर. महेन्दर (ले-आउट आर्टिस्ट)
  • डॉ. भास्कर यादव (कालम लेखक)
  • आसरी राजू (उप-संपादक)

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पुरस्कार:

  • डी. श्रीनिवास (आउटपुट एडिटर – TV9)
  • तेजा (रिपोर्टर – 99TV)
  • सुरेश रेड्डी (सब एडिटर – V6)
  • अनिल (ग्राफिक्स – TV5)
  • निम्मगड्डा सिंधूर (एंकर – T News)
  • चंद्रिका (न्यूज होस्ट – ABN)
  • रमेश वैतला (इनपुट एडिटर – NTV) को पुरस्कार की घोषणा की गई।
    डिजिटल मीडिया पुरस्कार:राकेश**, *भरत (इंटरव्यूअर – Zee News)* को सम्मानित किया गया।
    इन सभी पत्रकारों को उनके क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।

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